श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा(Shree vindhyeshwari Chalisa) “नमो नमो विन्ध्येश्वरी, एक हिंदी भक्ति चालीसा है, जिसे श्री विन्ध्येश्वरी देवी की महिमा और महत्व का गुणगान करने के लिए गाया जाता है। यह चालीसा विन्ध्य पर्वत क्षेत्र में बड़े भक्ति भावना के साथ पढ़ा जाता है, और विन्ध्येश्वरी देवी की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए यह चालीसा पढ़ा जाता है।
विषय सूची
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा के लाभ (Shree Vindhyeshwari Chalisa Ke Labh)
- आत्मशांति:
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने से मानसिक शांति और आत्मा को सुकून प्राप्त हो सकता है। - समृद्धि:
भगवान विन्ध्येश्वर की कृपा से वित्तीय समृद्धि और लाभ हो सकता है। - स्वास्थ्य:
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और रोगों से मुक्ति प्राप्त होती है। - परिवारिक सुख:
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा(Shree vindhyeshwari Chalisa) के पाठ से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच समरसता बढ़ती है। - समस्त समस्याओं का समाधान:
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa)का पाठ करने से विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है, चाहे वो व्यक्तिगत, पेशेवर, या आध्यात्मिक हों।
श्री विन्धेश्वरी चालीसा का वीडियो (Shree Vindhyeshwari Chalisa ka video)
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा लिरिक्स हिंदी में (Shree Vindhyeshwari Chalisa In Hindi)
॥ दोहा ॥
नमो नमो विन्ध्येश्वरी,
नमो नमो जगदम्ब ।
सन्तजनों के काज में,
करती नहीं विलम्ब ॥
॥ चौपाई ॥
जय जय जय विन्ध्याचल रानी।
आदिशक्ति जगविदित भवानी ॥
सिंहवाहिनी जै जगमाता ।
जै जै जै त्रिभुवन सुखदाता ॥
कष्ट निवारण जै जगदेवी ।
जै जै सन्त असुर सुर सेवी ॥
महिमा अमित अपार तुम्हारी ।
शेष सहस मुख वर्णत हारी ॥
दीनन को दु:ख हरत भवानी ।
नहिं देखो तुम सम कोउ दानी ॥
सब कर मनसा पुरवत माता ।
महिमा अमित जगत विख्याता ॥
जो जन ध्यान तुम्हारो लावै ।
सो तुरतहि वांछित फल पावै ॥
तुम्हीं वैष्णवी तुम्हीं रुद्रानी ।
तुम्हीं शारदा अरु ब्रह्मानी ॥
रमा राधिका श्यामा काली ।
तुम्हीं मातु सन्तन प्रतिपाली ॥
उमा माध्वी चण्डी ज्वाला ।
वेगि मोहि पर होहु दयाला ॥ 10
तुम्हीं हिंगलाज महारानी ।
तुम्हीं शीतला अरु विज्ञानी ॥
दुर्गा दुर्ग विनाशिनी माता ।
तुम्हीं लक्ष्मी जग सुख दाता ॥
तुम्हीं जाह्नवी अरु रुद्रानी ।
हे मावती अम्ब निर्वानी ॥
अष्टभुजी वाराहिनि देवा ।
करत विष्णु शिव जाकर सेवा ॥
चौंसट्ठी देवी कल्यानी ।
गौरि मंगला सब गुनखानी ॥
पाटन मुम्बादन्त कुमारी ।
भाद्रिकालि सुनि विनय हमारी ॥
बज्रधारिणी शोक नाशिनी ।
आयु रक्षिनी विन्ध्यवासिनी ॥
जया और विजया वैताली ।
मातु सुगन्धा अरु विकराली ॥
नाम अनन्त तुम्हारि भवानी ।
वरनै किमि मानुष अज्ञानी ॥
जापर कृपा मातु तब होई ।
जो वह करै चाहे मन जोई ॥ 20
कृपा करहु मोपर महारानी ।
सिद्ध करहु अम्बे मम बानी ॥
