हनुमान आरती (Hanuman Aarti)

“हनुमान आरती” (Hanuman Aarti) एक प्रसिद्ध हिंदी आरती है जो भगवान हनुमान की पूजा और आराधना के लिए गाई जाती है। यह आरती आमतौर पर हनुमान जी के मंदिरों में गाई जाती है, लेकिन घरों में भी गाई जा सकती है।यह आरती आपके मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति में भी सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक हो सकता है।

Hanuman Aarti गाने के लाभ

  1. आत्म-शक्ति और संगीतों की शांति: हनुमान आरती गाने से आपको आत्म-शक्ति और सुरक्षा की भावना हो सकती है। आरती के समय का संगीत और शांति आपके आत्मा को स्पष्टता से महसूस करने में मदद कर सकता है।
  2. आरोग्य और सुरक्षा की भावना: हनुमान जी को बलि देने से आपको आरोग्य और सुरक्षा की भावना हो सकती है। इसके साथ ही, आरती के दौरान आप अपनी भगवान के प्रति विश्वास को मजबूती से अनुभव कर सकते हैं।
  3. शत्रु-संहार और प्राण सुरक्षा: हनुमान जी को शत्रु-संहार के देवता माना जाता है। हनुमान आरती का पाठ करने से आपको शत्रुओं और आपके प्राण की सुरक्षा की भावना हो सकती है।
  4. आध्यात्मिक विकास: हनुमान आरती के द्वारा आप आध्यात्मिक विकास की ओर प्रगति कर सकते हैं। इसके अद्भुत शब्दों का संगीत और अर्थ आपकी आत्मा को ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।
  5. भक्ति और समर्पण की भावना: आरती का पाठ करके आप अपनी भक्ति और समर्पण की भावना को व्यक्त कर सकते हैं। यह आपको अपने आदर्शों और मार्गदर्शकों की प्रतिष्ठा में मदद कर सकता है।

Hanuman Aarti का वीडियो

हनुमान आरती गीत लिरिक्स हिंदी में (Hanuman Aarti lyrics in Hindi)

॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥
मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,
श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥

॥ आरती ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥
लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥
बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥
कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥
लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
॥ इति संपूर्णंम् ॥

हनुमान आरती गीत लिरिक्स अंग्रेजी में (Hanuman Aarti lyrics in English)

Hanuman Aarti image2

॥ shrii hanumant stuti ॥
manojavam maarut tulyavegam,
jitendriyam, buddhimataan varishṭham ॥
vaataatmajam vaanarayuth mukhyam,
shriiraamadutam sharaṇam prapaddhe ॥

॥ aaratii ॥
aaratii kiijai hanumaan lalaa kii .
dushṭ dalan raghunaath kalaa kii ॥

jaake bal se giravar kaanpe .
rog-dosh jaake nikaṭ n jhaanke ॥
amjani putr mahaa baladaaii .
santan ke prabhu sadaa sahaaii ॥
aaratii kiijai hanumaan lalaa kii ॥

de viiraa raghunaath paṭhaae .
lankaa jaari siyaa sudhi laaye ॥
lankaa so koṭ samudr sii khaaii .
jaat pavanasut baar n laaii ॥
aaratii kiijai hanumaan lalaa kii ॥

lankaa jaari asur samhaare .
siyaaraam jii ke kaaj sanvaare ॥
lakshmaṇ murchhit pade sakaare .
laaye sanjivan praaṇ ubaare ॥
aaratii kiijai hanumaan lalaa kii ॥

paiṭhi pataal tori jamakaare .
ahiraavaṇ kii bhujaa ukhaare ॥
baaiin bhujaa asur dal maare .
daahine bhujaa santajan taare ॥
aaratii kiijai hanumaan lalaa kii ॥

sur-nar-muni jan aaratii utaren .
jay jay jay hanumaan uchaaren ॥
kanchan thaar kapuur low chhaaii .
aaratii karat amjanaa maaii ॥
aaratii kiijai hanumaan lalaa kii ॥

jo hanumaanajii kii aaratii gaave .
basahin baikunṭh param pad paave ॥
lank vidhvams kiye raghuraaii .
tulasiidaas svaamii kiirti gaaii ॥

aaratii kiijai hanumaan lalaa kii .
dushṭ dalan raghunaath kalaa kii ॥
॥ iti sampuurṇamm ॥

हनुमान आरती पीडीएफ (Hanuman Aarti pdf)

Hanuman Aarti से जुड़े सामान्य प्रश्न

हनुमान आरती कब और कहाँ गाई जाती है?

हनुमान आरती(Hanuman Aarti) आमतौर पर हनुमान जी के मंदिरों में गाई जाती है, लेकिन घरों में भी गाई जा सकती है। हनुमान जी के जन्मोत्सव, रामनवमी और रामायण पाठ के दौरान भी हनुमान आरती गाई जाती है।

हनुमान आरती का क्या मतलब है?

हनुमान आरती(Hanuman Aarti) भगवान हनुमान की शक्ति और करुणा की प्रशंसा करती है। आरती की शुरुआत भगवान हनुमान को नमस्कार करके होती है। आरती में भगवान हनुमान को एक शक्तिशाली और दयालु भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। आरती के अंत में, भक्त भगवान हनुमान से अपनी रक्षा करने और उन्हें आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना करते हैं।

हनुमान आरती के क्या लाभ हैं?

हनुमान आरती(Hanuman Aarti) को भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करने का एक तरीका माना जाता है। आरती को गाने से भक्तों को शांति और आराम मिलता है। आरती को गाने से भक्तों को भगवान हनुमान की शक्ति और करुणा के बारे में जानने में भी मदद मिलती है।

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