श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan )

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan)उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा के पास स्थित एक गांव कोसीकलां में श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan )नामक शनि देव का यह सिद्ध धाम स्थित है । जहां के दर्शन करने से ही भक्तों के सारे दुख,दर्द और कष्ट दूर हो जाते हैं।

स्थानीय लोगों की मान्यताएं हैं,कि इस धाम की चारों ओर से सात बार परिक्रमा करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है ।लोक कथाओं में भी यह कहा गया है,कि भगवान श्री कृष्ण ने कोयल का रूप धारण कर न्याय के देवता शनि देव को इसी स्थान पर दर्शन दिए थे और उन्हें वरदान दिया था कि जो कोई भी शनि भक्त कोकिलावन में आकर इस धाम का श्रद्धा और भक्ति के साथ परिक्रमा करता है ,तो उसके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे एवं उनकी सारी मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी।

विषय सूची

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) का धार्मिक महत्व

द्वापरयुग में शनि देव ने भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए इसी वन में कड़ी तपस्या एवं ताप किया था। उनकी तपस्या से भगवान श्री कृष्णा प्रसन्न होकर उन्हें एक कोयल के रूप में दर्शन दिया , शनि देव कृष्ण के दर्शन को पा कर कृतार्थ हो गए थे ,श्री कृष्ण ने उन्हें दर्शन देते हुए यह कहा कि कोकिलावन वन उनके नंदगांव के समीप है,जिस वजह से कोकिलावन के सभी निवासी उनके पड़ोसी हुए, इसलिए उन्होंने कोकिलावन को यह आशीर्वाद दिया कि जो भी इस वन की परिक्रमा कर श्रद्धा भावना अर्पित करेगा उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होगी ।

शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है । इसीलिए भक्ति यहां अपने किए गए बुरे कर्मों की माफी मांगने आते हैं,और देवताओं से अपने बुरे कर्मों की माफी मांग कर सत मार्ग को अपनाने का निश्चय इस स्थान से करते है।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन वीडियो ( Shree shani mandir kokilavan VIDEO )

भगवान श्री कृष्णा नें श्री शनि मंदिर कोकिलावन ( Shree shani mandir kokilavan ) में की थी लीला

लोग कथनों के अनुसार शनि देव द्वापरयुग में अपने आराध्य श्री कृष्णा के बाल रूप का दर्शन करने नंदगांव गए थे , जहा नंद बाबा ने उनकी को दृष्टि से भयभीत होकर उन्हें द्वार पर ही रोक दिया था । जिससे शनि देव निराश हो गए थे,शनि देव की निराशा देखकर श्री कृष्ण ने उन्हें संदेश भिजवाया था। जिसमें उन्होंने कहा कि आप नंदगांव के समीप एक वन में मेरी प्रतीक्षा करिए मैं आपको वही दर्शन दूंगा। इसके बाद शनि देव कोकिलावन को अपना तपोधन बनाकर तपस्या शुरू की तत्पश्चात् भगवान श्री कृष्ण ने इस स्थान पर उन्हें कोयल के रूप में दर्शन दिए।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) में शनिवार के दिन होती है काफी भीड़

शनि देव के इस मंदिर का हिंदू धर्म में एक अलग स्थान मौजूद है। शनिवार के दिन दूर-दूर से भक्ति इस मंदिर में पहुंचकर कोकिलावन के सवा कोस की परिक्रमा करते हैं । जिसके बाद सभी भक्त सूर्य कुंड में स्नान कर शनि देव की पूजा करते हुए उन पर तेल चढ़ाते हैं । माना जाता है, कि यहां आने वाले सभी भक्तों की सारी मनोकामनाएं शनिदेव पूर्ण करते हैं,और उनके सारे दुख दर्द भगवान श्री कृष्णा हर लेते हैं। इन्ही मान्यता को लेकर सैकड़ो की संख्या में भक्त यहां अपनी फरियाद लेकर पहुंचते हैं।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) दर्शन का समय

श्री शनि देव का यह मंदिर वर्ष के 365 दिन खुला रहता है, जहां सोमवार से गुरुवार तक भक्त सुबह 6:00 से लेकर रात 8:00 तक मंदिर में दर्शन कर सकते हैं। शनिवार और शुक्रवार के दिन यह मंदिर 24 घंटे खुला रहता है। तो वहीं रविवार के दिन यह मंदिर दोपहर 12:00 से रात 9:00 तक भक्तों के लिए खोला जाता है । विभिन्न छुट्टियों पर भी मंदिर को आधे समय के लिए बंद किया जाता है।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) के प्रमुख त्योहार

