महाबली हनुमान जी बचपन मे अपनी शरारत के कारण भृंगुवंश ऋषियों के श्राप के कारण अपनी शक्तियां भूल गए थे |
महाबली हनुमान जी बचपन मे अपनी शरारत के कारण भृंगुवंश ऋषियों के श्राप के कारण अपनी शक्तियां भूल गए थे |
श्री राम वनवास के दौरान सीता हरण के पश्चात जब राम सीता माता को ढूंढ रहे थे ,तब उनका भेंट हनुमान जी से हुआ |
श्री राम वनवास के दौरान सीता हरण के पश्चात जब राम सीता माता को ढूंढ रहे थे ,तब उनका भेंट हनुमान जी से हुआ |
हनुमान जी ने श्रीराम को जामवंत सुग्रीव और अपनी वानर सेना से मिलवाया,इसके पश्चात रामसेतु का निर्माण करवाया |
हनुमान जी ने श्रीराम को जामवंत सुग्रीव और अपनी वानर सेना से मिलवाया,इसके पश्चात रामसेतु का निर्माण करवाया |
श्री राम ने हनुमान जो को लंका जाने के लिया कहा लेकिन वे अपनी शक्तियां भूल जाने के कारण नहीं जा पा रहे थे |
श्री राम ने हनुमान जो को लंका जाने के लिया कहा लेकिन वे अपनी शक्तियां भूल जाने के कारण नहीं जा पा रहे थे |
जामवंत जी ने हनुमान को उनकी भूली शक्तियों को याद दिलाने के लिए उनके गुणों का बखान किया तब हनुमान जी को अपनी शक्तियों का अहसास हुआ और वे अपने विराट रूप में आ गए |
जामवंत जी ने हनुमान को उनकी भूली शक्तियों को याद दिलाने के लिए उनके गुणों का बखान किया तब हनुमान जी को अपनी शक्तियों का अहसास हुआ और वे अपने विराट रूप में आ गए |
इसवेव स्टोरी में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.in किसी भी जानकारी कीपुष्टिनहीं करता है
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