तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics)

तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics) भजन एक हिंदू भजन है जो भगवान राम की महिमा का गान करता है। यह भजन हिंदी भाषा में लिखा गया है और इसका संगीत प्रेमभूषण जी महाराज ने बनाया है। यह भजन पहली बार 1990 के दशक में गाया गया था। भजन की शुरुआत में भक्त भगवान राम से प्रार्थना करता है कि वह उसे अपना बना लें। भक्त भगवान राम की महिमा का गान करते हुए कहता है कि वह उनके गुलाम बनने के लिए तैयार है।

तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स हिंदी में (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics In Hindi)

तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम,
अलबेले राम मेरे मतवाले श्याम,

जो भी करले हम है तुम पार न्योचछवर
दौलत मेरी तेरा नाम मेरे अलबेले राम
अलबेले राम मेरे मतवाले श्याम

तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम
तक भी गया हूँ इस लंबे सफ़र मे
मेरा जीना हुआ है हराम मेरे अलबेले राम
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम

तेरी रज़ा मे अब करली है राज़ी
हमे दे दो सजाया एनाम मेरे अलबेले राम
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम

अलबेले राम मेरे अलबेले राम मेरे
तेरी मर्ज़ी का में हूँ गुलाम ओ मेरे अलबेले राम

तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स अंग्रेजी में (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics In English)

Terii Marzii Kaa Men Huun Gulaam O Mere Alabele Raam,
Alabele Raam Mere Matavaale Shyaam,

Jo Bhii Karale Ham Hai Tum Paar Nyochachhavar
Dowlat Merii Teraa Naam Mere Alabele Raam

Alabele Raam Mere Matavaale Shyaam
Terii Marzii Kaa Men Huun Gulaam O Mere Alabele Raam
Tak Bhii Gayaa Huun Is Lambe Safar Me
Meraa Jiinaa Huaa Hai Haraam Mere Alabele Raam

Terii Marzii Kaa Men Huun Gulaam O Mere Alabele Raam
Terii Razaa Me Ab Karalii Hai Raazii
Hame De Do Sajaayaa Enaam Mere Alabele Raam

Terii Marzii Kaa Men Huun Gulaam O Mere Alabele Raam
Alabele Raam Mere Alabele Raam Mere
Terii Marzii Kaa Men Huun Gulaam O Mere Alabele Raama


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तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स पीडीएफ (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics PDF)

तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स वीडियो (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics Video)

तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स से सबंधित प्रश्न (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics FAQ)

भजन में “तेरी मर्ज़ी का मैं हूँ गुलाम” का क्या अर्थ है?

भजन में “तेरी मर्ज़ी का मैं हूँ गुलाम” (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics) का अर्थ है कि भक्त अपना सब कुछ भगवान राम के हाथों में सौंप देता है। भक्त भगवान राम की मर्ज़ी के अनुसार ही जीना चाहता है। भक्त भगवान राम को अपना मालिक मानता है और उन्हें अपना सर्वस्व समर्पित करता है।

“तेरी मर्ज़ी का मैं हूँ गुलाम” भजन किसने गाया है?

भजन में “तेरी मर्ज़ी का मैं हूँ गुलाम” (Teri Marji Ka Mai Hu Gulam Lyrics) भजन को प्रेमभूषण जी महाराज ने गाया है। वे एक हिंदू भजन गायक और संगीतकार हैं। वे भगवान राम के भक्त हैं और उनके कई भजनों को गा चुके हैं।

“तेरी मर्ज़ी का मैं हूँ गुलाम” भजन का क्या प्रभाव है?

यह भजन भगवान राम की भक्ति और समर्पण को बढ़ावा देता है। यह भजन भक्तों को भगवान राम के प्रति अपना समर्पण व्यक्त करने में मदद करता है।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

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Updated on May 11, 2024