करे भगत हो आरती(Kare Bhagat Ho Aarti) एक भोजपुरी भजन है जो देवी दुर्गा की आरती है। यह भजन नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से गाया जाता है। भजन की शुरुआत “करे भगत हो आरती” के साथ होती है, जो भक्तों को देवी दुर्गा की आरती करने के लिए कहती है। भजन में देवी दुर्गा की शक्ति और करुणा की प्रशंसा की जाती है। भजन के अंत में, भक्त देवी दुर्गा से अपनी रक्षा करने और उन्हें आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना करते हैं।
विषय सूची
Kare Bhagat Ho Aarti गीत के लाभ
- आध्यात्मिक संवाद: यह भजन आपके आध्यात्मिक संवाद में मदद कर सकता है, जिससे आप अपने आत्मा के साथ कनेक्ट हो सकते हैं। इसके बोल आपको भगवान के साथ अपनी आध्यात्मिक जीवन की महत्वपूर्णता को याद दिला सकते हैं।
- शांति और प्रसन्नता: इस भजन के बोल आपको शांति और प्रसन्नता की भावना प्रदान कर सकते हैं। यह आपके जीवन में सकारात्मकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
- गरीबी की बचाव: भजन के बोल में गरीबी की बचाव की बात की गई है, जिससे आपको सहानुभूति और समर्थन की भावना हो सकती है। यह आपको दूसरों की मदद करने की प्रेरणा देने में मदद कर सकता है।
- संकटों का पारण: भजन में दिखाया गया है कि भगवान हमारे संकटों का पारण करते हैं। यह आपको मुश्किल समयों में आत्म-संघर्ष में मदद कर सकता है और आपको उत्साहित कर सकता है।
- आपसी सहयोग और दया: यह भजन आपसी सहयोग और दया की महत्वपूर्णता को बताता है। आपको यह याद दिला सकता है कि हमें दूसरों के प्रति सहानुभूति और दया रखनी चाहिए।
यह भजन आपको आत्मा के साथ जुड़ने और आध्यात्मिकता के प्रति आपकी भावनाओं को स्थायी रूप से प्रेरित कर सकता है।
Kare Bhagat Ho Aarti गीत का वीडियो
करे भगत हो आरती लिरिक्स हिंदी में (Kare bhagat ho aarti lyrics in Hindi)
करें भगत हो आरती
माई दोई बिरियां
सोने के लोटा गंगा जल
पानी माई दोई बिरियां,
अतर चढें दो दो सिसियां
माई दोई बिरियां,
करें भगत हो आरती
माई दोई बिरियां
लाए नंदन वन से फुलवा
माई दोई बिरियां ,
हार बनाये चुन चुन
कलियां माई दोई बिरियां ,
करें भगत हो आरती
माई दोई बिरियां
पान सुपारी माई ध्वजा नारियल
दोई बिरियां ,
धूप कपूर चढ़े चुड़ियाँ
माई दोई बिरियां ,
करें भगत हो आरती
माई दोई बिरियां
लाल वरण सिंगार करे
माई दोई बिरियां ,
मेवा खीर सजी थरियां
माई दोई बिरियां ,
करें भगत हो आरती
माई दोई बिरियां
पांच भगत मिल जस तोरे गावे
माई दोई बिरियां
काटो बिपत की भई जरियां
माई दोई बिरियां
करें भगत हो आरती
माई दोई बिरियां
करे भगत हो आरती लिरिक्स अंग्रेजी में (Kare bhagat ho aarti lyrics in English)
karen bhagat ho aaratii
maaii doii biriyaan
sone ke loṭaa gangaa jal
paanii maaii doii biriyaan,
atar chaḍhen do do sisiyaan
maaii doii biriyaan,
karen bhagat ho aaratii
maaii doii biriyaan
laae nandan van se phulavaa
maaii doii biriyaan ,
haar banaaye chun chun
kaliyaan maaii doii biriyaan ,
karen bhagat ho aaratii
maaii doii biriyaan
paan supaarii maaii dhvajaa naariyal
doii biriyaan ,
dhuup kapuur chadhe chudiyaan
maaii doii biriyaan ,
karen bhagat ho aaratii
maaii doii biriyaan
laal varaṇ singaar kare
maaii doii biriyaan ,
mevaa khiir sajii thariyaan
maaii doii biriyaan ,
karen bhagat ho aaratii
maaii doii biriyaan
paanch bhagat mil jas tore gaave
maaii doii biriyaan
kaaṭo bipat kii bhaii jariyaan
maaii doii biriyaan
karen bhagat ho aaratii
maaii doii biriyaan
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Kare bhagat ho aarti lyrics pdf
Kare Bhagat Ho Aarti गीत से जुड़े सामान्य प्रश्न
करे भगत हो आरती(Kare bhagat ho aarti) कब और कहाँ गाया जाता है?
करे भगत हो आरती नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से गाया जाता है। नवरात्रि एक हिंदू त्योहार है जो नौ दिनों तक चलता है। इन नौ दिनों के दौरान, देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। करे भगत हो आरती अक्सर नवरात्रि के पहले दिन गाया जाता है। यह भजन घरों, मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थानों में गाया जाता है।
करे भगत हो आरती का क्या मतलब है?
करे भगत हो आरती(Kare bhagat ho aarti) देवी दुर्गा की शक्ति और करुणा की प्रशंसा करती है। भजन की शुरुआत देवी दुर्गा को नमस्कार करके होती है। भजन में देवी दुर्गा को एक शक्तिशाली और दयालु देवी के रूप में चित्रित किया गया है। भजन के अंत में, भक्त देवी दुर्गा से अपनी रक्षा करने और उन्हें आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना करते हैं।
करे भगत हो आरती के क्या लाभ हैं?
करे भगत हो आरती को(Kare bhagat ho aarti) देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का एक तरीका माना जाता है। भजन को गाने से भक्तों को शांति और आराम मिलता है। भजन को गाने से भक्तों को देवी दुर्गा की शक्ति और करुणा के बारे में जानने में भी मदद मिलती है।
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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।
संजय इज़ारदार का रुझान बचपन से ही अध्यात्म की ओर रहा है। वे poojaaarti.com में मंदिरो और त्योहारों के पोस्ट में हमारा सहयोग करते है और हमसे शुरुआत से ही जुड़े हुए है।