खाटू श्याम जी की आरती (Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti) का पाठ करने से भक्तों की सभी पीड़ाओं और संतापों का अंत होता है। कहा जाता है कि खाटू श्याम बाबा हारे का सहारा हैं। श्री खाटू श्याम जी के बचपन का नाम बर्बरीक है , श्याम नाम इन्हे भगवान् श्री कृष्ण से मिला है।
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श्री खाटू श्याम जी की आरती लिरिक्स हिंदी में (Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti in Hindi)
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे।
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे।
खेवत धूप अग्नि पर दीपक ज्योति जले॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे।
भक्त आरती गावे, जय – जयकार करे॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम – श्याम उचरे॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत भक्त – जन, मनवांछित फल पावे॥
॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
श्री खाटू श्याम जी की आरती लिरिक्स अंग्रेजी में (Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti in English)
Om jai shri Shyam hare, baba jay shri Shyam hare.
Khaṭuu dhaam viraajat, anupam ruup dhare॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Ratan jadit sinhaasan, sir par chamvar ḍhure.
Ran kesariyaa baago, kuṇḍal shravaṇ pade॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Gal pushpon ki maalaa, sir paar mukuṭ dhare.
Khevat dhuup agni par dipak jyoti jale॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Modak khir chuuramaa, suvaraṇ thaal bhare.
Sevak bhog lagaavat, sevaa nity kare॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Jhaanjh kaṭoraa owr ghaḍiyaaval, shankh mṛdang ghure.
Bhakt aarati gaave, jay – jayakaar kare॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Jo dhyaave phal paave, sab duahkh se ubare.
Sevak jan nij mukh se, shri Shyam – Shyam uchare॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Shri Shyam bihaari ji ki aarati, jo koi nar gaave.
Kahat bhakt – jan, manavaanchhit phal paave॥
॥Om jai shri Shyam hare…॥
Jai shri Shyam hare, baba ji shri Shyam hare.
Nij bhakton ke tumane, puuraṇ kaaj kare॥
Om jai shri Shyam hare, baba jay shri Shyam hare.
Khaaṭuu dhaam viraajat, anupam ruup dhare॥
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Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti से जुड़े सामान्य प्रश्न
“श्री खाटू श्याम जी की आरती” क्या है?
“Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti” भगवान श्री खाटू श्याम जी को समर्पित एक हिंदू भक्ति भजन है। यह भक्तों द्वारा अपनी भक्ति व्यक्त करने और भगवान श्री खाटू श्याम जी का आशीर्वाद पाने के लिए गाया जाता है।
भगवान श्री खाटू श्याम जी कौन हैं?
भगवान श्री खाटू श्याम जी, जिन्हें बर्बरीक या खाटूश्यामजी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में, विशेष रूप से भारत के राजस्थान क्षेत्र में एक पूजनीय देवता हैं। उन्हें एक दिव्य योद्धा और भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है। भक्त सुरक्षा, आशीर्वाद और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए उनकी पूजा करते हैं।
श्री खाटू श्याम जी की आरती गाने का क्या महत्व है?
Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti गाना भगवान श्री खाटू श्याम जी की उपस्थिति और आशीर्वाद का आह्वान करने का एक तरीका माना जाता है। भक्तों का मानना है कि यह शांति, सुरक्षा और आध्यात्मिक उत्थान लाता है।
आरती आमतौर पर कब की जाती है?
Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti किसी भी समय की जा सकती है जब भक्त भगवान श्री खाटू श्याम जी की पूजा करना और आशीर्वाद लेना चाहते हैं। हालाँकि, यह आमतौर पर धार्मिक त्योहारों और उन्हें समर्पित विशेष अवसरों के दौरान किया जाता है।
क्या आरती करने के लिए कोई विशिष्ट अनुष्ठान या दिशानिर्देश हैं?
हालाँकि Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti करने के लिए कोई सख्त नियम नहीं हैं, यह अक्सर भगवान श्री खाटू श्याम जी की मूर्ति या छवि के सामने की जाती है। भक्त दीपक या धूप जलाते हैं, फूल चढ़ाते हैं और भक्तिपूर्वक आरती गाते हैं। आरती के साथ देवता के सामने एक जलते हुए दीपक को गोलाकार गति में लहराया जाता है।
क्या गैर-हिन्दू श्री खाटू श्याम जी की आरती गाने में भाग ले सकते हैं?
हाँ, गैर-हिन्दुओं का Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti गाने में भाग लेने के लिए स्वागत है यदि वे आदर रखते हैं और भक्ति अभ्यास में शामिल होना चाहते हैं। हिंदू प्रार्थनाएँ और भजन अक्सर समावेशी होते हैं और सभी पृष्ठभूमि के लोगों के लिए खुले होते हैं।
क्या श्री खाटू श्याम जी की आरती के कोई रूप हैं?
हां, विभिन्न क्षेत्रों और परंपराओं में गीत और धुनों में थोड़े अंतर के साथ श्री खाटू श्याम जी की आरती में भिन्नताएं हो सकती हैं। हालाँकि, आरती का मूल सार और उद्देश्य वही रहता है।
क्या आरती के बोल में कोई विशेष अर्थ या संदेश है?
श्री खाटू श्याम जी की आरती के बोल आम तौर पर भगवान श्री खाटू श्याम जी की महिमा और गुणों का गुणगान करते हुए उनकी सुरक्षा और आशीर्वाद की मांग करते हैं। वे देवता के प्रति भक्ति, समर्पण और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।
संजय इज़ारदार का रुझान बचपन से ही अध्यात्म की ओर रहा है। वे poojaaarti.com में मंदिरो और त्योहारों के पोस्ट में हमारा सहयोग करते है और हमसे शुरुआत से ही जुड़े हुए है।