अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती (Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics)

“अम्बे तू है जगदम्बे काली” (Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics) एक प्रसिद्ध हिंदी भक्तिगीत है जो मां दुर्गा को समर्पित है, जिसे साप्ताहिक दिन शुक्रवार, नवरात्रि, अष्टमी, माता की चौकी एवं जगराते और अन्य धार्मिक अवसरों पर गाया जाता है। इस आरती को गाने से माना जाता है कि आपको आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा की अनुहूति होती है।

अम्बे तू है जगदम्बे काली गाने के लाभ

  1. भक्तिसंबंध: इस आरती को गाने से मां दुर्गा के साथ गहरा भक्तिसंबंध बनता है, जो शक्ति, सुरक्षा और मार्गदर्शन की स्रोत मानी जाती है।
  2. सकारात्मक ऊर्जा: आरती के अनुकूल चिह्नन से सकारात्मक और शांतिपूर्ण वातावरण बनता है, आंतरिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
  3. बाधाओं का निवारण: मां दुर्गा को बाधाओं और चुनौतियों का निवारण करने वाली माना जाता है। इस आरती का गाना जीवन में विभिन्न बाधाओं को पार करने के लिए उनकी कृपा की खोज करने की प्रार्थना करने के लिए किया जाता है।
  4. सुरक्षा: आरती ने मां दुर्गा की कृपा की प्राप्ति के लिए आराधना की जाती है, जो सकारात्मक प्रभावों से स्पिरिचुअल और सामान्य रूप से बचाने में मदद करती है।
  5. आध्यात्मिक उन्नति: इस आरती को गाने से आध्यात्मिक उन्नति हो सकती है, जिससे व्यक्तियों को उनके आंतरिक आत्मा से जुड़ने और शांति की भावना हो सकती है।
  6. इच्छाओं की पूर्ति: भक्तों का मानना है कि ईमानदारी और भक्ति के साथ इस आरती को गाने से उनकी इच्छाएं और ख्वाहिशें पूरी हो सकती हैं।
  7. शुद्धि और शुद्धिकरण: आरती का गान करना मन, शरीर और आत्मा की शुद्धि का एक रूप है, जो आराधना का एक रूप होता है।
  8. दिव्य महिलाओं का समर्पण: मां दुर्गा दिव्य शक्ति का प्रतीक है, और इस आरती को गाने से महिलाओं के साथ जुड़ी शक्ति और साहस का समर्पण किया जाता है।

अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती गीत (Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics)

“अम्बे तू है जगदम्बे काली” आरती (Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics) के लाभ केवल भौतिक और सामान्य दुनियावी दृष्टिकोण से ही सीमित नहीं हैं, बल्कि ये आत्मिक और आध्यात्मिक पहलुओं तक भी फैलते हैं। इसे ईमानदारी, भक्ति और सम्मान के साथ गाने से इसके सकारात्मक प्रभावों का अनुभव करने के लिए आवश्यक है।


अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

तेरे भक्त जनो पर,
भीर पडी है भारी माँ ।
दानव दल पर टूट पडो,
माँ करके सिंह सवारी ।
सौ-सौ सिंहो से बलशाली,
अष्ट भुजाओ वाली,
दुष्टो को पलमे संहारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

माँ बेटे का है इस जग मे,
बडा ही निर्मल नाता ।
पूत – कपूत सुने है पर न,
माता सुनी कुमाता ॥
सब पे करूणा दरसाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखियो के दुखडे निवारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

नही मांगते धन और दौलत,
न चांदी न सोना माँ ।
हम तो मांगे माँ तेरे मन मे,
इक छोटा सा कोना ॥
सबकी बिगडी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतियो के सत को सवांरती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

—– Addition —-
चरण शरण मे खडे तुम्हारी,
ले पूजा की थाली ।
वरद हस्त सर पर रख दो,
मॉ सकंट हरने वाली ।
मॉ भर दो भक्ति रस प्याली,
अष्ट भुजाओ वाली,
भक्तो के कारज तू ही सारती ।
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती,
ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥

Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics in english

Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics photo
अम्बे माँ

ambe too hai jagadambe kaalee,
jay durge khappar vaalee.
teree hee gun gai bhaaratee,
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

tere bhakt jano par,
bhee padee hai bhaaree maan.
daanav dal par toot pado,
maan kekar sinh savaaree.
sau-sau sinho se balashaalee,
asht bhujao vaalee,
dushto ko paalame sanhaarati.
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

ambe too hai jagadambe kaalee,
jay durge khappar vaalee.
teree hee gun gai bhaaratee,
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

maan bete ka hai ye jag me,
bada hee nirmal naata.
poot – kapoot sune hai par na,
maata seeta kumaata .
sab pe karuna darasaane vaalee,
amrt ​​barasane vaalee,
dukhiyo ke dukhade nivaaratee.
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

ambe too hai jagadambe kaalee,
jay durge khappar vaalee.
teree hee gun gai bhaaratee,
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

nahin maangate dhan aur daulat,
na chaandee na sona maan.
ham to maan tere man mein,
ik chhota sa kona .
badee badee banaane vaalee,
laaz uf vaalee,
saatiyo ke saat ko savaanrati.
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

ambe too hai jagadambe kaalee,
jay durge khappar vaalee.
teree hee gun gai bhaaratee,
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

