विष्णु पुराण मंत्र (Vishnu Puran Mantra) “ॐ नमो नारायणाय “ भगवान विष्णु को समर्पित एक मंत्र है। विष्णु पुराण, हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है। यह पुराण विष्णु भगवान को समर्पित है और उनके स्वरूप, लीलाओं, भक्तों और उनके द्वारा रचित सृष्टि के बारे में विस्तार से बताता है। विष्णु पुराण में अनेक मंत्र भी दिए गए हैं जिनका जाप करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
विषय सूची
विष्णु पुराण मंत्र (Vishnu Puran Mantra)
विष्णु पुराण मंत्र (Vishnu Puran Mantra)
“ॐ नमो नारायणाय “
मंत्र का अर्थ -“मैं ब्रह्म, जो सर्वव्यापी चेतना और सृष्टि का स्रोत है, को विष्णु रूप में नमस्कार करता हूं।”
विष्णु पुराण मंत्र के अन्य मंत्र ( Other Vishnu Puran Mantra)
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ हूं विष्णवे नम:
- ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
- ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
विष्णु पुराण मंत्र वीडियो (Vishnu Puran Mantra Video)
विष्णु पुराण मंत्र विधि (Vishnu Puran Mantra Vidhi)
- पूजा की शुरुआत में भक्त को विष्णु पुराण मंत्र (Vishnu Puran Mantra) के महत्वपूर्ण श्लोकों या मंत्रों के साथ ध्यान करना चाहिए।
- मंत्र जाप एक शांत और पवित्र स्थान पर करना चाहिए। यह मंदिर, घर या किसी अन्य स्थान पर हो सकता है।
- मंत्र जाप करते समय एक आरामदायक मुद्रा में बैठना चाहिए।
- विष्णु पुराण मंत्र (Vishnu Puran Mantra)जाप करते समय इस मंत्र पर ध्यान करना चाहिए। तथा साथ में भगवान विष्णु का ध्यान करना आवश्यक है।
- विष्णु पुराण मंत्र (Vishnu Puran Mantra) जाप करते समय मंत्र को स्पष्ट रूप से और धीरे-धीरे उच्चारित करना चाहिए। आप मंत्र की माला का उपयोग कर सकते हैं या बिना माला के जाप कर सकते हैं।
- मंत्र जाप की संख्या 108, 1008 या किसी अन्य संख्या हो सकती है। आप अपनी सुविधा के अनुसार जाप की संख्या निर्धारित कर सकते हैं।
- भक्त विष्णु भगवान की मूर्ति को शुद्ध जल से स्नान कराएं और उन्हें गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, और अर्पित करें।
- विष्णु पुराण से लिए गए किसी भी मंत्र को अनुसरण करके भक्त जप कर सकते हैं।
विष्णु पुराण मंत्र लाभ (Vishnu Puran Mantra Benefit)
विष्णु पुराण के मंत्रों का जाप और उनकी पूजा साधना करने के अनेक लाभ हो सकते हैं, यह धार्मिक और आध्यात्मिक परंपरा में माना जाता है। निम्नलिखित कुछ लाभों का उल्लेख किया गया है:
- आत्मा का शुद्धि:
- विष्णु पुराण के मंत्रों का जाप और पूजा से आत्मा को शुद्धि मिल सकती है और व्यक्ति आत्मा के साथ संबंधित आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त कर सकता है।
- भक्ति में वृद्धि:
- विष्णु पुराण के मंत्रों का जाप करने से भक्ति में वृद्धि हो सकती है, जिससे भक्त भगवान विष्णु के प्रति और उनके लीलाओं के प्रति अधिक प्रेम भाव पैदा कर सकता है।
- कल्याण और शांति:
- विष्णु पुराण के मंत्रों का जाप से व्यक्ति को कल्याण (शुभ भविष्य) और शांति मिल सकती है। इससे उसका जीवन सुखमय और सामर्थ्यपूर्ण हो सकता है।
- कर्मों की सफलता:
- विष्णु पुराण के मंत्रों का जाप करने से कर्मों में सफलता मिल सकती है और व्यक्ति को साधना में सहायता हो सकती है।
- भय से मुक्ति:
- विष्णु पुराण में भगवान विष्णु को “भयहारि” कहा गया है, जिसका अर्थ है भगवान विष्णु भक्तों के भयों को हरने वाले हैं। इसलिए, उनके मंत्रों का जाप भक्तों को भय से मुक्ति प्रदान कर सकता है।
- धार्मिक साधना में सहारा:
- विष्णु पुराण के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति अपनी धार्मिक साधना में सहारा पा सकता है और आचार्यों द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल सकता है।
यह मंत्र भी देखे
विष्णु पुराण मंत्र पीडीएफ (Vishnu Puran Mantra PDF)
विष्णु पुराण मंत्र से सबंधित प्रश्न (Vishnu Puran Mantra FAQ )
भगवान विष्णु कौन हैं?
