श्री खाटू श्याम चालीसा (Shree Khatu Shyam Chalisa )”श्याम-श्याम भजि बारंबारा” ।श्री खाटू श्याम एक प्रमुख हिन्दू भगवान का रूप है, जिन्हें भक्ति और पूजा का विषय माना जाता है। वे भगवान कृष्ण के एक अवतार के रूप में माने जाते हैं और विशेष रूप से राजस्थान के खाटू गांव में पूजे जाते हैं। इनकी पूजा और महात्म्य राजस्थान के साथ-साथ भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ की जाती है।
विषय सूची
श्री खाटू श्याम चालीसा के लाभ (Shree Khatu Shyam Chalisa Ke Labh)
- मानसिक शांति:
खाटू श्याम चालीसा का पाठ करने से मानसिक शांति और सुकून मिलता है, और आपका मन शांतिपूर्ण और आनंदमय होता है। - समस्याओं का समाधान:
यह चालीसा भक्तों को समस्याओं के समाधान के लिए सहायक होती है। और जीवन में समृद्धि का मार्ग दिखती है। - भक्ति और श्रद्धा:
खाटू श्याम चालीसा का पाठ करने से भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है, और आपके जीवन में आदर्श धार्मिकता बढ़ता है। - रोग निवारण:
खाटू श्याम के दर्शन और उनके चालीसा का पाठ करने से रोग निवारण में मदद मिलती है, और आपकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होता है। - आत्मा की शुद्धि:
यह चालीसा आपकी आत्मा की शुद्धि और स्पर्श करती है, और आपके आत्मिक विकास को प्रोत्साहित करती है।
श्री खाटू श्याम चालीसा का वीडियो (Shree Khatu Shyam Chalisa Ka Video)
श्री खाटू श्याम चालीसा लिरिक्स हिंदी में (Shree Khatu Shyam Chalisa Lyrics in Hindi)
॥ दोहा॥
श्री गुरु चरणन ध्यान धर,
सुमीर सच्चिदानंद ।
श्याम चालीसा भजत हूँ,
रच चौपाई छंद ।॥ चौपाई ॥
श्याम-श्याम भजि बारंबारा ।
सहज ही हो भवसागर पारा ॥
इन सम देव न दूजा कोई ।
दिन दयालु न दाता होई ॥
भीम सुपुत्र अहिलावाती जाया ।
कही भीम का पौत्र कहलाया ॥
यह सब कथा कही कल्पांतर ।
तनिक न मानो इसमें अंतर ॥
बर्बरीक विष्णु अवतारा ।
भक्तन हेतु मनुज तन धारा ॥
बासुदेव देवकी प्यारे ।
जसुमति मैया नंद दुलारे ॥
मधुसूदन गोपाल मुरारी ।
वृजकिशोर गोवर्धन धारी ॥
सियाराम श्री हरि गोबिंदा ।
दिनपाल श्री बाल मुकुंदा ॥
दामोदर रण छोड़ बिहारी ।
नाथ द्वारिकाधीश खरारी ॥
राधाबल्लभ रुक्मणि कंता ।
गोपी बल्लभ कंस हनंता ॥ 10
मनमोहन चित चोर कहाए ।
माखन चोरि-चारि कर खाए ॥
मुरलीधर यदुपति घनश्यामा ।
कृष्ण पतित पावन अभिरामा ॥
मायापति लक्ष्मीपति ईशा ।
पुरुषोत्तम केशव जगदीशा ॥
विश्वपति जय भुवन पसारा ।
दीनबंधु भक्तन रखवारा ॥
प्रभु का भेद न कोई पाया ।
शेष महेश थके मुनिराया ॥
नारद शारद ऋषि योगिंदरर ।
श्याम-श्याम सब रटत निरंतर ॥
कवि कोदी करी कनन गिनंता ।
नाम अपार अथाह अनंता ॥
हर सृष्टी हर सुग में भाई ।
ये अवतार भक्त सुखदाई ॥
ह्रदय माहि करि देखु विचारा ।
श्याम भजे तो हो निस्तारा ॥
कौर पढ़ावत गणिका तारी ।
भीलनी की भक्ति बलिहारी ॥ 20
सती अहिल्या गौतम नारी ।
भई श्रापवश शिला दुलारी ॥
श्याम चरण रज चित लाई ।
पहुंची पति लोक में जाही ॥
अजामिल अरु सदन कसाई ।
नाम प्रताप परम गति पाई ॥
जाके श्याम नाम अधारा ।
सुख लहहि दुःख दूर हो सारा ॥
श्याम सलोवन है अति सुंदर ।
मोर मुकुट सिर तन पीतांबर ॥