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) में प्रत्येक शनिवार को भक्तों के लाखों की भीड़ आती है। जो एक त्यौहार की तरह ही लगता है । पर शनि जयंती ज्येष्ठ अमावस्या के कृष्ण पक्ष के दो दिन यहां पर भक्तों की संख्या काफी बढ़ जाती है,इस दिन शनि देव का जन्मोत्सव भक्त मानते हैं।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) कैसे पहुँचे

हवाई मार्ग

कोकिलावन शनि देव मंदिर (Shree shani mandir kokilavan ) से सबसे निकटतम हवाई अड्डा आई जी आई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। जो इस मंदिर से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । मंदिर से हवाई अड्डे तक जाने के लिए स्थानीय परिवहन टैक्सी और रिक्शा का उपयोग कर श्रद्धालु मंदिर से हवाई अड्डे तक जा सकते हैं।

ट्रेन मार्ग

कोकिलावन शनि देव मंदिर (Shree shani mandir kokilavan ) से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन मथुरा रेलवे स्टेशन है । जो इस मंदिर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलवे स्टेशन तक जाने के लिए लोकल टैक्सी और रिक्शा ऑटो मिल जाती हैं। जिसका किराया 10 से 50 तक होता है।

सड़क मार्ग

इस मंदिर का मार्ग मथुरा से जुड़ा हुआ है । मथुरा – दिल्ली हाईवे से जुड़े होने की वजह से देश के किसी भी कोने से यहां तक सड़क मार्ग के जरिए पहुंचा जा सकता है । जिसके लिए सार्वजनिक बस ,निजी या किराए टेक्सी का उपयोग किया जा सकता है।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) के पास घूमने की जगह

द्वारिकाधीश मंदिर

सन 1814 में निर्मित,यह मंदिर अपेक्षाकृत नया है लेकिन अत्यधिक पूजनीय है। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित यह मंदिर वास्तुकला के आकर्षण को उगेरे हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचता है।

भगवान श्री कृष्ण का जन्मस्थान मंदिर

यह मंदिर आस्था के साथ आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है ।क्योंकि इस मंदिर में जेल कक्ष चारो ओर बनाए गए हैं ।जिसमे भगवान कृष्ण के माता-पिता देवकी और वासुदेव को दुष्ट मामा कंश ने कैद किया था।

कंश का महल

कृष्णा गंगा घाट और गऊ घाट के पास स्थित कंस का यह किला पर्यटकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। इस किले में हिंदू मुस्लिम वास्तुकालयों का मिश्रण भी देखने को मिलता है। यह किला यमुना नदी के तट पर स्थित है।

ऐतिहासिक संग्रहालय(मथुरा)

आसपास के क्षेत्र की मिट्टी से बने बर्तन चित्रकला मूर्ति कला सिक्के सांस्कृतिक और बहुत कुछ सवेरे हुए सन 1874 में निर्मित मथुरा संग्रहालय एक पर्यटन का केंद्र है।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) रुकने की व्यवस्था

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) के आसपास विभिन्न होटल और धर्मशाला मौजूद है । पर हिंदुवो की धार्मिक भूमि मथुरा के निकटतम होने की वजह से मथुरा के विभिन्न धर्मशालाओ में ₹50 से ₹200 तक ठहरने की उत्तम व्यवस्था उपलब्ध है ।
वही होटल में ₹300 से ₹2,500 तक उत्तम व्यवस्था वाले कमरे मिल जाते हैं।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) भोजन व्यवस्था

आसपास मौजूद शुद्ध शाकाहारी होटल में ₹60 से 180 रुपया तक प्रति थाली के हिसाब से भोजन कर सकते हैं । धार्मिक स्थल होने की वजह से मंदिर क्षेत्र से 2 किलोमीटर तक मांसाहारी भोजन प्रतिबंधित है।

शनि चालीसा लिरिक्स हिन्दी में

दोहा
!!  जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल,
 दीनन के दुःख दूर करि , कीजै नाथ निहाल,
 जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज ,
 करहु कृपा हे रवि तनय , राखहु जन की लाज !!

!!  जयति जयति शनिदेव दयाला  करत सदा भक्तन प्रतिपाला,  
 चारि भुजा, तनु श्याम विराजै  माथे रतन मुकुट छवि छाजै,  
 परम विशाल मनोहर भाला  टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला,  
 कुण्डल श्रवन चमाचम चमके  हिये माल मुक्तन मणि दमकै !!

!!  कर में गदा त्रिशूल कुठारा  पल बिच करैं अरिहिं संहारा,  
 पिंगल, कृष्णो, छाया, नन्दन  यम, कोणस्थ, रौद्र, दुःख भंजन,  
 सौरी, मन्द शनी दश नामा  भानु पुत्र पूजहिं सब कामा,  
 जापर प्रभु प्रसन्न हवैं जाहीं  रंकहुं राव करैं क्षण माहीं !!

