माँ चंद्रघंटा  नवरात्री के तीसरे दिन होती है , माँ चंद्रघंटा को चंद्रघंटा, चंद्रमुखी, शशिमुखी, आदि नामों से भी जाना जाता है।

माँ चंद्रघंटा  नवरात्री के तीसरे दिन होती है , माँ चंद्रघंटा को चंद्रघंटा, चंद्रमुखी, शशिमुखी, आदि नामों से भी जाना जाता है।

माँ चंद्रघंटा  की  पूजा में दूध की प्रधानता  होती है ।

माँ चंद्रघंटा  की  पूजा में दूध की प्रधानता  होती है ।

पूजा के बाद वही दूध ब्राम्हड़ को दिया जाता है।  

पूजा के बाद वही दूध ब्राम्हड़ को दिया जाता है।  

माँ चंद्रघंटा का वाहन सिंह है और इन्हे सुनहरा रंग बहुत पसंद है , इसीलिए इस रंग के कपडे पहनना शुभ माना जाता है।  

माँ चंद्रघंटा का वाहन सिंह है और इन्हे सुनहरा रंग बहुत पसंद है , इसीलिए इस रंग के कपडे पहनना शुभ माना जाता है।  

माँ चंद्रघंटा को दूध या खीर का भोग लगाया जाता है , इसके अलावा माता को शहद भी बहुत पसंद है।  

माँ चंद्रघंटा को दूध या खीर का भोग लगाया जाता है , इसके अलावा माता को शहद भी बहुत पसंद है।