खाटू श्याम आरती (Khatu Shyam Aarti)

खटू श्याम आरती(Khatu Shyam Aarti) एक भक्ति गीत है जो राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर में पूजे जाने वाले हिंदू देवता खटू श्याम की प्रशंसा में गाया जाता है। यह गीत हिंदी में गाया जाता है और इसके साथ संगीत के वाद्ययंत्र जैसे कि हारमोनियम, तबला और ढोलक बजाए जाते हैं। खटू श्याम आरती एक सुंदर और शक्तिशाली भक्ति गीत है जो इसे गाने वालों को आशीर्वाद और शांति प्रदान कर सकता है। यदि आप खटू श्याम से जुड़ने का कोई तरीका ढूंढ रहे हैं, तो उनकी आरती गाना ऐसा करने का एक शानदार तरीका है।

Khatu Shyam Aarti का वीडियो

खाटू श्याम आरती लिरिक्स हिंदी में (Khatu Shyam Aarti lyrics in Hindi )

ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।
खाटू धाम विराजत,
अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।
रतन जड़ित सिंहासन,
सिर पर चंवर ढुरे ।
तन केसरिया बागो,
कुण्डल श्रवण पड़े ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

गल पुष्पों की माला,
सिर पार मुकुट धरे ।
खेवत धूप अग्नि पर,
दीपक ज्योति जले ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

मोदक खीर चूरमा,
सुवरण थाल भरे ।
सेवक भोग लगावत,
सेवा नित्य करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

झांझ कटोरा और घडियावल,
शंख मृदंग घुरे ।
भक्त आरती गावे,
जय-जयकार करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

जो ध्यावे फल पावे,
सब दुःख से उबरे ।
सेवक जन निज मुख से,
श्री श्याम-श्याम उचरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

श्री श्याम बिहारी जी की आरती,
जो कोई नर गावे ।
कहत भक्त-जन,
मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

जय श्री श्याम हरे,
बाबा जी श्री श्याम हरे ।
निज भक्तों के तुमने,
पूरण काज करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत,
अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

खाटू श्याम आरती लिरिक्स अंग्रेजी में (Khatu Shyam Aarti lyrics in English)

Khatu Shyam Aarti image english

Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।
Khatu Dham Birajat,
Anupam Roop Dhare ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।
Ratan Jadit Singhasan,
Sar per Chanvar Dhule ।
Tan Kehariya Bago,
Kundal Shravan Pade ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।

Gal Pushpon Ki Maala,
Sir per Mukut Dhare ।
Khevat Dhoop, Agni Par,
Deepak Jyoti Jale ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।

Modak, Kheer, Choorma,
Suvaran Thaal Bhare ।
Seval Bhog Lagavat,
Seva Nitya Kare ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।

Jhanj, Katora Aur Ghadiyaval,
Shankh Mridang Ghure ।
Bhakt Aarti Gaave,
Jai Jaikar Kare ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।

Jo Dhyave Fal Paave,
Sab Dukh Se Ubre ।
Sevak Jan Nij Mukhse,
Shri Shyam Shyam Uchre ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।

Shri Shyam Bihariji Ki Aarti,
Jo Koi Nar Gaave ।
Kehat Sudhir Agyaani,
Manvanchit Fal Paave ॥
Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।

Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare,
Nij Bhaktom Ke Tumne,
Pooran Kaaj Kare ॥

Om Jai Shri Shyam Hare,
Baba Jai Shri Shyam Hare ।
Khatu Dham Birajat,
Anupam Roop Dhare ॥
Om Jai Shri Shyam Hare…॥

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खाटू श्याम आरती पीडीएफ (Khatu Shyam Aarti pdf)

Khatu Shyam Aarti से सम्बंधित प्रश्न

खाटू श्याम कौन हैं?

खाटू श्याम, जिन्हें भगवान श्री खाटू श्याम भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में प्रतिष्ठित भगवान कृष्ण के अवतार माने जाते हैं। वे राजस्थान के खाटू गांव में पूजे जाते हैं और वहाँ के मंदिर में उनकी पूजा की जाती है।
खाटू श्याम का नाम उनकी नीले रंग की कृष्ण भगवान की तन की रंग के कारण है, जिसे “श्याम” कहा जाता है। वे विशेष रूप से म्हांगरागढ़ और खाटू गांव के मंदिर में पूजे जाते हैं, और खाटू श्याम के भक्त उन्हें अपने जीवन में महत्वपूर्ण मानते हैं।

खटू श्याम आरती कब गाई जाती है?

खटू श्याम आरती(Khatu Shyam Aarti) खाटू श्याम मंदिर में दिन में चार बार गाई जाती है:
सुबह की आरती (शृंगार आरती): सुबह 8:00 बजे (सर्दियों में) / सुबह 7:00 बजे (गर्मियों में)
दोपहर की आरती (भोग आरती): दोपहर 12:30 बजे
शाम की आरती (संध्या आरती): शाम 6:30 बजे (सर्दियों में) / शाम 7:30 बजे (गर्मियों में)
रात की आरती (शयन आरती): रात 9:00 बजे (सर्दियों में) / रात 10:00 बजे (गर्मियों में)

खटू श्याम आरती गाने के क्या लाभ हैं?

माना जाता है कि खटू श्याम आरती(Khatu Shyam Aarti) गाने से देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। खटू श्याम आरती गाने के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:
आस्था और भक्ति में वृद्धि
मन की शांति और आंतरिक शक्ति
बुरी आत्माओं से बचाव
इच्छाओं की पूर्ति

खटू श्याम आरती(Khatu Shyam Aarti) कैसे गाएं?

खटू श्याम आरती(Khatu Shyam Aarti) गाने के लिए आपको इसके बोल जानने चाहिए और हिंदी में गा सकने में सक्षम होना चाहिए। आप खटू श्याम आरती की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी ऑनलाइन या दुकानों में पा सकते हैं।

यहां खटू श्याम आरती(Khatu Shyam Aarti) गाने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:
भक्ति और ईमानदारी के साथ गाएं।
गीत के अर्थों पर ध्यान दें।
गाते समय देवता की कल्पना करें।

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