!!  पर्वतहू तृण होइ निहारत  तृणहू को पर्वत करि डारत,  
 राज मिलत वन रामहिं दीन्हयो  कैकेइहुँ की मति हरि लीन्हयो,  
 वनहुं में मृग कपट दिखाई  मातु जानकी गई चुराई,  
 लषणहिं शक्ति विकल करिडारा  मचिगा दल में हाहाकारा !!

!!  रावण की गति-मति बौराई  रामचन्द्र सों बैर बढ़ाई,  
 दियो कीट करि कंचन लंका  बजि बजरंग बीर की डंका,  
 नृप विक्रम पर तुहि पगु धारा  चित्र मयूर निगलि गै हारा,  
 हार नौलखा लाग्यो चोरी  हाथ पैर डरवायो तोरी !!

!!  भारी दशा निकृष्ट दिखायो  तेलहिं घर कोल्हू चलवायो,  
 विनय राग दीपक महँ कीन्हयों  तब प्रसन्न प्रभु ह्वै सुख दीन्हयों,  
 हरिश्चन्द्र नृप नारि बिकानी  आपहुं भरे डोम घर पानी,  
 तैसे नल पर दशा सिरानी  भूंजी-मीन कूद गई पानी !!

!!  श्री शंकरहिं गह्यो जब जाई  पारवती को सती कराई,  
 तनिक विकलोकत ही करि रीसा  नभ उड़ि गतो गौरिसुत सीसा,  
 पाण्डव पर भै दशा तुम्हारी  बची द्रोपदी होति उधारी,
 कौरव के भी गति मति मारयो  युद्ध महाभारत करि डारयो !!

!! रवि कहँ मुख महँ धरि तत्काला  लेकर कूदि परयो पाताला,  
 शेष देव-लखि विनती लाई  रवि को मुख ते दियो छुड़ाई,  
 वाहन प्रभु के सात सुजाना  जग दिग्गज गर्दभ मृग स्वाना,  
 जम्बुक सिह आदि नख धारी  सो फल ज्योतिष कहत पुकारी !!

!! गज वाहन लक्ष्मी गृह आवैं  हय ते सुख सम्पत्ति उपजावै,  
 गर्दभ हानि करै बहु काजा  सिह सिद्ध्कर राज समाजा,  
 जम्बुक बुद्धि नष्ट कर डारै  मृग दे कष्ट प्राण संहारै,  
 जब आवहिं स्वान सवारी  चोरी आदि होय डर भारी !!

!! तैसहि चारि चरण यह नामा  स्वर्ण लौह चाँदी अरु तामा,  
 लौह चरण पर जब प्रभु आवैं  धन जन सम्पत्ति नष्ट करावैं,  
  समता ताम्र रजत शुभकारी  स्वर्ण सर्वसुख मंगल भारी,  
 जो यह शनि चरित्र नित गावै  कबहुं न दशा निकृष्ट सतावै !!

!! अद्भुत नाथ दिखावैं लीला  करैं शत्रु के नशि बलि ढीला,  
 जो पण्डित सुयोग्य बुलवाई  विधिवत शनि ग्रह शांति कराई,  
 पीपल जल शनि दिवस चढ़ावत  दीप दान दै बहु सुख पावत,  
 कहत राम सुन्दर प्रभु दासा  शनि सुमिरत सुख होत प्रकाशा !!

॥ दोहा ॥
!! पाठ शनिश्चर देव को, की हों ‘भक्त’ तैयार,  
 करत पाठ चालीस दिन, हो भवसागर पार !!

शनि चालीसा लिरिक्स अंग्रेजी में

Doha
!! Jai Ganesh Girija Suvan Mangal Karan Kripal
 Denan Ke Dukh Door Kari Kijei Nath Nihal  
 Jai Jai Shri Shanidev Prabhu Sunahu Vinae Maharaj,  
 Karu Kripa He Ravi Tanae Rakhhu Jan Ki Laj. !!  

!! Jayati Jayati Shanidev Deyala Karat Sada Bhagatan Pratipala.  
 Chari Bhuja, Tanu Sham Viraje Mathe Ratan Mukut Chhavi Chaje.  
 Param Vishal Manohar Bhala Tedhi Drishti Bhrkuti Vikarala.  
 Kundal Shravan Chamacham Chamake Hiye Maal Muktan Mani Damke. !!
 
!! Kar Me Gada Trishul Kuthara Pal Bich Kare Arihi Sahara.Pingal,  
 Krishno, Chhaaya, Nandan, Yam Konsth, Raudra, Dukh Bhanjan.Sauri,  
 Mand Shani, Dash Nama Bhanu Putra Pujahe Sab Kama.  
 Japar Prabhu Prasann Have Jahi Rankhu Raav Kare shann Maahi !!
 
