बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra)

बगलामुखी ब्रह्मास्त्र मंत्र (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra) एक शक्तिशाली मंत्र है जो शत्रुओं को परास्त करने, प्रतिद्वंद्वियों को शांत करने, और मनोवांछित फल प्राप्त करने में सहायक होती है। यह मंत्र देवी बगलामुखी को समर्पित है, वे अपने भक्तों के शत्रुओं को परास्त करने और उन्हें सफलता दिलाने में सहायता करती हैं। इस मंत्र का पाठ केवल अच्छे कार्यों के लिए ही करना चाहिए।

विषय सूची

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र हिंदी में (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra In Hindi)

ॐ नमो भगवति चामुण्डे नरकंकगृधोलूक परिवार सहिते श्मशानप्रिये नररूधिर मांस चरू

भोजन प्रिये सिद्ध विद्याधर वृन्द वन्दित चरणे ब्रह्मेश विष्णु वरूण कुबेर भैरवी भैरवप्रिये

इन्द्रक्रोध विनिर्गत शरीरे द्वादशादित्य चण्डप्रभे अस्थि मुण्ड कपाल मालाभरणे शीघ्रं दक्षिण

दिशि आगच्छागच्छ मानय-मानय नुद-नुद अमुकं मारय-मारय, चूर्णय-चूर्णय,

आवेशयावेशय त्रुट-त्रुट, त्रोटय-त्रोटय स्फुट-स्फुट स्फोटय-स्फोटय महाभूतान जृम्भय-जृम्भय

ब्रह्मराक्षसान-उच्चाटयोच्चाटय भूत प्रेत पिशाचान् मूर्च्छय-मूर्च्छय मम शत्रून् उच्चाटयोच्चाटय

शत्रून् चूर्णय-चूर्णय सत्यं कथय-कथय वृक्षेभ्यः सन्नाशय-सन्नाशय अर्कं स्तम्भय-स्तम्भय

गरूड़ पक्षपातेन विषं निर्विषं कुरू-कुरू लीलांगालय वृक्षेभ्यः परिपातय-परिपातय

शैलकाननमहीं मर्दय-मर्दय मुखं उत्पाटयोत्पाटय पात्रं पूरय-पूरय भूत भविष्यं तय्सर्वं कथय-कथय

कृन्त-कृन्त दह-दह पच-पच मथ-मथ प्रमथ-प्रमथ घर्घर-घर्घर ग्रासय-ग्रासय विद्रावय – विद्रावय

उच्चाटयोच्चाटय विष्णु चक्रेण वरूण पाशेन इन्द्रवज्रेण ज्वरं नाशय – नाशय

प्रविदं स्फोटय-स्फोटय सर्व शत्रुन् मम वशं कुरू-कुरू पातालं पृत्यंतरिक्षं आकाशग्रहं आनयानय

करालि विकरालि महाकालि रूद्रशक्ते पूर्व दिशं निरोधय-निरोधय पश्चिम दिशं स्तम्भय-स्तम्भय

दक्षिण दिशं निधय-निधय उत्तर दिशं बन्धय-बन्धय ह्रां ह्रीं ॐ बंधय-बंधय ज्वालामालिनी

स्तम्भिनी मोहिनी मुकुट विचित्र कुण्डल नागादि वासुकी कृतहार भूषणे मेखला चन्द्रार्कहास

प्रभंजने विद्युत्स्फुरित सकाश साट्टहासे निलय-निलय हुं फट्-फट् विजृम्भित शरीरे

सप्तद्वीपकृते ब्रह्माण्ड विस्तारित स्तनयुगले असिमुसल परशुतोमरक्षुरिपाशहलेषु वीरान शमय-शमय

सहस्रबाहु परापरादि शक्ति विष्णु शरीरे शंकर हृदयेश्वरी बगलामुखी सर्व दुष्टान् विनाशय-विनाशय हुं फट् स्वाहा।

ॐ ह्ल्रीं बगलामुखि ये केचनापकारिणः सन्ति तेषां वाचं मुखं पदं स्तम्भय-स्तम्भय

जिह्वां कीलय – कीलय बुद्धिं विनाशय-विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।

ॐ ह्रीं ह्रीं हिली-हिली अमुकस्य वाचं मुखं पदं स्तम्भय शत्रुं जिह्वां कीलय शत्रुणां

दृष्टि मुष्टि गति मति दंत तालु जिह्वां बंधय-बंधय मारय-मारय शोषय-शोषय हुं फट् स्वाहा।।

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र अंग्रेजी में (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra In English)

Om namo bhagavatee chaamunde narakank gridhroluk parivaar sahit shmashaanpriy narrudhirmans, charu

bhojanpriye! siddh vidyaadhar vrnd vandit charane brhmesh vishnu varun kuber bhairavee bhairav priye

indrakrodh, vinirgit shareere, dvaadaashaditya chandprabhe asthi mund kapaal, maalaabharane, sheeghrm dakshin

dishi aagaachha aagaachha manay manay, nud nud, sarv shatrunaam, maraya maraya, choornay, choornay,

aaveshyay aaveshyay, trut trut, trotay trotay, sphut sphut, sphotay sphotay, mahaabhootaan jrimbhay jrimbhay,

brahmaraakshan uchchatay uchchaatay, bhootpret pishachan moorchchay moorchchay, mam shatrun uchchatay

uchchaatay, shatrun  choornay, choornay,  satyam kathay kathay Vrikshebhya: Sannashay Sannashay arkam Stambhya