जो नर धरै मातु कर ध्याना ।
ताकर सदा होय कल्याना ॥
विपति ताहि सपनेहु नाहिं आवै ।
जो देवीकर जाप करावै ॥
जो नर कहँ ऋण होय अपारा ।
सो नर पाठ करै शत बारा ॥
निश्चय ऋण मोचन होई जाई ।
जो नर पाठ करै चित लाई ॥
अस्तुति जो नर पढ़े पढ़अवे ।
या जग में सो बहु सुख पावे ॥
जाको व्याधि सतावे भाई ।
जाप करत सब दूर पराई ॥
जो नर अति बन्दी महँ होई ।
बार हजार पाठ करि सोई ॥
निश्चय बन्दी ते छुट जाई ।
सत्य वचन मम मानहु भाई ॥
जापर जो कछु संकट होई ।
निश्चय देविहिं सुमिरै सोई ॥ 30
जा कहँ पुत्र होय नहिं भाई ।
सो नर या विधि करे उपाई ॥
पाँच वर्ष जो पाठ करावै ।
नौरातन महँ विप्र जिमावै ॥
निश्चय होहिं प्रसन्न भवानी ।
पुत्र देहिं ता कहँ गुणखानी ॥
ध्वजा नारियल आन चढ़ावै ।
विधि समेत पूजन करवावै ॥
नित प्रति पाठ करै मन लाई ।
प्रेम सहित नहिं आन उपाई ॥
यह श्री विन्ध्याचल चालीसा ।
रंक पढ़त होवे अवनीसा ॥
यह जन अचरज मानहु भाई ।
कृपा दृश्टि जापर होइ जाई ॥
जै जै जै जग मातु भवानी ।
कृपा करहु मोहि निज जन जानी ॥ 40
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा लिरिक्स अंग्रेजी में (Shree Vindhyeshwari Chalisa In English)
Doha ॥
Namo Namo Vindhyeshvari,
Namo Namo Jagadamb ।
Santajanon Ke Kaj Mein,
Karati Nahin Vilamb ॥
॥ Chaupai॥
Jai Jai Jai Vindhyachal Rani ।
Aadishakti Jagavidit Bhavani ॥
Sinhavahini Jai Jagamata ।
Jai Jai Jai Tribhuvan Sukhadata ॥
Kasht Nivaran Jai Jagadevi ।
Jai Jai Sant Asur Sur Sevi ॥
Mahima Amit Apar Tumhari ।
Shesh Sahas Mukh Varnat Haari ॥
Dinan Ko Du:kh Harat Bhavani ।
Nahin Dekho Tum Sam Kou Daani ॥
Sab Kar Manasa Puravat Mata ।
Mahima Amit Jagat Vikhyata ॥
Jo Jan Dhyan Tumharo Lavai ।
So Turatahi Vanchhit Phal Pavai ॥
Tumhin Vaishnavi Tumhin Rudrani ।
Tumhin Sharada Aru Brahmani ॥
Rama Radhika Shyama Kali ।
Tumhin Matu Santan Pratipali ॥
Uma Madhvi Chandi Jvala ।
Vegi Mohi Par Hohu Dayala ॥ 10
Tumhin Hingalaj Maharani ।
Tumhin Shitala Aru Vigyani ॥
Durga Durg Vinashini Mata ।
Tumhin Lakshmi Jag Sukh Data ॥
Tumhin Jahnavi Aru Rudrani ।
He Mavati Amb Nirvani ॥
Ashtabhuji Varahini Deva ।
Karat Vishnu Shiv Jakar Seva ॥
Chaunsatthi Devi Kalyani ।
Gauri Mangala Sab Gunakhani ॥
Patan Mumbadant Kumari ।
Bhadrikali Suni Vinay Hamari ॥
Bajradharini Shok Nashini ।
Aayu Rakshini Vindhyavasini ॥
Jaya Aur Vijaya Vaitali ।
Matu Sugandha Aru Vikarali ॥
Naam Anant Tumhari Bhavani ।
Varanai Kimi Manush Agyani ॥
Japar Kripa Matu Tab Hoi ।
Jo Vah Karai Chahe Man Joi ॥ 20
Kripa Karahu Mopar Maharani ।
Siddh Karahu Ambe Mam Baani ॥
Jo Nar Dharai Matu Kar Dhyana ।
Takar Sada Hoy Kalyana ॥
Vipati Tahi Sapanehu Nahin Aavai ।
Jo Devikar Jaap Karavai ॥
Jo Nar Kahan Rn Hoy Apara ।
So Nar Path Karai Shat Bara ॥
Nishchay Rn Mochan Hoi Jai ।
Jo Nar Path Karai Chit Lai ॥
Astuti Jo Nar Padhe Padhave ।
