माँ कुष्मांडा आरती (Maa Kushmanda Aarti)

माँ कुष्मांडा आरती (Maa Kushmanda Aarti) “माँ आरती तेरी गाते ,” एक पूजा आरती है जो माँ कुष्मांडा की पूजा के दौरान भक्तों द्वारा गाई जाती है। माँ कुष्मांडा हिन्दू धर्म में नवरात्रि के नौ दुर्गा की एक देवी हैं, और नवरात्रि में उन्हें चौथे दिन पूजा जाता हैं | माँ कुष्मांडा की आरती उनकी महिमा का गुणगान करती है और भक्तों के द्वारा उनका आशीर्वाद मांगा जाता है। माँ कुष्मांडा का नाम “कुष्म” और “आंदा” से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है “खजूर का आंदा”। वे खजूरों की भंडारकर्ता माता के रूप में प्रसिद्ध हैं।

माँ कुष्मांडा आरती के लाभ (Maa Kushmanda Aarti Benifits)


  • माँ कुष्मांडा की आरती करने से भक्तों को मां की कृपा प्राप्त होती है।
     मां कुष्मांडा को आदिशक्ति कहा जाता है, इसलिए उनकी आरती करने से भक्तों को बुद्धि, बल, ज्ञान, विद्या, धन, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

  • माँ कुष्मांडा की आरती करने से भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
     मां कुष्मांडा को भक्तों के कष्टों को दूर करने वाली देवी कहा जाता है, इसलिए उनकी आरती करने से भक्तों के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।

  • माँ कुष्मांडा की आरती करने से भक्तों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
     मां कुष्मांडा को ब्रह्मांड की ऊर्जा का स्रोत कहा जाता है, इसलिए उनकी आरती करने से भक्तों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

माँ कुष्मांडा आरती का वीडियो (Maa Kushmanda Aarti Video)

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माँ कुष्मांडा आरती लिरिक्स हिंदी (Maa Kushmanda Aarti Lyrics in Hindi)

माँ आरती तेरी गाते ,
मैया आरती तेरी गाते ।
कुष्मांडा महामाया ,
हम तुमको ध्याते ।।

माँ आरती तेरी गाते ।।

हे जगदम्बे दयामयी ,
आदि स्वरूपा माँ ।
देव ऋषि मुनि ज्ञानी,
गुण तेरे गाते ।।

माँ आरती तेरी गाते ।।

कर ब्रहानन्द की रचना ,
कुष्मांडा कहलायी ।
वेद पुराण भवानी,
सब यही बतलाते ।।

माँ आरती तेरी गाते ।।

सूर्य लोक निवाशिनी ,
तुमको कोठी प्रणाम ।
सम्मुख तेरे पाप और ,
दोष ना टिक पाते ।।

माँ आरती तेरी गाते ।।

माँ कुष्मांडा आरती लिरिक्स अंग्रेजी (Maa Kushmanda Aarti Lyrics in English)

maa kkushmanda english

Maa Aarti Teri Gaate,
Maiyya Aarti Teri Gaate.
Kushmanda Mahamaya,
Hum Tumko Dhyaate.

Maa Aarti Teri Gaate.

Hey Jagdamba Dayamayi,
Aadi Swaroopa Maa.
Dev, Rishi, Muni, Gyaani,
Gun Tere Gaate.

Maa Aarti Teri Gaate.

Kar Brahmand Ki Rachana,
Kushmanda Kehlaye.
Ved Purana Bhawani,
Sab Yehi Batalate.

Maa Aarti Teri Gaate.

Surya Loka Nivasini,
Tumko Koti Pranam.
Sammukh Tere Paap Aur,
Dosh Na Tik Paate.

Maa Aarti Teri Gaate

माँ कुष्मांडा आरती पीडीएफ (Maa Kushmanda Aarti Lyrics PDF)


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माँ कुष्मांडा आरती से जुड़े कुछ प्रश्न (Maa Kushmanda Aarti FAQ)

माँ कुष्मांडा आरती(Maa Kushmanda Aarti) का क्या अर्थ है?

माँ कुष्मांडा आरती देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप, माँ कुष्मांडा की स्तुति है। आरती में देवी की महिमा का गुणगान किया गया है और उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना की जाती है।

माँ कुष्मांडा आरती(Maa Kushmanda Aarti) कब और कैसे करें?

माँ कुष्मांडा आरती नवरात्रि के चौथे दिन की जाती है। आरती करने के लिए सबसे पहले, मां कुष्मांडा की प्रतिमा या तस्वीर को एक साफ स्थान पर स्थापित करें। फिर, मां कुष्मांडा को फूल, धूप, दीप, नैवेद्य और अन्य पूजन सामग्री अर्पित करके इसके बाद, मां कुष्मांडा की आरती करते हैं | ।

माँ कुष्मांडा आरती (Maa Kushmanda Aarti)के लाभ क्या हैं?

माँ कुष्मांडा की आरती करने से भक्तों को मां की कृपा प्राप्त होती है। मां कुष्मांडा को आदिशक्ति कहा जाता है माँ कुष्मांडा की आरती करने से भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। माँ कुष्मांडा की आरती करने से भक्तों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मां कुष्मांडा को ब्रह्मांड की ऊर्जा का स्रोत कहा जाता है

माँ कुष्मांडा आरती(Maa Kushmanda Aarti) का महत्व क्या है?

माँ कुष्मांडा आरती का महत्व बहुत अधिक है। आरती करने से भक्तों को मां की कृपा प्राप्त होती है और उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। आरती करने से भक्तों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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