Stambhya  Garud Pakshpaten Vishm Nirvishm Kuru Kuru leelaangaalayavrkshebhy: paripaatay paripathay

shailakaanamaheen marday maraday, mukham uttpatay utpaatay, patram purya purya bhootabhavishyan yat sarv kathay

kathay, krint krint, dah dah, pach pach, math math,  pramath pramath gharghar gharghar, graasay graasay, vidravay

vidravay uchchaatay uchchaatay, vishnuchakran varunpaashen indravajren jvaram naashay naashay, pravidam sphotay

sphotay, sarvashatroon mam vasham kuru kuru, paataalam pratyantriksham aakaashagraham aanay aanay, karaali

vikraalee mahaakaalee, rudrashakte poorvadishim nirodhay nirodhay, pashchimadishm stambhay stambhay,

dakshinadishim nidhay nidhay, uttarashim bandhya bandhya, Hraam Hreem Om bandhya bandhya, Jwalamalini

Stambhini Mohini krtribhay mukut Vichitr Kundal Naagadi Vasuki Kritharbhushne mekhala chandraarkahaas prabhanjane

vidyutsphurit skash shatahaas nilay nilay, hum phat, hum phat vijrmbhit sharire saptdweep krte bramnad Vistarit stan

yugle asi musul parshu tomar khshuripash halushu veeran shamay shamay sahasrbahu paraparidishakti vishnu sharire,

shankar hrudyeshvaree bagalukhi ! sarvadushtaan vinashay vinashya hum phat svaaha .

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र वीडियो (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra Video)

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र विधि (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra Vidhi)

  • एक पवित्र स्थान पर एक पीले रंग का आसन बिछाएं।
  • देवी बगलामुखी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
  • एक माला लें और उस पर मंत्र लिख लें।
  • एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
  • धूप और अगरबत्ती जलाएं।
  • गंगाजल से स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र लाभ (Baglamukhi Brahmastra Mala MantraBenefit)

  1. शत्रु समाप्ति: बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र का जप करने से शत्रुओं और आपत्तियों से मुक्ति प्राप्त हो सकती है और व्यक्ति अपनी सुरक्षा में सशक्त हो सकता है.
  2. वाणिज्यिक सफलता: कई लोग इस मंत्र का जप व्यापार में सफलता प्राप्त करने के लिए करते हैं, क्योंकि यह आपके पथ में आने वाली बाधाओं को हटा सकता है और व्यापारिक संबंधों में स्थिरता बना सकता है.
  3. मानसिक शांति: इस मंत्र का जाप मानसिक शांति और आत्मा के साथ संबंध स्थापित करने में सहायक हो सकता है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव कर सकता है.
  4. बुद्धि विकास: बगलामुखी माला का जप करने से व्यक्ति की बुद्धि में सुधार हो सकता है, जिससे सोचने की क्षमता बढ़ सकती है और सही निर्णय लेने में सहायक हो सकता है.
  5. कल्याणकारी प्रभाव: बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला का जप करने से व्यक्ति का चरित्र शुद्ध हो सकता है और उसमें उद्धारणीय परिवर्तन आ सकता है

यह भी मंत्र देखे


बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र पीडीएफ (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra PDF)

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र से सम्बन्धी कुछ प्रश्न (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra FAQ)

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra) का पाठ कितनी बार करना चाहिए?

बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र का पाठ कम से कम 108 बार करना चाहिए। यदि साधक अधिक लाभ प्राप्त करना चाहता है, तो वह अधिक बार भी मंत्र का पाठ कर सकता है।

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra) का पाठ कब करना चाहिए?

बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र का पाठ किसी भी समय किया जा सकता है। लेकिन, विशेष रूप से सुबह और शाम के समय इसका पाठ करना अधिक लाभकारी होता है।

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra) का पाठ करने से क्या कोई नकारात्मक प्रभाव भी होता है?

हाँ, बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र का पाठ करने से कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। यदि मंत्र का पाठ सही तरीके से नहीं किया जाता है, तो यह साधक को हानि पहुंचा सकता है। इसलिए, इस मंत्र का पाठ करने से पहले किसी योग्य गुरु से सलाह लेना आवश्यक है।

बगलामुखी माला ब्रह्मास्त्र मंत्र (Baglamukhi Brahmastra Mala Mantra) का पाठ करने का सही तरीका क्या है?

बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र का पाठ करने का सही तरीका निम्नलिखित है:
एक पवित्र स्थान पर एक पीले रंग का आसन बिछाएं।
देवी बगलामुखी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
एक माला लें और उस पर मंत्र लिख लें।
एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
धूप और अगरबत्ती जलाएं।
गंगाजल से स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।

आज का हमारा लेख पढ़ने के लिए हम आपकी सराहना करते हैं। कृपया अपने अनुभव हमसे साझा करने के लिए हमारे facebook group पर जुड़े और हमारे facebook page को like करे। अगर आप इस लेख में कुछ सुधार चाहते है, तो कृपया comment के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते है।

इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

Leave a Comment

Exit mobile version

Updated on May 10, 2024