ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) का पाठ अक्सर भगवान श्री शनि देव महाराज की मूर्ति या चित्र के सामने किया जाता है, और इसमें शनि देव की महिमा, गुण, और कथाओं का वर्णन होता है। आरती में भक्त शनि देव की प्रार्थना करते हैं कि वे सभी कष्टों को दूर करके उनके जीवन से सुख, समृद्धि, और शांति प्रदान करें।
किसी भी देवी देवता की पूजा करने के बाद उनकी श्रद्धा पूर्वक आरती का शास्त्रोंक्त विधान है। शनिवार को पड़ने वाली शनि अमावस्या के दिन शनि देव की इस अत्यंत ही चमत्कारी आरती का गायन करने से शनि महाराज तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।
विषय सूची
ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) जानकारी
आरती के बोल | ॐ जय जय श्री शानि महाराज, शानि देव जी की आरती |
गीतकार | श्री रजनीश कुमार जी |
लेबल | भजन श्रृंखला |
ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) हिंदी में
ॐ जय जय शनि महाराज,
स्वामी जय जय शनि महाराज ।
कृपा करो हम दीन रंक पर,
दुःख हरियो प्रभु आज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
सूरज के तुम बालक होकर,
जग में बड़े बलवान ।
सब देवताओं में तुम्हारा,
प्रथम मान है आज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
विक्रमराज को हुआ घमण्ड फिर,
अपने श्रेष्ठन का ।
चकनाचूर किया बुद्धि को,
हिला दिया सरताज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
प्रभु राम और पांडवजी को,
भेज दिया बनवास ।
कृपा होय जब तुम्हारी स्वामी,
बचाई उनकी लॉज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
शुर-संत राजा हरीशचंद्र का,
बेच दिया परिवार ।
पात्र हुए जब सत परीक्षा में,
देकर धन और राज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
गुरुनाथ को शिक्षा फाँसी की,
मन के गरबन को ।
होश में लाया सवा कलाक में,
फेरत निगाह राज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
माखन चोर वो कृष्ण कन्हाइ,
गैयन के रखवार ।
कलंक माथे का धोया उनका,
खड़े रूप विराज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
देखी लीला प्रभु आया चक्कर,
तन को अब न सतावे ।
माया बंधन से कर दो हमें,
भव सागर ज्ञानी राज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
मैं हूँ दीन अनाथ अज्ञानी,
भूल भई हमसे ।
क्षमा शांति दो नारायण को,
प्रणाम लो महाराज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
ॐ जय जय शनि महाराज,
स्वामी जय-जय शनि महाराज ।
कृपा करो हम दीन रंक पर,
दुःख हरियो प्रभु आज ॥
॥ ॐ जय जय शनि महाराज ॥
ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) अंग्रेजी में
Om Jai Jai Shri Shani Maharaj,
Swami Jai Shani Maharaj ।
Krupa Karo Hum Din Raj Par,
Dukh Hariyo Prabhu Aaj ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Suraj Ke Tum Balak Hokar,
Jag Main Bade Balwan ।
Sab Devo Main Tumhara,
Pratham Maan Hai Aaj ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Vikramraj Ko Hua Ghamend,
Apane Shrethan Ka ।
Chaknaachur Kiya Buddhi Ko,
Hila Diya Sartaj ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Prabhu Ram Aur Pandavji Ko,
Bhej Diya Banwas ।
Krupa Hoi Jab Tumhari,
Swami Bachai Unki Laaj ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Surya Sa Raja Harichandra Ka,
Bech Diya Parivar ।
Pas Hue Jab Sat Pariksha Main,
Dekar Dhan Aur Raaj ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Makhanchor Ho Krishna Kanhaai,
Gaiyyan Ke Rakhwar ।
Kalank Madhe Ko Dhoya,
Dhare Hai Roop Virat ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Main Hoon Din Adnyani,
Bhul Bhai Hamse ।
Kshma Shanty Do Narayan,
Pranam Lo Maharaj ॥
॥ Om Jai Jai Shri Shani Maharaj ॥
Om Jai Jai Shri Shani Maharaj,
Swami Jai Shani Maharaj ॥
ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) पीडीएफ
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शनि देव की आरती करने के लाभ
- शनि देव को प्रसन्न करने में मदद करती है: श्री शनि देव आरती भगवान शनि को प्रसन्न करने में मदद करती है। शनि देव न्याय और कर्म के देवता हैं। उनकी कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
- भगवान शनि के आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है: श्री शनि देव आरती भगवान शनि के आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है। शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में मदद करती है: श्री शनि देव आरती जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में मदद करती है। शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
- बुरी शक्तियों से बचाव में मदद करती है: श्री शनि देव आरती बुरी शक्तियों से बचाव में मदद करती है। शनि देव की कृपा से व्यक्ति बुरी शक्तियों से सुरक्षित रहता है।
ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) वीडियो
ॐ जय जय शनि महाराज: आरती (Om Jai Jai Shri Shani Maharaj) FAQ
शनि देव कौन है ?
शनि देव हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में आते है। शनि देव के पिता सूर्यदेव और माता छायादेवी है, शनि देव को कर्मफल (न्याय के देवता) के रूप में जाना जाता है। भगवान श्री शनि देव महाराज शनि ग्रह के स्वामी है, इनकी पूजा करने से मनुष्य को शनि के साढ़े साती से मुक्ति मिलती है।
शनि देव की पूजा करने से क्या लाभ प्राप्त होता है ?
शनि देव को प्रसन्न करने में मदद करती है: श्री शनि देव आरती भगवान शनि को प्रसन्न करने में मदद करती है। शनि देव न्याय और कर्म के देवता हैं। उनकी कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
भगवान शनि के आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है: श्री शनि देव आरती भगवान शनि के आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है। शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में मदद करती है: श्री शनि देव आरती जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में मदद करती है। शनि देव के आशीर्वाद से जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
बुरी शक्तियों से बचाव में मदद करती है: श्री शनि देव आरती बुरी शक्तियों से बचाव में मदद करती है। शनि देव की कृपा से व्यक्ति बुरी शक्तियों से सुरक्षित रहता है।
शनि देव की पूजा कब करनी चाहिए।
शनि देव की पूजा शनिवार को पड़ने वाली शनि अमावस्या के दिन शनि देव की इस अत्यंत ही चमत्कारी आरती का गायन करने से शनि महाराज तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।
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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।

किशन इजारदार एक ब्लॉगर है, जिनका ब्लॉग बनाने का उदेश्य यह है कि, poojaaarti.com की website के माध्यम से भक्ति से जुड़े हुए लोगो को एक ही जगह में देवी देवताओ से संबंधित समस्त जानकारी हिंदी वा अन्य भाषा में उपलब्ध करा सके.