माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa)

माँ शीतला चलीसा (Maa Sheetla Chalisa ) “जय-जय-जय श्री शीतला भवानी” माता शीतला, भारतीय हिन्दू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण देवी हैं, जिन्हें शीतला माता, शीतला देवी, और शीतला रानी के नाम से भी जाना जाता है। माता शीतला का पूजन भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े ही आदर और महत्व के साथ किया जाता है, खासतर उत्तर भारत में।

श्री शीतला चालीसा के लाभ (Maa Sheetla Chalisa Ke Labh)

  1. स्वास्थ्य के लिए:
    माँ शीतला का पूजन ज्वर, बुखार, और अन्य रोगों से बचाव के लिए किया जाता है। चालीसा का पाठ करने से भक्त अच्छे स्वास्थ्य का आनंद ले सकते हैं और रोगों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
  2. आशीर्वाद प्राप्ति:
    माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) के पाठ से भक्त अपनी मांगे हुए आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए मांग, धन संपत्ति, और शांति की प्राप्ति के लिए।
  3. सुख और शांति:
    माँ शीतला के पूजन से भक्त अपने जीवन में सुख, शांति, और सांत्वना प्राप्त कर सकते हैं।
  4. समस्याओं का समाधान:
    चालीसा का पाठ करने से भक्त अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

श्री शीतला चलीसा का वीडियो Maa Sheetla Chalisa Ka Video)

माँ शीतला चालीसा लिरिक्स हिंदी में ( Maa sheetla Chalisa Lyrics in Hindi)

॥ दोहा॥
जय जय माता शीतला ,
तुमहिं धरै जो ध्यान ।
होय विमल शीतल हृदय,
विकसै बुद्धी बल ज्ञान ॥घट-घट वासी शीतला,
शीतल प्रभा तुम्हार ।
शीतल छइयां में झुलई,
मइयां पलना डार ॥

