ललिता पंचक स्तोत्र (Lalita Panchak Stotra)

ललिता पंचक स्तोत्र (Lalita Panchak Stotra) एक संस्कृत स्तोत्र है। जो माँ ललिता को समर्पित एक शक्तिशाली स्तोत्र माना जाता है। इस स्तोत्र का जाप ललिता पंचमी या नवरात्रि के समय करना शुभ माना जाता है। इस स्तोत्र को करने से माँ ललिता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माता ललिता को आदिशक्ति के १० महाविद्याओ में से एक माना जाता है।

ललिता पंचक स्तोत्र लिरिक्स (Lalita Panchak Stotra Lyrics)

प्रातः स्मरामि ललितावदनारविन्दं बिम्बाधरं पृथुलमौक्तिकशोभिनासम् ।
आकर्णदीर्घनयनं मणिकुण्डलाढ्यं मन्दस्मितं मृगमदोज्ज्वलभालदेशम् ॥ १॥


प्रातर्भजामि ललिताभुजकल्पवल्लीं रत्नाङ्गुळीयलसदङ्गुलिपल्लवाढ्याम् ।
माणिक्यहेमवलयाङ्गदशोभमानां पुण्ड्रेक्षुचापकुसुमेषुसृणीःदधानाम् ॥ २॥


प्रातर्नमामि ललिताचरणारविन्दं भक्तेष्टदाननिरतं भवसिन्धुपोतम् ।
पद्मासनादिसुरनायकपूजनीयं पद्माङ्कुशध्वजसुदर्शनलाञ्छनाढ्यम् ॥ ३॥


प्रातः स्तुवे परशिवां ललितां भवानीं त्रय्यन्तवेद्यविभवां करुणानवद्याम् ।
विश्वस्य सृष्टिविलयस्थितिहेतुभूतां विश्वेश्वरीं निगमवाङ्-निगमवाङ्मनसातिदूराम् ॥ ४॥


प्रातर्वदामि ललिते तव पुण्यनाम कामेश्वरीति कमलेति महेश्वरीति ।
श्रीशाम्भवीति जगतां जननी परेति वाग्देवतेति वचसा त्रिपुरेश्वरीति ॥ ५॥


यः श्लोकपञ्चकमिदं ललिताम्बिकायाः सौभाग्यदं सुललितं पठति प्रभाते ।
तस्मै ददाति ललिता झटिति प्रसन्ना विद्यां श्रियं विमलसौख्यमनन्तकीर्तिम् ॥ ६॥

ललिता पंचक स्तोत्र लिरिक्स अंग्रेजी में (Lalita Panchak Stotra Lyrics In English)

Praatah Smaraami Lalitaavadanaaravindam Bimbaadharam Pprtrthulamowktikashobhinaasam .
Aakarnadiirghanayanam manIkuṇdalaadhyam Mandasmitam mrgamadojjvalabhaaladesham ॥ १॥

Praatarbhajaami Lalitaabhujakalpavalliin Ratnaanguliiyalasadangulipallavaadhyaam .
MaanIkyahemavalayaangadashobhamaanaan puṇarekshuchaapakusumeshusṛnIiahdadhaanaam ॥ २॥

Praatarnamaami lalitaacharanaaravindam bhakteshtadaananiratam bhavasindhupotam .
Padmaasanaadisuranaayakapuujaniiyam Padmaankushadhvajasudarshanalaanchhanaadhyam ॥ ३॥

praatah stuve parashivaan lalitaan bhavaaniin trayyantavedyavibhavaan karunaanavadyaam .
vishvasy srshtIvilayasthitihetubhuutaan vishveshvariin nigamavaaṅ-nigamavaanmanasaatiduuraam ॥ ४॥

praatarvadaami lalite tav punyanaam kaameshvariiti kamaleti maheshvariiti .
shriishaambhaviiti jagataan jananii pareti vaagdevateti vachasaa tripureshvariiti ॥ ५॥

yah shlokapanchakamidam lalitaambikaayaaah sowbhaagyadam sulalitam pathati prabhaate .
tasmai dadaati lalitaa jhatIti prasannaa vidyaan shriyam vimalasowkhyamanantakiirtim ॥ ६॥