गले बैजंती माल सुहाई ।
छवि अनूप भक्तन मान भाई ॥
श्याम-श्याम सुमिरहु दिन-राती ।
श्याम दुपहरि कर परभाती ॥
श्याम सारथी जिस रथ के ।
रोड़े दूर होए उस पथ के ॥
श्याम भक्त न कही पर हारा ।
भीर परि तब श्याम पुकारा ॥
रसना श्याम नाम रस पी ले ।
जी ले श्याम नाम के ही ले ॥ 30
संसारी सुख भोग मिलेगा ।
अंत श्याम सुख योग मिलेगा ॥
श्याम प्रभु हैं तन के काले ।
मन के गोरे भोले-भाले ॥
श्याम संत भक्तन हितकारी ।
रोग-दोष अध नाशे भारी ॥
प्रेम सहित जब नाम पुकारा ।
भक्त लगत श्याम को प्यारा ॥
खाटू में हैं मथुरावासी ।
पारब्रह्म पूर्ण अविनाशी ॥
सुधा तान भरि मुरली बजाई ।
चहु दिशि जहां सुनी पाई ॥
वृद्ध-बाल जेते नारि नर ।
मुग्ध भये सुनि बंशी स्वर ॥
हड़बड़ कर सब पहुंचे जाई ।
खाटू में जहां श्याम कन्हाई ॥
जिसने श्याम स्वरूप निहारा ।
भव भय से पाया छुटकारा ॥
॥ दोहा ॥
श्याम सलोने संवारे,
बर्बरीक तनुधार ।
इच्छा पूर्ण भक्त की,
करो न लाओ बार
॥ इति श्री खाटू श्याम चालीसा ||
श्री खाटू श्याम चालीसा लिरिक्स अंग्रेजी में (Shree Khatu Shyam Chalisa Lyrics in English)
॥ Doha ॥
Shriguru Charanan Dhyan Dhar,
Sumir Sachchidanand ।
Shyam Chalisa Bhajat Hoon,
Rach Chaupai Chhand ।॥ Chaupai ॥
Shyam-shyam Bhaji Barambara ।
Sahaj Hi Ho Bhavasagar Para ॥
In Sam Dev Na Dooja Koi ।
Din Dayalu Na Data Hoi ॥
Bhim Suputra Ahilavati Jaya ।
Kahi Bhim Ka Pautra Kahalaya ॥
Yah Sab Katha Kahi Kalpantar ।
Tanik Na Mano Isamen Antar ॥
Barbarik Vishnu Avatara ।
Bhaktan Hetu Manuj Tan Dhara ॥
Basudev Devaki Pyare ।
Jasumati Maiya Nand Dulare ॥
Madhusudan Gopal Murari ।
Vrjakishor Govardhan Dhari ॥
Siyaram Shrihari Gobinda ।
Dinapal Shribal Mukunda ॥
Damodar Ran Chhod Bihari ।
Nath Dwarikadhish Kharari ॥
Radhaballabh Rukmani Kanta ।
Gopi Ballabh Kans Hananta ॥ 10
Manmohan Chit Chor Kahaye ।
Makhan Chori-chari Kar Khaye ॥
Murlidhar Yadupati Ghanshyama ।
Krishn Patit Pavan Abhirama ॥
Mayapati Lakshmipati Isha ।
Purushottam Keshav Jagadisha ॥
Vishwapati Jay Bhuvan Pasara ।
Dinabandhu Bhaktan Rakhavara ॥
Prabhu Ka Bhed Na Koi Paya ।
Shesh Mahesh Thake Muniraya ॥
Narad Sharad Rishi Yogindarar ।
Shyam-shyam Sab Ratat Nirantar ॥
Kavi Kodi Kari Kanan Ginanta ।
Nam Apar Athah Ananta ॥
Har Srishti Har Sug Mein Bhai ।
Ye Avatar Bhakt Sukhdai ॥
Hriday Mahi Kari Dekhu Vichara ।
Shyam Bhaje to Ho Nistara ॥
Kaur Padhavat Ganika Tari ।
Bhilani Ki Bhakti Balihari ॥ 20
Sati Ahilya Gautam Nari ।
Bhi Shrapavash Shila Dulari ॥
Shyam Charan Raj Chit Lai ।
Pahunchi Pati Lok Mein Jahi ॥
Ajamil Aru Sadan Kasai ।
Nam Pratap Param Gati Pai ॥
Jake Shyam Nam Adhara ।
Sukh Lahahi Duhkh Door Ho Sara ॥
Shyam Salovan Hai Ati Sundar ।
Mor Mukut Sir Tan Pitambar ॥
Gale Baijanti Mal Suhai ।
Chhavi Anoop Bhaktan Man Bhai ॥
Shyam-shyam Sumirahu Din-rati ।
Shyam Dupahari Kar Parabhati ॥
Shyam Sarathi Jis Rath Ke ।
Rode Door Hoe Us Path Ke ॥
