Mangal Bhavan Amangal Haari प्रभु श्रीराम की कहानी, उनके जंगल में वनवास की कहानी का वर्णन करता है। यह गीत सामान्यतः श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी के समय गाया जाता है , लेकिन इस गीत की मधुरता के कारण प्रायः रामभक्त इसे हर दिन सुनते रहते है।
विषय सूची
मंगल भवन अमंगल हारी लिरिक्स हिंदी में (Mangal Bhavan Amangal Haari Lyrics In Hindi)
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो, होइहै वही जो राम रचि राखा
को करे तरफ़ बढ़ाए साखा
हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिये चारी
हो, जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू
हो, जाकी रही भावना जैसी
रघु मूरति देखी तिन तैसी
रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो, हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
मंगल भवन अमंगल हारी लिरिक्स अंग्रेजी में (Mangal Bhavan Amangal Haari Lyrics In English)
mangal bhavan amangal haaree
drabahu sudasarth achar bihaaree
ram siya ram siya ram jay jay ram
ho, hoihai vahi jo ram rchi raakhaa
ko kare tarapah badahaae saakhaa
ho, dheeraj dharam mitr aru naaree
aapad kaal parkhiye chaaree
ho, jehike jehi par saty sanehoo
so tehi milay n kchhu sandehoo
ho, jaaki rahi bhaavana jaisee
rghu moorati dekhi tin taisee
rghukul reet sada chali aaee
praan jaae par vchan n jaaee
ram siya ram siya ram jay jay ram
ho, hari anant hari ktha anantaa
kahahi sunahi bahuvidhi sab santaa
ram siya ram siya ram jay jay ram
mangal bhavan amangal haaree
drabahu sudasarth achar bihaaree
ram siya ram siya ram jay jay ram
यह मधुर गीत भी सुने
Mangal Bhavan Amangal Haari lyrics pdf
Mangal Bhavan Amangal Haari lyrics का वीडियो
Mangal bhavan amangal hari गीत से सम्बंधित सामान्य प्रश्न
“मंगल भवन अमंगल हारी” क्या है?
“Mangal Bhavan Amangal Haari” भगवान राम को समर्पित एक लोकप्रिय भक्ति हिंदू गीत है। यह आमतौर पर हिंदू महाकाव्य, रामायण से जुड़ा हुआ है, और भगवान राम के गुणों और दिव्य स्वभाव की प्रशंसा करता है।
इस गीत का क्या महत्व है?
यह गीत हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह भगवान राम की कहानी, अयोध्या में उनके जन्म और भगवान राम के जंगल में वनवास की कहानी बताता है। यह भक्तों के जीवन पर भगवान राम के आशीर्वाद और सकारात्मक प्रभाव पर जोर देता है।
क्या “Mangal Bhavan Amangal Haari” किसी विशिष्ट धार्मिक अनुष्ठान या अवसर से जुड़ा है?
हां, यह गीत अक्सर धार्मिक समारोहों के दौरान गाया या गाया जाता है, खासकर भगवान राम के जन्म के उत्सव के दौरान, जिसे राम नवमी के नाम से जाना जाता है। यह आमतौर पर भक्तों द्वारा दैनिक प्रार्थना और भक्ति के रूप में भी गाया जाता है।
क्या कोई भी “मंगल भवन अमंगल हारी” गा या सुना सकता है?
हां, इस भक्ति गीत को कोई भी गा सकता है या सुना सकता है। यह किसी विशिष्ट समूह या व्यक्तियों तक ही सीमित नहीं है और भगवान राम के भक्तों द्वारा व्यापक रूप से पसंद किया जाता है।
५. क्या इस गीत के साथ कोई विशेष धुन या धुनें जुड़ी हुई हैं?
“Mangal Bhavan Amangal Haari” की विभिन्न संगीतमय प्रस्तुतियाँ हैं। विभिन्न संगीतकार और भक्ति गायक अपनी धुनों और शैलियों के साथ गीत की व्याख्या कर सकते हैं। इसके आध्यात्मिक प्रभाव को बढ़ाने के लिए इसे आमतौर पर मधुर और भक्तिपूर्ण तरीके से गाया जाता है।
“मंगल भवन अमंगल हारी” द्वारा क्या संदेश या सीख दी गई है?
यह गीत भगवान राम के गुणों को दर्शाता है, बाधाओं को दूर करने वाले और शुभता और समृद्धि लाने वाले के रूप में उनकी भूमिका पर जोर देता है। यह भक्ति, धार्मिकता और बुराई पर अच्छाई की जीत के महत्व की याद दिलाता है।
क्या “मंगल भवन अमंगल हारी” के उच्चारण और गायन के लिए कोई विशेष दिशानिर्देश हैं?
गाना गाते या सुनाते समय स्पष्टता और सम्मान के लिए शब्दों का सटीक उच्चारण करना महत्वपूर्ण है। किसी जानकार स्रोत या शिक्षक से सही उच्चारण सीखना फायदेमंद होता है।
क्या गाना मूल भाषा के अलावा अन्य भाषाओं में भी गाया जा सकता है?
हां, व्यापक दर्शकों तक पहुंचने के लिए “Mangal Bhavan Amangal Haari” का अन्य भाषाओं में अनुवाद और गायन किया जा सकता है। गीत का सार और उसका संदेश विभिन्न भाषाई पृष्ठभूमि के लोगों के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए विभिन्न भाषाओं में व्यक्त किया जा सकता है।
क्या कोई विशिष्ट समय या अवसर है जब यह गीत गाना या सुनाना विशेष रूप से शुभ होता है?
हालाँकि यह आम तौर पर राम नवमी उत्सव के दौरान गाया जाता है, लेकिन ऐसा कोई विशिष्ट समय या अवसर नहीं है जो “मंगल भवन अमंगल हारी” के पाठ या गायन को प्रतिबंधित करता हो। भक्त अक्सर इसे दैनिक प्रार्थना के रूप में या जब भी वे भगवान राम से आशीर्वाद मांगते हैं, गाते हैं।
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संजय इज़ारदार का रुझान बचपन से ही अध्यात्म की ओर रहा है। वे poojaaarti.com में मंदिरो और त्योहारों के पोस्ट में हमारा सहयोग करते है और हमसे शुरुआत से ही जुड़े हुए है।