हे गणराया-भजन (Hey Ganraya-Bhajan)

हे गणराया-भजन (Hey Ganraya-Bhajan) भगवान श्री गणेश को समर्पित भक्ति भजन है। इस भक्ति भजन को स्वर दिया है श्री केवल वलंज जी ने। श्री केवल वलंज जी के मनमोहक स्वर में भक्तगण झूमते हुए इस भक्ति भजन का आनंद लें और भगवान श्री गणेश की जय जयकार करें। है। यह भजन गणेश चतुर्थी, गणेश मंदिरो एवं अन्य धार्मिक उत्सव में सुना जाता है।

भगवान गणेश की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रूप से अनेक लाभ मिलते हैं। उनकी पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए, गणेश भगवान की पूजा को नियमित रूप से करना बहुत शुभ होता है।

हे गणराया-भजन (Hey Ganraya-Bhajan) Details

गीत के बोलहे गणराया।
गीतकारश्री केवल वलंज जी
म्यूजिक हृषी बी
लिरिक्सश्री विपुल शिवलकर जी
म्यूजिक लेबलसारेगामा भक्ति
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हे गणराया-भजन (Hey Ganraya-Bhajan) हिंदी में

हे गणराया
तेरे शरण मैं आया,
तेरी महिमा अपार,
खुशीयो का त्योहार,
तुने हि दिया,
दुनिया को आकार,
हर तरफ तेरा जय जयकारा,
हे गणराया,
तेरे शरण मैं आया….

मेरे दिल मे तूही समाया,
तेरे दर पे बाप्पा मे आया,
इस जहां पे तेरी छाया,
तेरे आने से मैं मुस्कुराया,
आसमासे उचा तेरा साया देवा,
सबसे मिलने तू धरती पे आया देवा,
ये मौका ना आये दोबारा,
हे गणराया,
तेरे शरण मैं आया…..

तू ही दिन है तू ही सवेरा,
हर जगह बस नाम तेरा,
सुख से रोशन हुआ अँधेरा,
तेरे चरणों में मेरा बसेरा,
अब तुझी से शुरू,
तुझी पे खत्म,
तुझ पे अर्पण करू,
अपने सतो जनम,
सबने दिल से तुझको पुकारा,
हे गणराया,
तेरे शरण मैं आया…..

हे गणराया-भजन (Hey Ganraya-Bhajan) अंग्रेजी में

Hey Ganraya
 Tere Sharan Mai Aaya
Teri Mahima Apar,
Khushiyon Ka Tyohar
Tune Hi Diya,
Duniya Ko Aakar
Har Taraf Tera Jai Jaikara
Hey Ganraya,
Teri Sharan Mai Aaya…

Mere Dil Me Tu Hi Samaya,
Tere Dar Pe Bappa Me Aaya,
Is Janha Pe Teri Chhaya,
 Tere Aane Se Mai Mushkuraya,
Aasma Se Uncha Tera Saaya Deva,
Sabse Milne Tu Dharti Pe Aaya Deva,
Ye Mouka Na Aaye Dobara,
Hey Ganraya,
Tere Sharan Mai Aaya,

Tu Hi Din Hai Tu Hi Savera,
Har Jagh Bas Naam Tera,
Sukh Se Roshan Hua Andhera,
Tere Charno Me Mera Basera,
Ab Tujhiee Se Suru,
Tuhiee Pe Khatam,
Tujh Pe Arpan Karu,

 Apne Shatto Janam
 Sabne Dil Se Pukara,
Hey Ganraya,
Tere Sharan Mai Aaya…..

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भगवान श्री गणेश से सम्बंधित कुछ सामान्य प्रश्न व उनके उत्तर

गणेश जी को क्यों मुख हाथ से प्रसन्न किया जाता है?

