नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti)

narmada mata ji ki aarti

नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti) “ॐ जय जगदानंदी, मैया जय आनंद्करनी” के माध्यम से, भक्त नर्मदा माता जी की आराधना करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने की कामना करते हैं। आरती में, भक्त नर्मदा माता जी को जग की जीवनदायिनी, सप्तमातृकाओं में से एक, और सभी देवताओं की अर्धांगिनी बताते … Read more

Khatu Shyam Ji Ki Aarti (श्री खाटू श्याम जी की आरती)

खाटू श्याम जी की आरती  (Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti) का पाठ करने से भक्तों की सभी पीड़ाओं और संतापों का अंत होता है।  कहा जाता है कि खाटू श्याम बाबा हारे का सहारा हैं। श्री खाटू श्याम जी के बचपन का नाम बर्बरीक है , श्याम नाम इन्हे भगवान् श्री कृष्ण से मिला … Read more

Satyanarayan Ji Ki Aarti (श्री सत्यनारायण जी की आरती)

श्री सत्यनारायण भगवान विष्णु के एक रूप हैं, कई लोग सत्यनारायण जी की आरती तभी करते हैं जब उनकी कोई मनोकामना पूरी हो जाती है। Satyanarayan Ji Ki Aarti प्रमुखतः सत्यनारायण भगवान् की पूजा समाप्त होने पर की जाती है। इस आरती से श्रध्दालुओ को मानशिक, आध्यात्मिक और आर्थिक लाभ प्राप्त होते है। सामान्यतः भगवान … Read more

श्री विश्वकर्मा जी की आरती (Vishwakarma Ji Ki Aarti)

श्री विश्वकर्मा जी की आरती (Vishwakarma Ji Ki Aarti) “जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, जय श्री विश्वकर्मा” एक पूजा क्रिया है जो विश्वकर्मा देवता को समर्पित की जाती है। विश्वकर्मा देवता हिन्दू धर्म में शिल्पकारी और विज्ञान के देवता के रूप में माने जाते हैं। उन्हें कारीगरों और शिल्पकारों का प्रमुख देवता माना जाता है और … Read more

शीतला माता जी की आरती (Shitla mata ki aarti)

शीतला माता जी की आरती (Shitla mata ki aarti) “जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता” एक प्रसिद्ध हिंदू आरती है जो शीतला माता की पूजा के दौरान गायी जाती है। शीतला माता को चेचक, खसरा, और अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाने वाली देवी माना जाता है। शीतला माता जी की आरती का गायन भक्तों … Read more

श्री झुलेलाल जी की आरती ( Shri Jhulelal ji ki aarti)

श्री झुलेलाल जी की आरती ( Shri Jhulelal ji ki aarti) “ॐ जय दूलह देवा” एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है। यह भगवान की पूजा और आराधना का एक तरीका है। यह मन को शांत और शांतिपूर्ण बनाता है। यह भगवान की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। झूलेलाल जी की आरती करने से सारी … Read more

श्री महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti)

महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti) “ॐ जय महावीर प्रभु” करने से भक्तों को सारे संकट दूर होते हैं। जैन धर्म में महावीर स्वामी का अहम् योगदान है, आज पूरा जैन समाज उनकी दी हुई दीक्षा पर चलता है। महावीर जी को इस जगत का रक्षक माना जाता है। Shri Mahaveer Ji … Read more

अन्नपूर्णा माता जी की आरती (Annapurna mata ki aarti)

अन्नपूर्णा माता की आरती(Annapurna mata ki aarti) “बारम्बार प्रणाम मैया बारम्बार प्रणाम” अन्नपूर्णा माता की महिमा की प्रशंसा करने के लिए गाई जाती है। भगवान अन्नपूर्णा माता अन्न (खाद्य) की देवी के रूप में पूजी जाती हैं और उन्हें जीवन की प्राप्ति में मदद करने वाली माना जाता है। इस आरती का पाठ भक्तों के … Read more

शिव जी की आरती (Shiv ji ki aarti)

शिव जी की आरती (Shiv ji ki aarti) “ॐ जय शिव ओंकारा” भगवान शिव की महिमा की प्रशंसा करने के लिए गाई जाती है और भगवान की पूजा के समय पढ़ी जाती है। भगवान शिव की आरती को भक्ति और पूजा के समय गाने से व्यक्ति उनके आशीर्वाद की प्राप्ति करते हैं, और उनके महिमा … Read more

गायत्री माता जी की आरती (Gayatri Mata Ki Aarti)

गायत्री माता की आरती (Gayatri Mata Ki Aarti) “जयति जय गायत्री माता” गायत्री माता की महिमा की प्रशंसा करने के लिए गाई जाती है। गायत्री माता हिन्दू धर्म के त्रिदेवी देवताओं में से एक मानी जाती है, और वे ब्रम्हदेव की पत्नी हैं। गायत्री माता की आरती के पाठ से भक्तों को मानसिक शांति और … Read more

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