॥ चौपाई ॥
जय-जय-जय श्री शीतला भवानी ।
जय जग जननि सकल गुणधानी ॥

गृह-गृह शक्ति तुम्हारी राजित ।
पूरण शरदचंद्र समसाजित ॥

विस्फोटक से जलत शरीरा ।
शीतल करत हरत सब पीड़ा ॥

मात शीतला तव शुभनामा ।
सबके गाढे आवहिं कामा ॥4॥

शोक हरी शंकरी भवानी ।
बाल-प्राणक्षरी सुख दानी ॥

शुचि मार्जनी कलश करराजै ।
मस्तक तेज सूर्य सम साजै ॥

चौसठ योगिन संग में गावैं ।
वीणा ताल मृदंग बजावै ॥

नृत्य नाथ भैरौं दिखलावैं ।
सहज शेष शिव पार ना पावैं ॥8॥

धन्य धन्य धात्री महारानी ।
सुरनर मुनि तब सुयश बखानी ॥

ज्वाला रूप महा बलकारी ।
दैत्य एक विस्फोटक भारी ॥

घर घर प्रविशत कोई न रक्षत ।
रोग रूप धरी बालक भक्षत ॥

हाहाकार मच्यो जगभारी ।
सक्यो न जब संकट टारी ॥12॥

तब मैंय्या धरि अद्भुत रूपा ।
कर में लिये मार्जनी सूपा ॥

विस्फोटकहिं पकड़ि कर लीन्हो ।
मूसल प्रमाण बहुविधि कीन्हो ॥

बहुत प्रकार वह विनती कीन्हा ।
मैय्या नहीं भल मैं कछु कीन्हा ॥

अबनहिं मातु काहुगृह जइहौं ।
जहँ अपवित्र वही घर रहि हो ॥16॥

अब भगतन शीतल भय जइहौं ।
विस्फोटक भय घोर नसइहौं ॥

श्री शीतलहिं भजे कल्याना ।
वचन सत्य भाषे भगवाना ॥

पूजन पाठ मातु जब करी है ।
भय आनंद सकल दुःख हरी है ॥

विस्फोटक भय जिहि गृह भाई ।
भजै देवि कहँ यही उपाई ॥20॥

कलश शीतलाका सजवावै ।
द्विज से विधीवत पाठ करावै ॥

तुम्हीं शीतला, जगकी माता ।
तुम्हीं पिता जग की सुखदाता ॥

तुम्हीं जगद्धात्री सुखसेवी ।
नमो नमामी शीतले देवी ॥

नमो सुखकरनी दु:खहरणी ।
नमो- नमो जगतारणि धरणी ॥24॥

नमो नमो त्रलोक्य वंदिनी ।
दुखदारिद्रक निकंदिनी ॥

श्री शीतला , शेढ़ला, महला ।
रुणलीहृणनी मातृ मंदला ॥

हो तुम दिगम्बर तनुधारी ।
शोभित पंचनाम असवारी ॥

रासभ, खर , बैसाख सुनंदन ।
गर्दभ दुर्वाकंद निकंदन ॥28॥

सुमिरत संग शीतला माई,
जाही सकल सुख दूर पराई ॥

गलका, गलगन्डादि जुहोई ।
ताकर मंत्र न औषधि कोई ॥

एक मातु जी का आराधन ।
और नहिं कोई है साधन ॥

निश्चय मातु शरण जो आवै ।
निर्भय मन इच्छित फल पावै ॥32॥

कोढी, निर्मल काया धारै ।
अंधा, दृग निज दृष्टि निहारै ॥

बंध्या नारी पुत्र को पावै ।
जन्म दरिद्र धनी होइ जावै ॥

मातु शीतला के गुण गावत ।
लखा मूक को छंद बनावत ॥

यामे कोई करै जनि शंका ।
जग मे मैया का ही डंका ॥36॥

भगत ‘कमल’ प्रभुदासा ।
तट प्रयाग से पूरब पासा ॥

ग्राम तिवारी पूर मम बासा ।
ककरा गंगा तट दुर्वासा ॥

अब विलंब मैं तोहि पुकारत ।
मातृ कृपा कौ बाट निहारत ॥

पड़ा द्वार सब आस लगाई ।
अब सुधि लेत शीतला माई ॥40॥

॥ दोहा ॥
यह चालीसा शीतला,
पाठ करे जो कोय ।
सपनें दुख व्यापे नही,
नित सब मंगल होय ॥

बुझे सहस्र विक्रमी शुक्ल,
भाल भल किंतू ।
जग जननी का ये चरित,
रचित भक्ति रस बिंतू ॥
॥ इति श्री शीतला चालीसा।।

माँ शीतला चालीसा लिरिक्स अंग्रेजी में ( Maa Sheetla Chalisa lyrics in English)

॥ Doha ॥
Jai-Jai Mata Shitala,
Tumahin Dharai Jo Dhyana ।
Hoya Vimal Shital Hridaya,
Vikasai Buddhi Balagyana ॥Ghat-Ghat Basi Sheetala,
Sheetal Prabha Tmhara ।
Sheetal chaiyan Main Jhulai,
Maiyan Palana Dar॥

॥ Chaupaai ॥
Jai-Jai-Jai Shree Shitala Bhawani ।
Jai Jaga Janani Sakala Gunakhani ॥

Griha-Griha Shakti Tumhari Rajita ।
Purana Sharadachandra Samasajita ॥

Visphotaka Se Jalata Sharira ।
Shital Karata Harata Saba Pira ॥

Matu Shitala Tava Shubhanama ।
Sabake Gadhen Avahin Kama ॥

Shokahari Shankari Bhawani ।
Bala-Pranaakshari Sukha Dani ॥

Shuchi Marjani Kalasha Kararajai ।
Mastaka Teja Surya Samarajai ॥

Chausatha Yogina Sanga Me Gavain ।
Vinaa Tala Mridanga Bajavai ॥

Nritya Naatha Bhairo Dikhalaavain ।
Sahaja Shesha Shiva Paara Na Paavain ॥

Dhanya-Dhanya Dhaatri Mahaarani ।
Suranara Muni Taba Suyasha Bakhaani ॥

Jwaala Rupa Maha Balakaari ।
Daitya Eka Visphotaka Bhaari ॥
Ghar-Ghar Pravishata Koi Na Rakshata ।
Roga Rupa Dhari Balaka Bhakshata ॥