Shyam Bhakt Na Kahi Par Hara ।
Bhir Pari Tab Shyam Pukara ॥
Rasana Shyam Nam Ras Pi Le ।
Ji Le Shyam Nam Ke Hi Le ॥ 30
Sansari Sukh Bhog Milega ।
Ant Shyam Sukh Yog Milega ॥
Shyam Prabhu Hain Tan Ke Kale ।
Man Ke Gore Bhole-bhale ॥
Shyam Sant Bhaktan Hitakari ।
Rog-dosh Adh Nashe Bhari ॥
Prem Sahit Jab Nam Pukara ।
Bhakt Lagat Shyam Ko Pyara ॥
Khatu Mein Hain Mathuravasi ।
Parabrahm Poorn Avinashi ॥
Sudha Tan Bhari Murali Bajai ।
Chahu Dishi Jahan Suni Pai ॥
Vrddh-bal Jete Nari Nar ।
Mugdh Bhaye Suni Banshi Svar ॥
hadbad Kar Sab Pahunche Jai ।
khatu Mein Jahan Shyam Kanhai ॥
Jisane Shyam Svaroop Nihara ।
Bhav Bhay Se Paya Chhutakara ॥
॥ Doha ॥
Shyam Salone Sanvare,
Barbarik Tanudhar ।
Ichchha Poorn Bhakt Ki,
Karo Na Lao Bar
॥ Iti Shri Khatu Shyam Chalsa ||
यह चालीसा भी पढ़े
श्री खाटू श्याम चालीसा लिरिक्स पीडीएफ (Shree Khatu Shyam Chalisa Lyrics PDF)
श्री खाटू श्याम चालीसा से जुड़े सामान्य प्रश्न (Shree Khatu Shyam Chalisa FAQ)
श्री खाटू श्याम चालीसा ( Shree Khatu Shyam Chalisa)क्या है?
श्री खाटू श्याम चालीसा(Shree Khatu Shyam Chalisa) एक हिन्दू भजन है जिसमें खाटू श्याम की महिमा और भक्ति का वर्णन किया गया है। यह चालीसा उनके भक्तों द्वारा पढ़ी जाती है और उनकी पूजा में उपयोगी होती है।
खाटू श्याम चालीसा( Shree Khatu Shyam Chalisa) कब और कैसे पढ़ी जाती है?
खाटू श्याम चालीसा (Shree Khatu Shyam Chalisa) को खाटू श्याम के मंदिर में विशेष अवसरों पर पढ़ा जाता है, जैसे कि खाटू जयंती या दैनिक पूजा के समय किया जाता हैं।
खाटू श्याम चालीसा( Shree Khatu Shyam Chalisa) का क्या महत्व है?
खाटू श्याम चालीसा (Shree Khatu Shyam Chalisa) का पाठ खाटू श्याम के भक्तों के लिए एक प्रकार की आराधना होती है और इसके माध्यम से वे उनके दिव्य स्वरूप को स्मरण करते हैं और उनसे जुड़ते हैं। यह चालीसा भक्तों को मानसिक शांति और आत्मा की ऊर्जा के साथ भर देती है।
खाटू श्याम चालीसा( Shree Khatu Shyam Chalisa) के कुछ प्रमुख श्लोक क्या हैं?
- खाटू श्याम चालीसा (Shree Khatu Shyam Chalisa) में कई महत्वपूर्ण श्लोक हैं, जिनमें कुछ प्रमुख श्लोक शामिल हैं। एक उदाहरण के रूप में, यहां एक प्रमुख श्लोक
हैं | आरती कुछ गीता नियम के सिद्धांत नहीं, सोने-चांदी का बटुआ खोले भगवान नहीं। अनुरागी का हो सच्चा और उसका मन दिन-रात भगवान में लगा रहे, वही जानता है भगवान का सच्चा भाग्य क्या है।”
खाटू श्याम चालीसा( Shree Khatu Shyam Chalisa) की अन्य प्रमुख विशेषताएं क्या हैं?
खाटू श्याम चालीसा( Shree Khatu Shyam Chalisa) में खाटू श्याम की महिमा, कृपा, और महत्व का चित्रण किया गया है। यह चालीसा उनके भक्तों के लिए एक माध्यम है जिसके माध्यम से वे उनके प्रेम और भक्ति को व्यक्त करते हैं।
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रेखा डनसेना इकोनॉमिक्स में स्नातकोत्तर है और poojaaarti.com के मंदिर , त्यौहार और चालीसा के पोस्ट के अध्ययन और लेख में हमारा सहयोग करती है।