Ya Jag Mein So Bahu Sukh Pave ॥
Jaako Vyadhi Satave Bhai ।
Jaap Karat Sab Door Parai ॥
Jo Nar Ati Bandi Mahan Hoi ।
Baar Hajar Path Kari Soi ॥
Nishchay Bandi Te Chhut Jai ।
Saty Vachan Mam Manahu Bhai ॥
Jaapar Jo Kachhu Sankat Hoi ।
Nishchay Devihin Sumirai Soi ॥ 30
Ja Kahan Putr Hoy Nahin Bhai ।
So Nar Ya Vidhi Kare Upai ॥
Panch Varsh Jo Path Karavai ।
Nauratan Mahan Vipr Jimavai ॥
Nishchay Hohin Prasann Bhavani ।
Putr Dehin Ta Kahan Gunakhani ॥
Dhvaja Nariyal Aan Chadhavai ।
Vidhi Samet Poojan Karavavai ॥
Nit Prati Path Karai Man Lai ।
Prem Sahit Nahin Aan Upai ॥
Yah Shri Vindhyachal Chalisa ।
Rank Padhat Hove Avanisa ॥
Yah Jan Acharaj Manahu Bhai ।
Kripa Drshti Japar Hoi Jai ॥
Jai Jai Jai Jag Matu Bhavani ।
Kripa Karahu Mohi Nij Jan Jaani ॥
यह चालीसा भी पढ़े
श्री विन्धेश्वरी चालीसा का पीडीएफ (Shree Vinshyeshwari Chalisa Ka PDF)
Shree vindhyeshwari Chalisa से जुड़े कुछ सामान्य प्रश्न FAQ
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा क्या(Shree vindhyeshwari Chalisa) है?
“श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा(Shree vindhyeshwari Chalisa)” एक हिन्दू धार्मिक पाठ है जो भगवान विन्ध्येश्वर को समर्पित किया जाता है। यह पाठ विन्ध्याचल पहाड़ी क्षेत्र में प्रसिद्ध है और उनकी पूजा में उपयोग होता है।
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का महत्व क्या है?
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा(Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने से भगवान विन्ध्येश्वर की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों को सुख, समृद्धि, आत्मशांति, और संकटों के निवारण में मदद करती है।
कैसे और कब श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करना चाहिए?
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ विशेष अवसरों पर या रोज़ाना किया जा सकता है। इसे सुबह या शाम के समय पढ़ सकते हैं। पूजा के दौरान भी इसे पढ़ा जा सकता है।
क्या श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने के लिए कोई विशेष आवश्यकताएँ हैं?
श्री विंध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने के लिए विशेष आवश्यकताएँ नहीं होती हैं, श्री विंध्येश्वरी चालीसा का पाठ करते समय मानसिक शुद्धि और श्रद्धा बनाए रखें।
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने से किस प्रकार के लाभ होते हैं?
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा (Shree vindhyeshwari Chalisa) का पाठ करने से मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है, साथ ही वित्तीय समृद्धि, स्वास्थ्य में सुधार, और परिवारिक सुख-शांति का अनुभव किया जाता है। इसके अलावा, यह चालीसा विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान भी प्रदान करती है।
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