Shri Vishwakarma Aarti Lyrics (श्री विश्वकर्मा आरती गीत)

भगवान् श्री विश्वकर्मा को निर्माण का प्रमुख देवता माना जाता है , इनकी पुत्रियों का नाम रिद्धि, सिद्धि और संज्ञा है। रिद्धि एवं सिद्धि का विवाह भगवान् श्री गणेश से हुआ था। श्री विश्वकर्मा जी की आरती गीत (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics) से हम अपने घर और वाहन को नकारात्मक शक्तियों से बचा सकते है।

विषय सूची

श्री विश्वकर्मा जी की आरती (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics) का वीडियो


श्री विश्वकर्मा आरती गीत (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics) के लाभ

  1. आशीर्वाद प्राप्ति: श्री विश्वकर्मा आरती का पाठ करने से आप उनके कृपाशील आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, जो आपके जीवन को समृद्धि, सफलता और सुख-शांति से भर देंगे।
  2. कार्यों में सफलता: विश्वकर्मा आरती का पाठ करने से आपके कार्यों में सफलता प्राप्त हो सकती है। विश्वकर्मा देवता विज्ञान, कौशल और कार्यशीलता के प्रतीक माने जाते हैं, इसलिए आपकी मेहनत और प्रयासों को सफलता मिल सकती है।
  3. आवास और वाहन की रक्षा: श्री विश्वकर्मा आरती का पाठ करने से आपके आवास और वाहन की रक्षा हो सकती है। इसके माध्यम से आप आपके घर और वाहन को नकारात्मक शक्तियों से बचा सकते हैं।
  4. आत्म-विकास: विश्वकर्मा आरती का पाठ करने से आपका आत्म-विकास हो सकता है। आपका मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान हो सकता है, जिससे आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
  5. शांति और सुख: श्री विश्वकर्मा आरती का पाठ करने से आपको शांति और सुख की अनुभूति हो सकती है। आरती के पाठ से मन और आत्मा की शुद्धि होती है और आप आत्मा की गहराइयों में शांति का अनुभव कर सकते हैं।

आरती का पाठ आवश्यकता और विश्वास के साथ किया जाना चाहिए, यह आपके मानसिक स्थिति, आध्यात्मिक विश्वास और उद्देश्यों के साथ जुड़ा होता है।

श्री विश्वकर्मा आरती गीत हिंदी में (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics in Hindi)

ॐ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा।
सकल सृष्टि के कर्ता रक्षक श्रुति धर्मा ॥

आदि सृष्टि में विधि को, श्रुति उपदेश दिया।
शिल्प शस्त्र का जग में, ज्ञान विकास किया ॥

ऋषि अंगिरा ने तप से, शांति नही पाई।
ध्यान किया जब प्रभु का,सकल सिद्धि आई॥

रोग ग्रस्त राजा ने, जब आश्रय लीना।
संकट मोचन बनकर,दूर दुख कीना॥

जब रथकार दम्पती, तुमरी टेर करी।
सुनकर दीन प्रार्थना, विपत्ति हरी सगरी॥

एकानन चतुरानन, पंचानन राजे।
द्विभुज, चतुर्भुज, दशभुज, सकल रूप साजे॥

ध्यान धरे जब पद का, सकल सिद्धि आवे।
मन दुविधा मिट जावे, अटल शांति पावे॥

श्री विश्वकर्मा जी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत गजानन स्वामी, सुख सम्पत्ति पावे॥

श्री विश्वकर्मा आरती गीत अंग्रेजी में (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics in English)

om jay shree vaastushilpee prabhu jay shree vaastushilpee.
sakal srshti ke karta rakshak shruti dharma.

aadi srshti mein vidhi ko, shruti upadesh diya.
shilp shastr ka jag mein, gyaan vikaas .

rshi angira ne tap se, shaanti nahin paee.
dhyaan kiya jab prabhu ka,sakal siddhi aaee.

rog prabhaavit raaja ne, jab aashray leena.
sankat mochan uday,door duhkh keena.

jab rathakaar dampatee, teree ter karee.
sudhi deen praarthana, vipatti haree sagaree.

ekaanan chaturaanan, panchaanan raaje.
dvibhuj, chaturbhuj, dashabhuj, sakal roop saaje.

dhyaan dhare jab pad ka, sakal siddhi aave.
man tejasvee mit jaave, atal shaanti paave.

shree vishvakarma jee kee aaratee, jo koee nar gaave.
kahat gajaanan, sukh vilaasita paave.

