श्री श्याम प्रभु की जिस घर में (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein)

श्री श्याम प्रभु की जिस घर में (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein) भगवान श्री  खाटू श्याम को समर्पित भक्ति भजन है, जिसे श्री लखबीर सिंह लक्खा जी ने प्रस्तुत किया है। श्री लखबीर सिंह लक्खा जीके मधुर स्वरों में भक्तगण झूमते हुए, इस भजन का आनंद लें और श्री  खाटू श्याम जी का जय जयकार करें। यह भजन मुख्यतः भगवान श्री खाटू श्याम के मंदिरो में गाया व सुना जाता है।

श्री श्याम प्रभु की जिस घर में (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein) Details

गीत के बोलदश्री श्याम प्रभु की जिस घर में,
यह ज्योत जगाई जाती है ।।
गीतकारश्री लखबीर सिंह लक्खा जी
म्यूजिक श्री श्याम सुन्दर जी, श्री बिन्नू जी, श्री पप्पू जी
लिरिक्स दुर्गा नटराज जी
म्यूजिक लेबलसांवरिया
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श्री श्याम प्रभु की जिस घर में (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein) हिंदी में

श्री श्याम प्रभु की जिस घर में,
यह ज्योत जगाई जाती है,

श्री श्याम प्रभु की जिस घर मे,
हाँ यह ज्योत जगाई जाती है,
उस घर का भक्तो क्या कहना,
हर खुशियाँ पाई जाती है।।

जो रोज सबेरे उठ करके,
मेरे श्याम को शीश नवाते है,
जो नाम श्याम का लेकर के ही,
घर से बाहर जाते है,
ज्योति की भभूति श्रद्धा से,
ज्योति की भभूति श्रद्धा से,
माथे पे लगाई जाती है,
उस घर का भक्तो क्या कहना,
हर खुशियाँ पाई जाती है।।

जिस घर में श्याम को भोग लगा,
भोजन को परोसा जाता है,
उस भोजन को अमृत समझो,
वो श्याम प्रसाद बन जाता है,
जहा भोजन के हर कोर में,
महिमा श्याम की गाई जाती है,
उस घर का भक्तो क्या कहना,
हर खुशियाँ पाई जाती है।।

जिस के घर में श्री श्याम भजन,
सुनते है और सुनाते है,
जो श्याम प्रभु के चरणों में,
तन मन की सुध बिसराते है,
जिस के घर में माँ बच्चो को,
श्री श्याम श्री श्याम जपवाती है,
उस घर का भक्तो क्या कहना,
हर खुशियाँ पाई जाती है।।

ऐसे प्रेमी के घर “बिन्नू”,
मेरे श्याम प्रभु बस जाते है,
उस घर परिवार पे “लख्खा” श्याम धणी,
सुख अमृत बरसाते है,
वो घर मंदिर बन जाये जहाँ,
फूलो सी खुशबु आती है,
उस घर का भक्तो क्या कहना,
हर खुशियाँ पाई जाती है।।

श्री श्याम प्रभु की जिस घर में,
हाँ यह ज्योत जगाई जाती है,
उस घर का भक्तो क्या कहना

श्री श्याम प्रभु की जिस घर में (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein) अंग्रेजी में

Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein,
Yeh Jyot Jagayi Jaati Hai,

Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein,
Haan Yeh Jyot Jagayi Jaati Hai,
Us Ghar Ka Bhakto Kya Kehna,
Har Khushiyan Pai Jaati Hai.

Jo Roz Sabere Uth Karke,
Mere Shyam Ko Sheesh Nawaate Hain,
Jo Naam Shyam Ka Lekar Ke Hi,
Ghar Se Bahar Jaate Hain,
Jyoti Ki Bhaavbhuti Shraddha Se,
Jyoti Ki Bhaavbhuti Shraddha Se,
Maathe Pe Lagayi Jaati Hai,
Us Ghar Ka Bhakto Kya Kehna,
Har Khushiyan Pai Jaati Hai.

Jis Ghar Mein Shyam Ko Bhog Laga,
Bhojan Ko Parosa Jaata Hai,
Us Bhojan Ko Amrit Samjho,
Vo Shyam Prasad Ban Jaata Hai,
Jaha Bhojan Ke Har Kor Mein,
Mahima Shyam Ki Gaayi Jaati Hai,
Us Ghar Ka Bhakto Kya Kehna,
Har Khushiyan Pai Jaati Hai.

Jis Ke Ghar Mein Shri Shyam Bhajan,
Sunte Hai Aur Sunaate Hai,
Jo Shyam Prabhu Ke Charano Mein,
Tan Man Ki Sudh Bisraate Hai,
Jis Ke Ghar Mein Maa Bachcho Ko,
Shri Shyam Shri Shyam Japvaati Hai,
Us Ghar Ka Bhakto Kya Kehna,
Har Khushiyan Pai Jaati Hai.

Aise Premi Ke Ghar “Binnu”,
Mere Shyam Prabhu Bas Jaate Hai,
Us Ghar Parivaar Pe “Lakha” Shyam Dhani,
Sukh Amrit Barsaate Hai,
Vo Ghar Mandir Ban Jaaye Jahaan,
Phoolon Si Khushboo Aati Hai,
Us Ghar Ka Bhakto Kya Kehna,
Har Khushiyan Pai Jaati Hai.

Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein,
Haan Yeh Jyot Jagayi Jaati Hai,
Us Ghar Ka Bhakto Kya Kehna,
Har Khushiyan Pai Jaati Hai.

श्री श्याम प्रभु की जिस घर में-भजन (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein) Pdf


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श्री श्याम प्रभु की जिस घर में-भजन (Shri Shyam Prabhu Ki Jis Ghar Mein) Video

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Updated on November 3, 2024