नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan) भजन एक लोकप्रिय भजन है जो भगवान कृष्ण की भक्ति में गाया जाता है। यह भजन भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और विश्वास को व्यक्त करने में मदद करता है। भजन भक्तों को भगवान कृष्ण के आगमन का स्वागत करने और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। यह भजन मुख्यतः कृष्ण जन्माष्टमी, सत्संग समारोह एवं श्री कृष्ण के मंदिरो में गाया व सुना जाता है।
इस भक्ति भजन को देवी चित्रलेखा जी (हरिनाम प्रचार को समर्पित) अक्सर अपने सत्संग समारोह में प्रस्तुत किया जाता है।
विषय सूची
नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की हिंदी में (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan In Hindi)
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
बृज में आनंद भयो,
जय यशोदा लाल की ।
हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हिया लाल की ॥
जय हो नंदलाल की,
जय यशोदा लाल की ।
गोकुल में आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
॥ आनंद उमंग भयो…॥
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
बृज में आनंद भयो,
जय यशोदा लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
गोकुल में आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
जय हो नंदलाल की,
जय यशोदा लाल की ।
हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हिया लाल की ॥
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
बृज में आनंद भयो,
जय यशोदा लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
कोटि ब्रह्माण्ड के,
अधिपति लाल की ।
हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हिया लाल की ॥
गौ चरने आये,
जय हो पशुपाल की ।
गोकुल में आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
कोटि ब्रह्माण्ड के,
अधिपति लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
गौ चरने आये,
जय हो पशुपाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
पूनम के चाँद जैसी,
शोभी है बाल की ।
हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हिया लाल की ॥
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
गोकुल में आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
कोटि ब्रह्माण्ड के,
अधिपति लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
गौ चरने आये,
जय हो पशुपाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
भक्तो के आनंद्कनद,
जय यशोदा लाल की ।
हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हिया लाल की ॥
जय हो यशोदा लाल की,
जय हो गोपाल की ।
गोकुल में आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
कोटि ब्रह्माण्ड के,
अधिपति लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
गौ चरने आये,
जय हो पशुपाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
आनंद से बोलो सब,
जय हो बृज लाल की ।
हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हिया लाल की ॥
जय हो बृज लाल की,
पावन प्रतिपाल की ।
गोकुल में आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
कोटि ब्रह्माण्ड के,
अधिपति लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
गौ चरने आये,
जय हो पशुपाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की॥
आनंद उमंग भयो,
जय हो नन्द लाल की ।
नन्द के आनंद भयो,
जय कन्हिया लाल की ॥
॥ बृज में आनंद भयो…॥
नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की अंग्रेजी में (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan In English)
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Brij Mein Anand Bhayo,
Jay Yashoda Lal Ki ।
Hathi Ghoda Palki,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Jay Ho Nandlal Ki,
Jay Yashoda Lal Ki ।
Gokul Mein Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki .
॥ Anand Umang Bhayo… ॥
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Brij Mein Anand Bhayo,
Jay Yashoda Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Gokul Mein Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Jay Ho Nandlal Ki,
Jay Yashoda Lal Ki ।
Hathi Ghoda Palki,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Brij Mein Anand Bhayo,
Jay Yashoda Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Koti Brahmand Ke,
Adhipati Lal Ki ।
Hathi Ghoda Palki,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Gau Charane Aaye,
Jay Ho Pashupal Ki ।
Gokul Mein Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Koti Brahmand Ke,
Adhipati Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Gau Charane Aaye,
Jay Ho Pashupal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Poonam Ke Chand Jaisi,
Shobhi Hai Baal Ki ।
Hathi Ghoda Palki,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Gokul Mein Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Koti Brahmand Ke,
Adhipati Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Gau Charane Aaye,
Jay Ho Pashupal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Bhakto Ke Anandkanad,
Jay Yashoda Lal Ki ।
Hathi Ghoda Palki,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Jay Ho Yashoda Lal Ki,
Jay Ho Gopal Ki ।
Gokul Mein Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Koti Brahmand Ke,
Adhipati Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Gau Charane Aaye,
Jay Ho Pashupal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Anand Se Bolo Sab,
Jay Ho Brij Lal Ki ।
Hathi Ghoda Palki,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Jay Ho Brij Lal Ki,
Paavan Pratipal Ki ।
Gokul Mein Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Koti Brahmand Ke,
Adhipati Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Gau Charane Aaye,
Jay Ho Pashupal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
Anand Umang Bhayo,
Jay Ho Nand Lal Ki ।
Nand Ke Anand Bhayo,
Jay Kanhiya Lal Ki ॥
॥ Brij Mein Anand Bhayo… ॥
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नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan) Pdf
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नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan) FAQ
“नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की” (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan)भजन किसके द्वारा गाया गया है?
हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की” भजन देवी चित्रलेखा जी द्वारा गाया है |
“नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की” (Nand Ke Anand Bhayo-Bhajan) भजन का कोई धार्मिक महत्व है?
“नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की” भजन हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय भजन है। यह भजन भगवान कृष्ण की भक्ति में गाया जाता है। भजन में, भक्त भगवान कृष्ण के आगमन का स्वागत करता है और भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और प्यार को व्यक्त करता है।
“नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की” भजन किसको समर्पित है ?
“नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की” भजन कृष्ण भगवान को समर्पित है |
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