भगवान विष्णु हिन्दू धर्म में त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, और शिव) में से एक हैं। वे सृष्टि के पालनहार और संरक्षक हैं।
भगवान विष्णु की विभिन्न अवतारें कौन-कौन सी हैं?
मत्स्य अवतार
कूर्म अवतार
वराह अवतार
नरसिंह अवतार
वामन अवतार
परशुराम अवतार
राम अवतार
कृष्ण अवतार
बुद्ध अवतार
कल्कि अवतार
विष्णु पूजा के लिए सुरक्षित मंत्र क्या है?
विष्णु पूजा के लिए एक प्रसिद्ध मंत्र है, “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” (Om Namo Bhagavate Vasudevaya)। यह मंत्र विष्णु भगवान की आराधना में प्रयुक्त होता है।
विष्णु पुराण का अध्ययन क्या लाभकारी है?
विष्णु पुराण का अध्ययन करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान, धर्म, कर्म, और मोक्ष के लिए मार्गदर्शन मिल सकता है। यह उसे भगवान विष्णु के प्रति भक्ति और प्रेम में वृद्धि करता है।
विष्णु पुराण क्या है?
विष्णु पुराण हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण पुराणों में से एक है, जो भगवान विष्णु की महिमा, लीलाएं, और उनके भक्तों के लिए उपयोगी ज्ञान को संग्रहित करता है।
विष्णु पुराण मंत्र किसको समर्पित है ?
विष्णु पुराण मंत्र जगत के पालनहार भगवान विष्णु को सम्पर्पित है।
विष्णु पुराण मंत्र को कितने बार करना चाहिए ?
विष्णु पुराण मंत्र अपनी इच्छाशक्ति अनुसार 11,21 ,51 ,या 108 बार किया जा सकता है
भगवान विष्णु की पूजा कैसे की जाती है?
पूजा: भगवान विष्णु की पूजा में उनकी प्रतिमा या तस्वीर के सामने दीपक, धूप, फूल, फल, मिठाई आदि अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप किया जाता है।
व्रत: भगवान विष्णु के भक्त अक्सर उनके व्रत रखते हैं। इन व्रतों में उपवास करना, भगवान विष्णु की कथाओं का पाठ करना और उनके मंत्रों का जाप करना शामिल होता है।
दान: भगवान विष्णु के भक्त अक्सर दान करते हैं। इस दान में मंदिरों में दान, गरीबों को भोजन या वस्त्र दान देना आदि शामिल हो सकता है।
भगवान विष्णु के स्वरूप और गुण क्या हैं?
स्वरूप: भगवान विष्णु का स्वरूप सर्वव्यापी है। वे हर जगह मौजूद हैं। उनका शरीर नीला है, जो ज्ञान और शांति का प्रतीक है।
गुण: भगवान विष्णु के गुणों में करुणा, दया, न्याय, सत्य और प्रेम शामिल हैं। वे हमेशा धर्म की रक्षा करते हैं और दुष्टों का नाश करते हैं।
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रेखा डनसेना इकोनॉमिक्स में स्नातकोत्तर है और poojaaarti.com के मंदिर , त्यौहार और चालीसा के पोस्ट के अध्ययन और लेख में हमारा सहयोग करती है।