एकदंताय वक्रतुण्डाय (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics)

एकदंताय वक्रतुण्डाय (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics) भगवान श्री गणेश को समर्पित भक्ति भजन है। इस भक्ति भजन को स्वर दिया है श्री शंकर महादेवन जी ने। श्री शंकर महादेवन जी के मनमोहक स्वर में भक्तगण झूमते हुए इस भक्ति भजन का आनंद लें और भगवान श्री गणेश की जय जयकार करें। है। यह भजन गणेश चतुर्थी, गणेश मंदिरो एवं अन्य धार्मिक उत्सव में सुना जाता है।

भगवान गणेश की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रूप से अनेक लाभ मिलते हैं। उनकी पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए, गणेश भगवान की पूजा को नियमित रूप से करना बहुत शुभ होता है।

एकदंताय वक्रतुण्डाय (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics) Details

गीत के बोलसुगणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि।
स्वर श्री शंकर महादेवन जी
एल्बम विश्व विनायका
लिरिक्स श्री अजय – अतुल जी
म्यूजिक लेबलTimes Music Spiritual
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एकदंताय वक्रतुण्डाय (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics)

गणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि ।
गुणशरीराय गुणमण्डिताय गुणेशानाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥

गानचतुराय गानप्राणाय गानान्तरात्मने ।
गानोत्सुकाय गानमत्ताय गानोत्सुकमनसे ।
गुरुपूजिताय गुरुदेवताय गुरुकुलस्थायिने ।
गुरुविक्रमाय गुह्यप्रवराय गुरवे गुणगुरवे ।
गुरुदैत्यगलच्छेत्रे गुरुधर्मसदाराध्याय ।
गुरुपुत्रपरित्रात्रे गुरुपाखण्डखण्डकाय ।
गीतसाराय गीततत्त्वाय गीतगोत्राय धीमहि ।
गूढगुल्फाय गन्धमत्ताय गोजयप्रदाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥

ग्रन्थगीताय ग्रन्थगेयाय ग्रन्थान्तरात्मने ।
गीतलीनाय गीताश्रयाय गीतवाद्यपटवे ।
गेयचरिताय गायकवराय गन्धर्वप्रियकृते ।
गायकाधीनविग्रहाय गङ्गाजलप्रणयवते ।
गौरीस्तनन्धयाय गौरीहृदयनन्दनाय ।
गौरभानुसुताय गौरीगणेश्वराय ।
गौरीप्रणयाय गौरीप्रवणाय गौरभावाय धीमहि ।
गोसहस्राय गोवर्धनाय गोपगोपाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥ 

एकदंताय वक्रतुण्डाय (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics) अंग्रेजी में

Gananaayakaay Ganadaivatay Ganadhyakshay Dhimahi
Gunasharirai Gunmanditay Guneshanay Dhimahi
Gunathithay Gunadhishaay Gunpravishtaay Dhimahi
Ekadantay Vakratundy Gauritanyay Dhimahi
Gajeshanay Bhalchandray Shriganeshy Dhimahi

Gaanachaturaay Gaanpranay Gaanantaraatmane
Ganotsukay Gaanmattay Ganotsukamanase
Gurupujitay Gurudaivatay Gurukulasthayine
Guruvikramy Guhyapravaraay Gurve Gungurave
Gurudaityagalchhetre Gurudharmasadaradhyay
Guruputraparitratre Gurupakhandkhandakay
Gitsarai Geetatatvaay Gitagotray Dhimahi
Goongulfy Gandhmattay Gojaypradaay Dhimahi
Gunathithay Gunadhishaay Gunpravishtaay Dhimahi
Ekadantay Vakratundy Gauritanyay Dhimahi
Gajeshanay Bhalchandray Shriganeshy Dhimahi

Granthgitay Granthgeyay Granthantaraatmane
Gitlinay Gitashrayay Geetvadyapatwe
Geyacharitay Gayakvaray Gandharvapriyakrute
Gayakadhinvigrahai Gangajalpranyavate
Gauristanandhyay Gaurihridayanandanay
Gaurbhanusutay Gauriganeshvaraay
Gauripranyay Gauripravnaay Gaurabhavay Dhimahi
Gosahasraay Govardhanay Gopagopay Dhimahi
Gunathithay Gunadhishaay Gunpravishtaay Dhimahi
Ekadantay Vakratundy Gauritanyay Dhimahi
Gajeshanay Bhalchandray Shriganeshy Dhimahi

एकदंताय वक्रतुण्डाय लिरिक्स (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics) Pdf


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भगवान गणेश की पूजा करने के लाभ (Bhagwan ganesh ki pooja karne ke laabh)

  1. संकट से मुक्ति: गणेश भगवान को “विघ्नहर्ता” और “संकटहर्ता” कहा जाता है। उनकी पूजा से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है।
  2. सफलता की प्राप्ति: गणेश भगवान को विधिवान और विद्वान बनाने के कारण, उनकी पूजा से बुद्धि और समझ बढ़ती है और सफलता की प्राप्ति होती है।
  3. विद्या का सुख: विद्यार्थियों के लिए गणेश भगवान की पूजा करना बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी पूजा से विद्या में सफलता मिलती है और विद्यार्थियों को ज्ञान की प्राप्ति होती है।
  4. कार्यों में सफलता: गणेश भगवान को सभी कार्यों के देवता माना जाता है। उनकी पूजा से कार्यों में सफलता मिलती है और अविघ्न रूप से कार्य सम्पन्न होते हैं।
  5. धन और समृद्धि: गणेश भगवान की पूजा से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। उनके आशीर्वाद से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और व्यवसाय में लाभ मिलता है।
  6. परिवार की सुरक्षा: गणेश भगवान की पूजा से परिवार की सुरक्षा होती है। उनके आशीर्वाद से परिवार के सभी सदस्यों की सुरक्षा बनी रहती है।
  7. धार्मिक साधना का मार्गदर्शन: गणेश भगवान को धार्मिक साधना का प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा से मानसिक शांति मिलती है और धार्मिक उत्थान होता है।

एकदंताय वक्रतुण्डाय लिरिक्स (Ekadantaya Vakratundaya Lyrics) Video

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।

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Updated on November 3, 2024