श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti)

श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) “आरती श्री जनक दुलारी की ” हिंदू धर्म में माता सीता की पूजा के दौरान गाई जाने वाली एक आरती है। यह आरती माता सीता की महिमा और उनकी भक्ति के गुणों का वर्णन करती है। श्री सीता आरती का पाठ करने से भक्तों को माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

श्री सीता आरती के लाभ ( Shree Sita Aarti Benefits)

  1. आध्यात्मिक एकाग्रता:
    श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) का पाठ करने से आपकी आध्यात्मिक एकाग्रता और साधना में मदद मिलती है. यह मन को शांति और मानसिक स्थिरता प्राप्त करने में मदद करता है.
  2. भक्ति और श्रद्धा:
    श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) का पाठ करने से भक्ति और श्रद्धा भगवान राम और देवी सीता के प्रति बढ़ती है, जिससे मानसिक और आध्यात्मिक जीवन में सुख और संतोष मिलता है.
  3. दुखों का निवारण:
    श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) का पाठ करने से सीता माता भक्तों के दुख और कष्ट को दूर करके जीवन को खुशहाल बनाती हैं.
  4. मानसिक शांति:
    श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) का पाठ करने से मानसिक चिंता और तनाव कम होता हैं, और मानसिक शांति बनी रहती है.
  5. कर्मिक सुधार:
    श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) का पाठ करने से कर्मिक समस्याओं का समाधान होता है, और कर्मिक चक्र को सुधारने में मदद मिलती है.

श्री सीता आरती का वीडियो ( Shree Sita Aarti Video)

श्री सीता आरती लिरिक्स हिंदी में ( Shree Sita Aarti Lyrics In Hindi)

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

जगत जननी जग की विस्तारिणी,
नित्य सत्य साकेत विहारिणी,
परम दयामयी दिनोधारिणी,
सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

सती श्रोमणि पति हित कारिणी,
पति सेवा वित्त वन वन चारिणी,
पति हित पति वियोग स्वीकारिणी,
त्याग धर्म मूर्ति धरी की ॥

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

विमल कीर्ति सब लोकन छाई,
नाम लेत पवन मति आई,
सुमीरात काटत कष्ट दुख दाई,
शरणागत जन भय हरी की ॥

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

श्री सीता आरती लिरिक्स अंग्रेजी में ( Shree Sita Aarti Lyrics In English)

poojaarti.in 8

Aarti Shri Janak Dulari Ki ।
Sita Ji Shri Raghubar Pyaari Ki ॥

Jagat Janani Jag Ki Vistaarini,
Nitya Satya Saaket Viharini,
Param Dayamai Dinodharini,
Siya Maiya Bhaktan Hitkaari Ki ॥

Aarti Shri Janak Dulari Ki ।
Sita Ji Shri Raghubar Pyaari Ki ॥

Sita Sati Shiromani Pati Hit Kaarini,
Pati Seva Hit Van Van Charini,
Pati Hitt Pati Viyog Swikarini,
Tyag Dharam Murati Dhaari Ki ॥

Aarti Shri Janak Dulari Ki ।
Sita Ji Shri Raghubar Pyaari Ki ॥

Vimal Kirti Sab Lokan Chhai,
Naam Let Pavan Mati Aayi,
Sumirat Katat Kashta Dhukh Dai,
Sharnagat Jan Bhay Hari Ki ॥

Aarti Shri Janak Dulari Ki ।
Sita Ji Shri Raghubar Pyaari Ki ॥

श्री सीता आरती पीडीएफ ( Shree Sita Aarti PDF)


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श्री सीता आरती से जुड़े कुछ प्रश्न ( Shree Sita Aarti FAQ)

श्री सीता आरती कब और क्यों गाई जाती है?

श्री सीता आरती हिंदू धर्म में माता सीता की पूजा के दौरान गाई जाती है। श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) माता सीता की महिमा और उनकी भक्ति के गुणों का वर्णन करती है। श्री सीता आरती (Shree Sita Aarti) का पाठ करने से भक्तों को माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

श्री सीता आरती (का पाठ कैसे करें?

श्री सीता आरतीका पाठ करने के लिए निम्नलिखित विधि अपना सकते हैं:
सबसे पहले, किसी स्वच्छ स्थान पर माता सीता की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
फिर, दीपक जलाकर और फूल अर्पित करके माता सीता का ध्यान करें।
अब, श्री सीता आरती का पाठ करें।
अंत में, माता सीता से प्रार्थना करें कि वे आपको आशीर्वाद दें।

श्री सीता आरती के पाठ से क्या लाभ होते हैं?

श्री सीता आरती के पाठ से भक्तों को निम्नलिखित लाभ होते हैं:
माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
भक्तों में माता सीता के प्रति श्रद्धा और भक्ति बढ़ती है।
भक्तों को माता सीता के गुणों को अपनाने के लिए प्रेरणा मिलती है।
भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

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