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श्री विश्वकर्मा आरती की पूजा विधि

सामग्री:

  • विश्वकर्मा आरती का पाठ करने के लिए विश्वकर्मा आरती की पुस्तक या पाठ-पुस्तिका
  • दीपक, घी, बत्ती
  • फूल, अक्षत, रोली, चावल
  • पूजा की थाली
  • पूजा के वस्त्र
  • पूजा के समय के अनुसार प्रसाद

पूजन विधि:

  1. पूजा की शुरुआत में एक शुद्ध स्थान पर आसन बिछाएं और उस पर पूजा की थाली रखें।
  2. थाली पर विश्वकर्मा देव की मूर्ति, छवि या चित्र रखें।
  3. मूर्ति के सामने दीपक स्थापित करें और उसमें घी डालें। दीपक को आगे की ओर देखने के लिए रखें।
  4. पूजा के समय के अनुसार फूल, अक्षत, रोली, चावल आदि की थाली को लेकर आरती की तैयारी करें।
  5. आरती की पुस्तक या पाठ-पुस्तिका को हाथ में लेकर आरती का पाठ करें।
  6. आरती के पाठ के बाद, विश्वकर्मा देव की मूर्ति की ओर आरती उतारें।
  7. आरती के बाद दीपक को विश्वकर्मा देव की मूर्ति के सामने प्रदीपित करें।
  8. अब पूजा के वस्त्र और पूजा के सामग्री से विश्वकर्मा देव की मूर्ति को सजाकर उनकी पूजा करें।
  9. अखंड दिया को जलाए रखें और आरती के प्रसाद को प्रशाद के रूप में विश्वकर्मा देव के चरणों में अर्पित करें।
  10. पूजा के बाद, आप आरती का पाठ करते समय और पूजा के अन्य विधियों के साथ अपने मन को विश्वकर्मा देव की उपासना में लगाएं और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।

यह पूजन विधि आपको श्री विश्वकर्मा आरती की पूजा करने में मदद कर सकती है। पूजा का विधिवत और आदर्श रूप से पालन करने के बाद, आप उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं।

श्री विश्वकर्मा जी की आरती (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics) से सम्बंधित प्रश्न :

श्री विश्वकर्मा कौन हैं?

श्री विश्वकर्मा हिन्दू धर्म में देवता के रूप में पूजे जाने वाले एक महत्वपूर्ण देवता हैं। वे विज्ञान, कौशल, औद्योगिकता और कार्यशीलता के प्रतीक माने जाते हैं।

श्री विश्वकर्मा पूजा कब मनाई जाती है?

श्री विश्वकर्मा पूजा विशेषकर सितम्बर महीने के पहले दिन को मनाई जाती है, जिसे विश्वकर्मा जयंती भी कहते हैं।

विश्वकर्मा जयंती क्यों मनाई जाती है?

विश्वकर्मा जयंती का मनाना उनकी पूजा-अर्चना के माध्यम से उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए किया जाता है, जिससे कौशल और कार्यशीलता में वृद्धि हो।

श्री विश्वकर्मा पूजा कैसे की जाती है?

श्री विश्वकर्मा पूजा में विश्वकर्मा देव की मूर्ति या छवि को सजाकर पूजा की जाती है, उनके गुणों की प्रशंसा की जाती है और उनसे आशीर्वाद मांगा जाता है।

श्री विश्वकर्मा आरती क्यों पढ़ी जाती है?

श्री विश्वकर्मा आरती (Shri Vishwakarma Aarti Lyrics) का पाठ करने से उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं, जिससे व्यक्ति का जीवन सफलता, समृद्धि, सुख और शांति से भर जाता है।

विश्वकर्मा देव के क्या अन्य नाम हैं?

विश्वकर्मा देव के अन्य नाम हैं – त्वष्टृ, त्वष्टा, रणन्तर, कुलपति, विष्वकर्मा आदि।

विश्वकर्मा देव के किस-किस उपास्य रूप होते हैं?

विश्वकर्मा देव के उपास्य रूप में विश्वकर्मा शिल्पकार, विश्वकर्मा विद्या के देवता, और विष्वकर्मा कुलदेवता के रूप में भी पूजे जाते हैं।

विश्वकर्मा देव के कौन-कौन से वाहन होते हैं?

विश्वकर्मा देव के वाहन हंस और पक्षियों की एक बड़ी संख्या होती है।

विश्वकर्मा देव का क्या पर्वत होता है?

विश्वकर्मा देव का पर्वत ‘त्रिकूट पर्वत’ होता है, जिसे वे अपने विशेष स्थान के रूप में पूजते हैं।

विश्वकर्मा देव के किस-किस कार्यों के नियंत्रण में होते हैं?

विश्वकर्मा देव के नियंत्रण में गृहनिर्माण, शिल्पकला, उद्योग, टेक्नोलॉजी, विज्ञान और कौशल समाहित होते हैं।

Shri Vishwakarma Aarti Lyrics Pdf (श्री विश्वकर्मा आरती गीत पीडीएफ)

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

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Updated on September 12, 2024