श्री महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti)

महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti) “ॐ जय महावीर प्रभु” करने से भक्तों को सारे संकट दूर होते हैं। जैन धर्म में महावीर स्वामी का अहम् योगदान है, आज पूरा जैन समाज उनकी दी हुई दीक्षा पर चलता है। महावीर जी को इस जगत का रक्षक माना जाता है।

Shri Mahaveer Ji Ki Aarti का वीडियो

श्री महावीर जी की आरती लिरिक्स हिंदी में (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti lyrics in Hindi)

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ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभो ।
जगनायक सुखदायक, अति गम्भीर प्रभो ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

कुण्डलपुर में जन्में, त्रिशला के जाये ।
पिता सिद्धार्थ राजा, सुर नर हर्षाए ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

दीनानाथ दयानिधि, हैं मंगलकारी ।
जगहित संयम धारा, प्रभु परउपकारी ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

पापाचार मिटाया, सत्पथ दिखलाया ।
दयाधर्म का झण्डा, जग में लहराया ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

अर्जुनमाली गौतम, श्री चन्दनबाला ।
पार जगत से बेड़ा, इनका कर डाला ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

पावन नाम तुम्हारा, जगतारणहारा ।
निसिदिन जो नर ध्यावे, कष्ट मिटे सारा ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

करुणासागर! तेरी, महिमा है न्यारी ।
ज्ञानमुनि गुण गावे,चरणन बलिहारी ॥
॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभो ।
जगनायक सुखदायक, अति गम्भीर प्रभो ॥

॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥

mahaveer ji ki photo

श्री महावीर जी की आरती लिरिक्स अंग्रेजी में (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti lyrics in English)

Om Jai Mahaveer Prabhu, svaami jay mahaavir prabho .
Jaganaayak sukhadaayak, ati gambhir prabho ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Kuṇḍalapur men janmen, trishalaa ke jaaye .
Pitaa siddhaarth raajaa, sur nar harshaae ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Dinaanaath dayaanidhi, hain mangalakaari .
Jagahit samyam dhaaraa, prabhu paraupakaari ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Paapaachaar miṭaayaa, satpath dikhalaayaa .
Dayaadharm kaa jhaṇḍaa, jag men laharaayaa ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Arjunamaali gowtam, shri chandanabaalaa .
Paar jagat se bedaa, inakaa kar ḍaalaa ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Paavan naam tumhaaraa, jagataaraṇahaaraa .
Nisidin jo nar dhyaave, kashṭ miṭe saaraa ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Karuṇaasaagar! teri, mahimaa hai nyaari .
Jñaanamuni guṇ gaave,charaṇan balihaari ॥
॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

Om Jai Mahaveer Prabhu, svaami jay mahaavir prabho .
Jaganaayak sukhadaayak, ati gambhir prabho ॥

॥Om Jai Mahaveer Prabhu…॥

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Shri Mahaveer Ji Ki Aarti के लाभ

  • आध्यात्मिक प्रगति: श्री महावीर जी एक आध्यात्मिक गुरु थे, जिनकी शिक्षाओं का पालन करने से आध्यात्मिक प्रगति होती है। श्री महावीर जी की आरती का पाठ करने से उनके आदर्शों और सिद्धांतों को आत्मसात करने में मदद मिलती है।
  • मन की शांति: श्री महावीर जी ने अहिंसा, करुणा और समता जैसे गुणों का प्रचार किया था। श्री महावीर जी की आरती का पाठ करने से इन गुणों को आत्मसात करने में मदद मिलती है, जिससे मन को शांति मिलती है।
  • समस्याओं का समाधान: श्री महावीर जी ने अपने ज्ञान और दया से लोगों की समस्याओं का समाधान किया था। श्री महावीर जी की आरती का पाठ करने से उनके आशीर्वाद से समस्याओं का समाधान होता है।
  • सकारात्मक ऊर्जा का संचार: श्री महावीर जी एक सकारात्मक व्यक्तित्व के धनी थे। श्री महावीर जी की आरती का पाठ करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे जीवन में सुख और समृद्धि आती है।

Shri Mahaveer Ji Ki Aarti lyrics pdf

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Shri Mahaveer Ji Ki Aarti से सम्बंधित प्रश्न

महावीर जी की आरती कब गाई जाती है?

महावीर जयंती जैसे उनके जन्म जयंती या महावीर जी के महत्वपूर्ण तिथियों पर महावीर जी की आरती गाई जाती है।

महावीर जी की आरती का उद्देश्य क्या होता है?

महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti) का मुख्य उद्देश्य उनके जीवन और उनके धर्मिक संदेश को याद करना, उनके प्रति भक्ति और समर्पण का व्यक्त करना होता है। यह भी उनके चरणों में समर्पिति का प्रतीक होती है।

महावीर जी की आरती कैसे गाई जाती है?

महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti) एक धार्मिक समारोह में गाई जाती है, जिसमें पूजा के बाद भक्तों द्वारा गाई जाती है। यहाँ पर कई स्थानों पर महावीर जी की आरती के गीत और मंत्र हो सकते हैं, जो प्रदर्शित और गुणगान किए जाते हैं।

महावीर जी की आरती के कुछ प्रमुख लाभ क्या हो सकते हैं?

महावीर जी की आरती (Shri Mahaveer Ji Ki Aarti) का गाना और सुनने से भक्तों को आत्मा की शांति, सुख, और मानसिक शुक्राणुओं का संतुलन मिल सकता है। यह धार्मिक समर्पण और आध्यात्मिक समझ में मदद कर सकता है।

महावीर जी की आरती का तेल कितनी दीपों में जलाया जाता है?

महावीर जी की आरती के दीप आमतौर पर पांच या सात दीपों में जलाए जाते हैं, जो एक पूजा स्थल पर रखे जाते हैं और उन्हें प्राकृतिक तेल से भरा जाता है।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

Updated on May 11, 2024