कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra)

Karagre Vasate Lakshmi Mantra

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra) हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रातः स्मरण मंत्र (Pratah Samaran Mantra) है। यह मंत्र हाथों की हथेलियों को देखने के महत्व को बताता है। हिंदू धर्म में, हाथों को एक व्यक्ति की पहचान माना जाता है। हाथों का उपयोग कार्य, दान, और दूसरों की मदद करने के … Read more

शुक्र बीज मंत्र (Sukra Beej Mantra)

Sukra Beej Mantra

शुक्र बीज मंत्र (Sukra Beej Mantra) एक शक्तिशाली मंत्र है जो शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाता है। शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य, और सुख-सुविधाओं का ग्रह है। शुक्र मंत्र संस्कृत मंत्र हैं जिनका जाप प्रेम और सौंदर्य के ग्रह शुक्र का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। शुक्र को असुरों के गुरु के … Read more

श्री लक्ष्मी नारायण स्तोत्रम् (Shri Laxmi Narayan Stotram)

Shri Laxmi Narayan Stotram

श्री लक्ष्मी नारायण स्तोत्रम् (Shri Laxmi Narayan Stotram) एक हिंदू भक्ति भजन या प्रार्थना है जो भगवान नारायण और उनकी पत्नी देवी लक्ष्मी को समर्पित है। भगवान नारायण को भगवान विष्णु का एक रूप माना जाता है, जो हिंदू धर्म में प्रमुख देवताओं में से एक हैं, और देवी लक्ष्मी धन, समृद्धि और सौभाग्य की … Read more

शनि मंत्र (Shani Mantra)

Shani Mantra

शनि मंत्र (Shani Mantra) भगवान शनि को समर्पित एक पवित्र मंत्र है, जिन्हें हिंदू धर्म में श्री शनि देव या भगवान शनि के नाम से भी जाना जाता है। भगवान शनि को एक ऐसा देवता माना जाता है जो अनुशासन, कर्म और किसी के कार्यों के प्रभाव सहित जीवन के सकारात्मक और चुनौतीपूर्ण दोनों पहलुओं … Read more

माँ शैलपुत्री (Maa Shailputri)

Maa Shailputri

माँ शैलपुत्री (Maa Shailputri), जिन्हें शैलपुत्री देवी के नाम से भी जाना जाता है, देवी दुर्गा की पहला रूप हैं और उन्हें नौ रातों और दस दिनों तक मनाए जाने वाले हिंदू त्योहार, नवरात्रि के पहले दिन सम्मानित किया जाता है, इनका नाम दो शब्दों से बना है: “शैल” जिसका अर्थ है पर्वत और “पुत्री” … Read more

माँ ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini)

Maa Brahmacharini

माँ ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini) हिंदू पौराणिक कथाओं में देवी दुर्गा का दूसरा अवतार है, जिसे नवरात्रि के नौ दिवसीय त्योहार के दौरान मनाया जाता है। वह भक्ति, तपस्या और आध्यात्मिक खोज के गुणों का प्रतीक है। दुर्गा के इस रूप को एक ध्यानमग्न और शांत देवी के रूप में दर्शाया गया है, जिसे अक्सर सफेद … Read more

माँ चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta)

Maa Chandraghanta

माँ चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) हिंदू पौराणिक कथाओं में देवी दुर्गा की तीसरा रूप है, जिसे नवरात्रि उत्सव के दौरान मनाया जाता है। उनका नाम, “चंद्रघंटा”, दो शब्दों से बना है: “चंद्र”, जिसका अर्थ है चंद्रमा, और “घंटा”, जिसका अर्थ है घंटी। उनके माथे पर सजी घंटी के आधे चंद्रमा के आकार के कारण उन्हें चंद्रघंटा … Read more

माँ कुष्मांडा (Maa Kushmanda)

Maa Kushmanda

माँ कुष्मांडा (Maa Kushmanda) हिंदू पौराणिक कथाओं में देवी दुर्गा का चौथा रूप है, इनकी पूजा भारत में मनाए जाने वाले नौ रातों के त्योहार, नवरात्रि के दौरान की जाती है। नवरात्रि देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है, और प्रत्येक दिन देवी के एक अलग रूप या अवतार से जुड़ा हुआ है … Read more

माँ स्कंदमाता (Maa Skandmata)

Maa Skandmata

पांचवें दिन भगवान स्कंद (कार्तिकेय) की माँ स्कंदमाता (Maa Skandmata) की पूजा की जाती है, जिसे “पंचमी” के नाम से जाना जाता है। माता अपने नवजात बेटे को गोद में लेती है, जो मातृ प्रेम और एक माँ और उसके बच्चे के बीच के बंधन का प्रतिनिधित्व करती है। माँ स्कंदमाता (Maa Skandmata) एक हिंदू … Read more

मां कात्यायनी (Maa Katyayani)

Maa Katyayani

मां कात्यायनी (Maa Katyayani) देवी दुर्गा के रूपों में से एक हैं और नवरात्रि के शुभ अवसर पर उनकी पूजा की जाती है। इन्हे देवी दुर्गा का छठा स्वरूप माना जाता है, जिसे षष्ठी तिथि के नाम से जाना जाता है। इनकी पूजा नवरात्रि उत्सव का एक अभिन्न अंग है। मां कात्यायनी (Maa Katyayani) को … Read more