!! Parvathu Trun Hoi Niharat Trinahu Ko Parvat Kari Darat.  
 Raaj Milat Vann Ramahi Dinho Kaikeihu Ki Mati Hari Linho.
 Vanhu Me Mrig Kapat Dikhai Matu Janki Gai Churai.
 Lashanahi Shakti Vikal Karidara Machiga Dal Me Hahakara.!!

!! Ravan Ki Gati-Mati Baurai Ramachandra So Bair Badhai.
 Diyo Keet Kari Kanchan Lanka, Baji Bajarang Bir Ki Danka.  
 Nrip Vikram Par Tuhi Pagu Dhara, Chitra Mayoor Nigali Gai Hara.
 Haar Naulakha Lageo Chori Hath Pair Daravao Tori !!

!!  Bhari Dasha Nikrasht Dikhao Telahi Ghar Kolhu Chalvao.
 Vinae Raag Deepak Mah Kinhao Tab Prasann Prabhu Hve Sukh Dinho.
 Harishchandra Nrip Nari Bikani Aaphu Bhare Dom Ghar Pani.
 Taise Nal Par Dasha Sirani Bhunji-Meen Kud Gai Pani. !!  

!!  Shri Shankarahi Gaheo Jab Jai Paravati Ko Sati Karai.  
 Tanik Vikalokat Hi Kari Resa Nabh Udi Gato Gaurisut Seema.
 Pandav Par Bhai Dasha Tumhari Bachi Dropadi Hoti Ughari.
 Kaurav Ke Bhi Gati Mati Mareyo Yudh Mahabharat Kari Dareyo!!

!!  Ravi Kah Mukh Meh Dhari Tatkala  Lekar Kudi Pareye Patala.
 Shesh Dev-Lakhi Vinati Lai Ravi Ko Mukh Te Diyo Chudai.
 Vahan Prabhu Ke Saat Sujana Jag Diggaj Gardabh Mrig Svana.
 Jambuk Sinh Aadi Nakh Dhari  So Phal Jyotish Kehat Pukari. !!  

 !!  Gaj Vahan Lakshmi Greh Aave Hay Te Sukh Sampati Upjave.
 Gardabh Hani Kare Bahu Kaja Singh Sidhakar Raj Samaja.
 Jambuk Budhi Nasht Kar Dare Mrig De Kasht Pran Sahare.
 Jab Avahe Svan Savari Chori Aadi Hoe Dae Bhari. !!  

!!  Taisi Chari Charan Yeh Nama Svarn Lauh Chandi Aru Tama.
 Lauh Charan Par Jab Prabhu Aave Dhan Jan Sampati Nasht Karave.
 Samta Tamra Rajat Shubhkari Svarn Sarvasukh Mangal Bhari.
 Jo Yah Shani Charitra Nit Gave Kabhu Na Dasha Nikrisht Satave !!

!!  Adbhut Nath Dikhave Lela Kare Shatru Ke Nashi Bali Dhila.
 Jo Pandit Suyogya Bulavi Vidhivat Shani Greh Shanti Krai.
 Peepal Jal Shani Divas Chadhavat Deep Daan hai Bahu Sukh
 Kehat Ram Sundar Prabhu Dasa Shani Sumirat Sukh Hot Prakasha !!

Doha
!!  Path Shanishchar Dev Ko Ki Ho Bhagat Teyar,
 Karat Path Chalis Din Ho Bhavsagar Paar !! 

शनि चालीसा वीडियो


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श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) FAQ

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) रविवार को जा सकते है?

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) रविवार को दोपहर 12.00 बजे से रात 9 बजे तक जा सकते है।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) में कौन कौन से भगवानओ की पूजा होती है?

भगवान श्री कृष्ण, शनि देव ,हनुमानजी,

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) में शनिदेव को क्या चढ़या जाता है?

तिल, तेल उरद,औऱ लोहा।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan )के आस पास और घूमने की जगह कौन कौन सी है?

कृष्ण जन्मभूमि, कंश का किला,मथुरा संग्रहालय और द्वारिकाधीश मंदिर।

श्री शनि मंदिर कोकिलावन( Shree shani mandir kokilavan ) में सबसे अधिक भीड़ किस दिन होती है?

प्रतेक शनिवार के दिन।

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इस पोस्ट में दी गयी समस्त जानकारिया धार्मिक और सामाजिक जानकारियों पर आधारित है ,poojaaarti.com किसी जानकारी की कोई पुस्टि नहीं करता। किसी भी पूजा विधि, पूजन सामग्री और आरती के लिए विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले।

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Updated on May 10, 2024