नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti)

नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti) “ॐ जय जगदानंदी, मैया जय आनंद्करनी” के माध्यम से, भक्त नर्मदा माता जी की आराधना करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने की कामना करते हैं। आरती में, भक्त नर्मदा माता जी को जग की जीवनदायिनी, सप्तमातृकाओं में से एक, और सभी देवताओं की अर्धांगिनी बताते हैं। वे नर्मदा माता जी को पृथ्वी के जीवन का आधार, सभी प्राणियों की रक्षा करने वाली, मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग, और सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली भी बताते हैं। आरती के अंत में, भक्त नर्मदा माता जी की आरती गाते हैं और उनकी जय बोलते हैं।

Narmada Mata Ki Aarti का वीडियो

नर्मदा माता जी की आरती लिरिक्स हिंदी में (Narmada Mata Ki Aarti lyrics in Hindi)

ॐ जय जगदानंदी, मैया जय आनंद्करनी
ब्रह्मा हरिहर शंकर रेवा शिव हरी शंकर रुद्री पालान्ती,
॥ॐ जय जगादानंदी ॥

देवी नारद शारद तुम वरदायक, अभिनव पदचंडी,
सुरनर मुनि जन सेवत, सुरनर मुनि जन ध्यावत, शारद पदवंती,
॥ॐ जय जगदानंदी॥

देवी धुम्रक वाहन राजत वीणा वादयती,
झुमकत झुमकत झुमकत, झननन झननन झननन, रमती राजन्ती,
॥ॐ जय जगदानंदी ॥

देवी बाजत ताल मृदंगा, सुरमंडल रमती
तोड़ीतान तोड़ीतान तोड़ीतान तुररड तुररड तुररड, रमती सुरवंती,
॥ॐ जय जगदानंदी ॥

देवी सकल भुवन पर आप विराजत निशदिन आनंदी,
गावत गंगाशंकर सेवत रेवाशंकर तुम भाव मेटन्ती,
॥ॐ जय जगदानंदी ॥

मैयाजी को कंचन थाल विराजत अगर कपूर बाती,
अमरकंठ में विराजत, घाटन घाट विराजत कोटि रतन ज्योति,
॥ॐ जय जगदानंदी ॥

माँ रेवा की आरती जो कोई जन गावै मैया जो सुन्दर गावै
भजत शिवानन्द स्वामी जपत हरिहर स्वामी , मनवांछित फल पावै,
॥ॐ जय जगदानंदी ॥

Narmada mata ki photo

नर्मदा माता जी की आरती लिरिक्स हिंदी में (Narmada Mata Ki Aarti lyrics in Hindi)

Om Jai Jagadanandi, maiyaa jay aanandkaranii
Brahmaa harihar shankar revaa shiv harii shankar rudrii paalaantii,
॥Om Jai Jagaadaanandii॥

Devi naarad shaarad tum varadaayak, abhinav padachanḍii,
Duranar muni jan sevat, suranar muni jan dhyaavat, shaarad padavantii,
॥Om Jai Jagadanandi॥

Devi dhumrak vaahan raajat viiṇaa vaadayatii,
Jhumakat jhumakat jhumakat, jhananan jhananan jhananan, ramatii raajantii,
॥Om Jai Jagadanandi ॥

Devi baajat taal mṛdangaa, suramanḍal ramatii
Todiitaan todiitaan todiitaan turaraḍ turaraḍ turaraḍ, ramatii suravantii,
॥Om Jai Jagadanandi ॥

Devi sakal bhuvan par aap viraajat nishadin aanandii,
Gaavat gangaashankar sevat revaashankar tum bhaav meṭantii,
॥Om Jai Jagadanandi ॥

Maiyaajii ko kanchan thaal viraajat agar kapuur baatii,
Amarakanṭh men viraajat, ghaaṭan ghaaṭ viraajat koṭi ratan jyoti,
॥Om Jai Jagadanandi ॥

Maan revaa kii aaratii jo koii jan gaavai maiyaa jo sundar gaavai
Bhajat shivaanand svaamii japat harihar svaamii , manavaanchhit phal paavai,
॥Om Jai Jagadanandi ॥

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Narmada Mata Ki Aarti lyrics pdf

Narmada Mata Ki Aarti के लाभ

  • आध्यात्मिक लाभ: आरती का गायन भक्तों में श्रद्धा और भक्ति की भावना को बढ़ाता है। यह आरती नर्मदा माता जी से आशीर्वाद और कृपा प्राप्त करने की कामना करती है।
  • सामाजिक लाभ: आरती के आयोजन से सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा मिलता है। यह एक ऐसा अवसर है जब लोग एक साथ आकर भगवान की आराधना कर सकते हैं।
  • व्यक्तिगत लाभ: आरती का गायन व्यक्ति को शांति और आराम प्रदान करता है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।

Narmada Mata Ki Aarti से सम्बंधित प्रश्न

नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti) क्या होती है?

नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti) एक पूजा क्रिया है जो नर्मदा नदी को माता के रूप में प्राप्त करने के लिए गाई जाती है। इस आरती के माध्यम से भक्त नर्मदा माता के गुणगान करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं।

नर्मदा माता जी की आरती कब और कैसे की जाती है?

नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti) कई त्योहारों और विशेष अवसरों पर की जाती है, जैसे कि नर्मदा जयंती, नर्मदा पुष्कर मेला, और कुछ धार्मिक समारोहों में। आरती के दौरान, भक्त नर्मदा माता की महिमा का गुणगान करते हैं और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।

नर्मदा माता जी की आरती का महत्व क्या है?

नर्मदा माता जी की आरती (Narmada Mata Ki Aarti) का महत्व नर्मदा नदी की महिमा का गुणगान करने और नर्मदा माता के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए होता है। यह आरती नर्मदा माता के प्रकटीकरण के समय और उसके किसी महत्वपूर्ण त्योहार पर बड़े धूमधाम के साथ मनाई जाती है।

नर्मदा माता जी की आरती के अन्य प्रमुख आरतियां क्या होती हैं?

नर्मदा माता जी के अलावा, भगवान के विभिन्न रूपों के लिए अन्य भी आरतियां होती हैं, जैसे कि श्री गणेश जी की आरती, श्री शिव जी की आरती, और श्री दुर्गा जी की आरती। इन आरतियों का उद्देश्य भगवान के पूजन और आशीर्वाद की प्राप्ति करना होता है।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।