ललिता पंचक स्तोत्र वीडियो (Lalita Panchak Stotra Video)

ललिता पंचक स्तोत्र विधि (Lalita Panchak Stotra Vidhi)

  1. सुबह उठकर स्नान कर ले उसके बाद स्वच्छ कपडे पहने।
  2. इसके बाद ललिता देवी की मूर्ति या फोटो को आसन में लाल कपड़ा बिछाकर स्थापना करे।
  3. शुरुवात में गणेश जी पूजा करे
  4. स्तोत्र का पाठ करने से पहले, एक बार स्तोत्र का पाठ ध्यान से करें।
  5. स्तोत्र के प्रत्येक शब्द को ध्यान से और भक्तिपूर्वक पढ़ें।
  6. स्तोत्र को अपनी शक्ति अनुसार के अनुसार पठन कर सकते हो
  7. माता को भोग के रूप में चढ़ाने के लिए प्रसाद के रूप में फल मिठाई का प्रयोग कर सकते है
  8. स्तोत्र का पठन करने के बाद ललिता की आरती करे।
  9. माता से परिवार की सुख समृद्धी के लिए आशीर्वाद मांगे।

ललिता पंचक स्तोत्र लाभ (Lalita Panchak Stotra Benefit)

  • ललिता पंचक स्तोत्र का पाठ करने से देवी ललिता की कृपा प्राप्त होती है। देवी ललिता को सभी देवताओं की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। उनके आशीर्वाद से भक्तों को सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
  • यह स्तोत्र भक्तों को सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्रदान करता है। ललिता पंचक स्तोत्र में देवी ललिता के पांच स्वरूपों का वर्णन किया गया है। प्रत्येक स्वरूप भक्तों को किसी न किसी प्रकार का लाभ प्रदान करता है।
  • यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक प्रगति में मदद करता है। ललिता पंचक स्तोत्र का पाठ करने

    से भक्तों का मन शांत होता है और वे आध्यात्मिक प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ते हैं।


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ललिता पंचक स्तोत्र FAQ

ललिता पंचक स्तोत्र का पाठ करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

ललिता पंचक स्तोत्र (Lalita Panchak Stotra) का पाठ करने का सबसे अच्छा समय सुबह का है। आप इसे किसी भी दिन पढ़ सकते हैं, लेकिन विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान इसका पाठ करना अधिक फलदायी होता है।

ललिता पंचक स्तोत्र का पाठ करने के कुछ विशेष लाभ क्या हैं?

ललिता पंचक स्तोत्र (Lalita Panchak Stotra) भक्तों को सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्रदान करता है।
ललिता पंचक स्तोत्र (Lalita Panchak Stotra)भक्तों को आध्यात्मिक प्रगति में मदद करता है।
यह स्तोत्र भक्तों को मानसिक शांति प्रदान करता है।
यह स्तोत्र भक्तों को बुरी शक्तियों से बचाता है।

ललिता पंचक स्तोत्र का पाठ करने से क्या लाभ होते हैं?

ललिता पंचक स्तोत्र (Lalita Panchak Stotra) का पाठ करने से देवी ललिता की कृपा प्राप्त होती है। यह स्तोत्र भक्तों को सभी प्रकार के सुख और समृद्धि प्रदान करता है। यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक प्रगति में भी मदद करता है।

ललिता पंचक स्तोत्र का पाठ कैसे करें?

सबसे पहले, देवी ललिता की एक सुंदर प्रतिमा या चित्र के सामने बैठें।
अपने दोनों हाथों को जोड़कर देवी ललिता का ध्यान करें।
मन में यह संकल्प लें कि आप देवी ललिता के पंचक स्तोत्र का पाठ कर रहे हैं।
स्तोत्र का पाठ करने से पहले, एक बार स्तोत्र का पाठ ध्यान से करें।
स्तोत्र का पाठ करते समय, अपने मन को शांत रखें और देवी ललिता पर ध्यान केंद्रित करें।
स्तोत्र का पाठ करने के बाद, देवी ललिता से प्रार्थना करें कि वे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

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Updated on May 11, 2024