सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra)

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) सूर्य देवता को समर्पित एक प्रमुख मंत्र है, हिंदू धर्म में सूर्य को एक देवता के रूप में पूजा जाता है। सूर्य नवग्रहों में से एक ग्रह है और उसे सभी जीवन और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। सूर्य स्वास्थ्य, धन और समृद्धि से भी जुड़ा है। इस मंत्र का उपयोग कर हम सूर्य देवता के प्रति सम्मान और भक्ति दिखाने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक माध्यम है।

सूर्य गायत्री मंत्र विधि (Surya Gayatri Mantra Vidhi)

सूर्य गायत्री मंत्र जप करने की विधि निम्नानुसार है :

  1. ध्यान और साधना: सुबह – सुबह शांत, सुस्थिर और साफ मंदिर या अपने आसन पर बैठें।
  2. संकल्प: मानसिक रूप से अपने उद्देश्य को ध्यान में रखें कि आप सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) का जाप कर रहे हैं और सूर्य देवता की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का संकल्प करें।
  3. माला और उच्चारण: हाथ में माला को लेकर ध्यान में बैठें और माला के हर बीज में मंत्र का उच्चारण करें। प्राय: १०८ बार का जाप किया जाता है, लेकिन आप अपनी साधना और समय के अनुसार जाप की संख्या निर्धारित कर सकते हैं।
  4. ध्यान: मंत्र के जाप के दौरान अपने मन को शांत और सूर्य देवता की ओर ध्यान केंद्रित करे। सूर्य देवता की ऊर्जा और प्रकाश को अनुभव करने का प्रयास करें।
  5. समापन: अपनी साधना को समाप्त करते समय, धन्यवाद करें और उसी ऊर्जा के साथ अपने दैनिक जीवन में सूर्य की कृपा का अनुभव करने का संकल्प लें।

ध्यान दें कि सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) का उच्चारण सही ढंग से किया जाए और साधना को नियमित रूप से किया जाना चाहिए ताकि आप सूर्य देवता की कृपा और शक्ति को प्राप्त कर सकें।

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra)

ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयत।।

सूर्य गायत्री मंत्र अर्थ (Meaning of Surya Gayatri Mantra)

हे सूर्य देवता मैं आपको प्रणाम करता हूँ, हमें आपके ज्ञान से रोशन करे और आपके प्रकाश के समान ही मेरे जीवन को प्रकशित करे।

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) Pdf

सूर्य गायत्री मंत्र से प्राप्त लाभ (Benefit of Surya Gayatri Mantra)

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) से कई लाभ होते हैं। यह स्वास्थ्य, धन, और समृद्धि को बढ़ावा देता है। यह रोगो को नस्ट करने के साथ-साथ मानसिक और आध्यात्मिक विकास में भी मदद करता है।

  • बेहतर स्वास्थ्य:
    सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) का जाप करने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ती है और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जिससे हम बेहतर सवास्थ्य का जीवन जीते है।
  • मानसिक लाभ:
     सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। यह मंत्र मन को एकाग्र करता है और आत्म-ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है।
  • समृद्धि में वृद्धि:
    इस मंत्र का जाप करते हुए सूर्य देवता को जल चढ़ाने से आर्थिक समृद्धि सहित आशीर्वाद और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
  • आध्यात्मिक विकास:
    सूर्य को जल चढ़ाने से आत्मा शुद्ध होती है और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा मिलता है।
  • परमात्मा से जुड़ाव:
    मंत्र का जाप करते हुए सूर्य को जल चढ़ाना परमात्मा से जुड़ने और सूर्य के प्रति सम्मान और भक्ति दिखाने का एक तरीका है।
  • आशीर्वाद :
    मंत्र का जाप नियमित रूप से प्रतिदिन करने पर सूर्य देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सूर्य देव हमारी हर इच्छा को पूर्ण करते है।


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सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) FAQ

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) क्या है?

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) सूर्य देवता को समर्पित एक प्रमुख मंत्र है, हिंदू धर्म में सूर्य को एक देवता के रूप में पूजा जाता है। सूर्य नवग्रहों में से एक ग्रह है और उसे सभी जीवन और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।

सूर्य गायत्री मंत्र जाप कैसे किया जाता है?

हाथ में माला को लेकर ध्यान में बैठें और माला के हर बीज में मंत्र का उच्चारण करें। प्राय: १०८ बार का जाप किया जाता है, लेकिन आप अपनी साधना और समय के अनुसार जाप की संख्या निर्धारित कर सकते हैं।

क्या मैं घर पर सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) का जाप कर सकता हूँ?

हां, आप इस मंत्र का जाप घर पर भी कर सकते हैं। यह एक सरल व सामान्य मंत्र है एवं सूर्य देवता के प्रमुख मंत्रो से एक मंत्र है।

सूर्य गायत्री मंत्र जाप के क्या फायदे हैं?

सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) से कई लाभ होते हैं। यह स्वास्थ्य, धन, और समृद्धि को बढ़ावा देता है। यह रोगो को नस्ट करने के साथ-साथ मानसिक और आध्यात्मिक विकास में भी मदद करता है।

क्या मैं किसी भी दिन सूर्य गायत्री मंत्र (Surya Gayatri Mantra) का जाप कर सकता हूँ?

हालाँकि यह मंत्र का जाप आमतौर पर सूर्योदय के दौरान प्रतिदिन किया जाता है, आप सुबह-सुबह सूर्य निकलने से पहले स्नान कर सूर्य गायत्री मंत्र का जाप किसी भी दिन कर सकते हैं जो आपके लिए सुविधाजनक हो लेकिन यह मंत्र रविवार को विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि सप्ताह के इस दिन से सूर्य जुड़ा होता है।

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Updated on May 10, 2024