गणेश जी को मुख हाथ से प्रसन्न किया जाता है क्योंकि उन्होंने माता पार्वती की आज्ञा के विरुद्ध उसके द्वारवास को रोकने की कोशिश की थी और भगवान शिव ने उनके सिर को काट दिया था। गणेश जी ने उस समय अपने सिर को फिर से लगा लिया था, इससे उनका मुख हाथ से प्रसन्न हो गया।

गणेश जी के चार हाथ क्या प्रतीक हैं?

गणेश जी के चार हाथ बुद्धि, अहंकार, मन, और अहंकार की प्रतिष्ठा को दर्शाते हैं। उनके चार हाथ इन चार गुणों को संतुष्ट करते हैं और भक्तों को ध्यान के साथ कार्य करने का संदेश देते हैं।

गणेश जी को मोदक क्यों प्रसाद में चढ़ाते हैं?

मोदक गणेश जी के प्रिय प्रसाद में से एक है। मोदक गणेश जी के विशेष भोग के रूप में प्रसिद्ध हैं, और उन्हें समर्पित किया जाता है क्योंकि उन्हें बहुत पसंद होते हैं। भगवान गणेश को मोदक खिलाने से उनकी कृपा मिलती है और भक्त के सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

गणेश जी का वाहन क्या है?

गणेश जी का वाहन मूषक (माउस) है। मूषक गणेश जी के सदृश अवगुणों को दर्शाता है, और उन्हें बुद्धि और संवेग (विगत की स्मृति) के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करता है।

 Ganesh Chaturthi गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?

Ganesh Chaturthi भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान भक्त गणेश जी की पूजा, अर्चना, और व्रत करते हैं और उन्हें समर्पित कार्यक्रम आयोजित करते हैं। यह त्योहार भक्तों के बीच भक्ति, श्रद्धा, और आनंद का संदेश देता है।

गणेश जी का परिवार कैसा है?

गणेश जी के परिवार में उनके माता-पिता, माता पार्वती (शक्ति) और भगवान शिव (महादेव) होते हैं। उनके भाई और बहन हैं कार्तिकेय (स्कंद) और विघ्नराजा (विघ्नहर्ता) भी।

गणेश जी के विभिन्न नाम क्या हैं?

गणेश जी के विभिन्न नाम वेद और पुराणों में दिए गए हैं। कुछ प्रमुख नाम हैं – विघ्नहर्ता (विघ्न का नाश करने वाला), विनायक (विशेष अधिकारी), गणपति (गणों के प्रमुख), एकदंत (एक दंत वाला), लम्बोदर (लंबे पेट वाला) आदि।

गणेश जी की पूजा का महत्व क्या है?

गणेश जी की पूजा का महत्व भक्तों के जीवन में खुशियाँ और समृद्धि को लाने में है। गणेश जी को विघ्नहर्ता के रूप में पूजने से कठिनाइयाँ दूर होती हैं और सफलता की प्राप्ति होती है।

Ganesh Chaturthi कैसे मनाई जाती है?

Ganesh Chaturthi भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसे भारत भर में धूमधाम से मनाया जाता है। लोग गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर उनकी पूजा अर्चना करते हैं, विशेष भजन-कीर्तन करते हैं, और विभिन्न अनुष्ठानों का पालन करते हैं। त्योहार के दौरान मेले, रस्मों, और कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

गणेश जी का मंत्र क्या है?

गणेश जी के विभिन्न मंत्र हैं, जो उनकी पूजा में उच्चारित किए जाते हैं। कुछ प्रमुख मंत्र हैं – “ॐ गं गणपतये नमः” और “ॐ श्री गणेशाय नमः”। ये मंत्र भक्तों को गणेश जी की कृपा और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

यह थे कुछ प्रमुख सवाल और उनके जवाब भगवान गणेश से संबंधित। गणेश जी एक प्रिय देवता हैं जिन्हें भक्ति और श्रद्धा से पूजा जाता है। उन्हें प्रसन्न करने से व्यक्ति को बुद्धि, समृद्धि, और सफलता मिलती है।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।

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Updated on November 3, 2024