—– Addition —-
charan sharan mein khade vivaah,
le pooja kee thaalee.
varad hast sar par rakh do,
maan sant harane vaalee.
maan bhar do bhakti ras pyaalee,
asht bhujao vaalee,
bhakto ke karj too hee saarati.
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

ambe too hai jagadambe kaalee,
jay durge khappar vaalee.
teree hee gun gai bhaaratee,
he maiya ham sab utaren, teree aaratee.

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Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics in hindi pdf

अम्बे माँ की आरती के सामान्य प्रश्न

अम्बे माँ की आरती(Ambe tu hai jagdambe kali aarti lyrics) क्या है?

अम्बे माँ की आरती एक भक्ति गीत या भजन है जो देवी अम्बे की पूजा और स्तुति करने के लिए गाया जाता है, जिन्हें देवी दुर्गा या अम्बा के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू धार्मिक प्रथाओं का एक अभिन्न अंग है और आमतौर पर धार्मिक समारोहों, त्योहारों और दैनिक पूजा के दौरान किया जाता है।

देवी अम्बे कौन हैं?

देवी अम्बे, जिन्हें दुर्गा या अम्बा भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक पूजनीय देवी हैं। उन्हें अक्सर एक शक्तिशाली और उग्र देवी के रूप में चित्रित किया जाता है जो स्त्री ऊर्जा, शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक है। उन्हें दिव्य मातृ प्रेम का अवतार भी माना जाता है।

अम्बे माँ की आरती कब की जाती है?

अम्बे माँ की आरती आम तौर पर देवी दुर्गा को समर्पित विभिन्न हिंदू त्योहारों, जैसे कि नवरात्रि और दुर्गा पूजा, के दौरान की जाती है। आशीर्वाद, शक्ति और सुरक्षा पाने के लिए दैनिक पूजा या व्यक्तिगत प्रार्थना के दौरान आरती करना भी आम है।

अम्बे माँ की आरती करने का क्या महत्व है?

आरती देवी अम्बे के प्रति भक्ति और श्रद्धा दिखाने का एक तरीका है। आरती गाकर, भक्त अपना आभार व्यक्त करते हैं, आशीर्वाद मांगते हैं और देवी की दिव्य ऊर्जा से जुड़ते हैं। ऐसा माना जाता है कि आरती नकारात्मकता को दूर करने, सकारात्मकता लाने और आध्यात्मिक संबंध की भावना को बढ़ावा देने में मदद करती है।

अम्बे माँ की आरती कैसे की जाती है?

आरती में भजन गाना और देवी की छवि या मूर्ति के सामने एक जलता हुआ दीपक (दीया) या कपूर की लौ लहराना शामिल है। भक्त अक्सर अपनी हथेलियों को लौ के ऊपर रखते हैं और फिर अपनी हथेलियों को अपने माथे से छूते हैं, जो देवी के आशीर्वाद को खुद पर स्थानांतरित करने का संकेत देता है।

क्या मैं घर पर अम्बे माँ की आरती कर सकता हूँ?

हाँ, आप अम्बे माँ की आरती घर पर अपनी दैनिक पूजा के हिस्से के रूप में या विशेष अवसरों के दौरान कर सकते हैं।

क्या अम्बे माँ की आरती के भी रूप हैं?

हां, अंबे मां की आरती के विभिन्न संस्करण हैं जिनमें गीत और धुन में थोड़े बदलाव हैं। विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों के पास आरती के अपने पारंपरिक संस्करण हो सकते हैं।

क्या गैर-हिन्दू भी आरती में भाग ले सकते हैं?

हां, भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का कार्य धार्मिक सीमाओं तक सीमित नहीं है। गैर-हिंदू जो अपने इरादों के प्रति सम्मानजनक और ईमानदार हैं, वे हिंदू धर्म के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहलुओं का अनुभव करने के तरीके के रूप में अंबे मां की आरती करने में भाग ले सकते हैं।

देवी अम्बे के कुछ अन्य नाम क्या हैं?

देवी अम्बे को विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे दुर्गा, अम्बा, पार्वती, भवानी, काली और चंडी आदि। प्रत्येक नाम देवी के विभिन्न पहलुओं और रूपों का प्रतिनिधित्व करता है।

क्या कोई विशिष्ट समय है जब अम्बे माँ की आरती की जानी चाहिए?

हालांकि समय को लेकर कोई सख्त नियम नहीं है, लेकिन सुबह या शाम की प्रार्थना के समय आरती करना आम बात है। इसे सच्चे मन और एकाग्र भक्ति से करना जरूरी है।


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