Hahakara Machyo Jagabhari ।
Sakyo Na Jaba Sankata Taari ॥

Taba Maiya Dhari Adbhuta Rupa ।
Karamen Liye Maarjani Supa ॥

Visphotakahin Pakadin Kar Linhyo ।
Musala Prahara Bahuvidhi Kinhyo ॥

Bahuta Prakaara Vaha Vinati Kinha ।
Maiya Nahin Bhala Main Kachhu Kinha ॥

Abanahin Matu, Kahugriha Jaihaun ।
Jahan Apavitra Vahi Ghar Rahihaun ॥

Bhabhakata Tana, Shital Hvai Jaihain ।
Visphotaka Bhayaghora Nasaihain ॥

Shri Shitalahin Bhaje Kalyaanaa ।
Vachana Satya Bhashe Bhagawana ॥

Visphotaka Bhaya Jihi Griha Bhai ।
Bhajai Devi Kahan Yahi Upai ॥

Kalasha Shitala Ka Sajavaavai ।
Dwija Se Vidhiwata Patha Karaavai ॥

Tumhin Shitala, Jaga Ki Mata ।
Tumhin Pita Jaga Ki Sukhadata ॥

Tumhin Jagaddhatri Sukhasevi ।
Namo Namami Shitale Devi ॥

Namo Sukkhakarani Dukhaharani ।
Namo-Namo Jagatarani Dharani ॥

Namo-Namo Trailokya Vandini ।
Dukhadaridradika Nikandini ॥

Shri Shitala, Shedhala, Mahala ।
Runalihyunani Matu Mandala ॥

Ho Tuma Digambara Tanudhari ।
Shobhita Panchanama Asawari ॥

Rasabha, Khara Baishakha Sunandana ।
Gardabha Durvakanda Nikandana ॥

Sumirata Sanga Shitala Maai ।
Jahi Sakala Dukha Dura Paraai ॥

Galakaa, Galagandadi Juhoi ।
Taakara Mantra Na Aushadhi Koi ॥

Eka Matu Ji Ka Aaraadhanaa ।
Aura Nahin Koi Hai Saadhanaa ॥

Nishchaya Matu Sharana Jo Aavai ।
Nirbhaya Man Ichchhita Phala Paavai ॥

Kodhi, Nirmala Kaya Dharai ।
Andha, Driga-Nija Drishti Niharai ॥

Vandhya Nari Putra Ko Paavai ।
Janma Daridra Dhani Hoi Jaavai ॥

Matu Shitala Ke Guna Gaavata ।
Lakhaa Muka Ko Chhanda Banawata ॥

Yaame Koi Karai Jani Shanka ।
Jaga Me Maiya Ka Hi Dankaa ॥

Bhagata Kamal Prabhudasa ।
Tat Prayaga Se Puraba Pasa ॥

Gram Tiwari Pur Mam Baasaa ।
Kakara Ganga Tat Durvasa ॥

Aba Vilamba Main Tohi Pukaarata ।
Matu Kripa Kau Baata Nihaarata ॥

Pada Dwaara Saba Aasa Lagaai ।
Ab Sudhi Let Sheetala Maai ॥

॥ Doha ॥
Yah Chalisa Sheetala,
Paath Kare Jo Koy ।
Sapane Dukha VYaape Nahin
Nit Sab Mangal Hoy ॥

Bujhe Sahastr Vikrami Shukl,
Bhaal Bhal Kintu ।
Jag Janani Kaa Ye Charit,
Rachit Bhakti Ras Bintu ॥
॥ Eti Shree Sheetala Chalisa||

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa Lyrics PDF)

श्री शीतला चालीसा से सम्बंधित सामान्य प्रश्न (Shree Sheetla Chalisa FAQ)

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) क्या होती है?

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) एक हिन्दू पौराणिक प्रार्थना है जो माँ शीतला माता की महिमा का गुणगान करने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए पढ़ी जाती है।

माँ शीतला माता का महत्व क्या है?

माँ शीतला माता भारतीय हिन्दू धर्म में मानी जाने वाली देवी हैं, और वे जीवन के सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए पूजी जाती हैं। उन्हें घर में पूजा जाता है, खासकर शीतला अष्टमी के दिन।

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) कब पढ़ी जाती है?

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) को शीतला अष्टमी के दिन पढ़ा जाता है, जो मार्च और अप्रैल महीने में आता है। यह दिन माँ शीतला माता के पूजन के रूप में मनाया जाता है।

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) का पाठ कैसे किया जाता है?

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) को सावधानी और भक्ति भाव से पढ़ा जाता है। इसे सुबह-शाम एक स्थिर स्थान पर बैठकर पढ़ा जा सकता है, या माँ शीतला मंदिर में भक्ति करते समय पढ़ा जा सकता है।

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) का क्या महत्व है?

माँ शीतला चालीसा (Maa Sheetla Chalisa) का पाठ माँ शीतला माता के आशीर्वाद को प्राप्त करने और स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। यह चालीसा उनके भक्तों के द्वारा प्रियतम होती है और उनके जीवन में सुख और समृद्धि लाने का माना जाता है।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

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Updated on May 11, 2024