अब के नवरात मेरे अंगना पधारो (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo)

अब के नवरात मेरे अंगना पधारो (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo) माँ दुर्गा को समर्पित भक्ति भजन है। इस भक्ति भजन को स्वर दिया है लखबीर सिंह लक्खा जी ने। लखबीर सिंह लक्खा जी के मनमोहक स्वर में भक्तगण झूमते हुए इस भक्ति भजन का आनंद लें और मातारानी की जय जयकार करें। है। यह भजन नवरात्री एवं अन्य धार्मिक उत्सव में सुना जाता है।

भगवान् श्री कृष्ण की मनोहर मूर्तियों को ५० की आकर्षक छूट के साथ आज ही पाए

माँ दुर्गा की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रूप से अनेक लाभ मिलते हैं। उनकी पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए, मातारानी की पूजा को नियमित रूप से करना बहुत शुभ होता है।

अब के नवरात मेरे अंगना पधारो (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo) जानकारी

गीत के बोलअब के नवरात मेरे,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी॥
स्वरलखबीर सिंह लक्खा जी
म्यूजिकदुर्गा – नटराज जी
लिरिक्ससरल कवि जी
लेबलटी सीरीज

अब के नवरात मेरे अंगना पधारो (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo) हिंदी में

हे…….
अब के नवरात मेरे,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी,
हे…….
अब के नवरात मेरे,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी,
अंगना पधारो मेरे संकट निवारो,
माँ अंगना पधारो मेरे संकट निवारो,
अंगना पधारो मेरे संकट निवारो,
संकट निवारो मेरी बिगड़ी संवारो,
जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी॥

पहली नवरात्रि मेरे, पाप नाश करना,
दूसरी नवरात्री कष्ट, संताप हरना,
तीसरी नवरात्री भरम, मन के मिटाना,
चौथी नवरात्री मेरी, किस्मत चमकना,
पांचवी नवरात्री दोष, अवगुण बिसारो,
जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी॥

छठी नवरात्री छुटकारा, हो मोह जाल से,
सातवीं नवरात्री गाऊं, महिमा सुरताल से,
अष्टमी को आना, रूप अष्टभुजी धारकर,
नवमी को निष्काम, भक्ति का देना वर,
तुम हो तारणहार मैया, मेरी भी तारो,
जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी॥

करती हो मैया सबकी, पूरी मनोकामना,
हम सब के दिल में तेरे, दर्शन की भावना,
टूटे ना मेरे विश्वास, की ये डोरी,
तरस रहे कान मेरे, सुनने को लोरी,
अपने ‘सरल’ को बेटा, कहके पुकारो,
जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी॥

अब के नवरात मेरे,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी,
मैया अंगना पधारो मेरे संकट निवारो माँ,
अंगना पधारो मेरे संकट निवारो,
संकट निवारो मेरी बिगड़ी संवारो,
जगदम्बे भवानी, अब के नवरात मेरें,
अंगना पधारो जगदम्बे भवानी॥

अब के नवरात मेरे अंगना पधारो (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo) अंग्रेजी में

Hey…….
Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani,
Hey…….
Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani,
Angna Padharo Mere Sankat Nivaro,
Maa Angna Padharo Mere Sankat Nivaro,
Angna Padharo Mere Sankat Nivaro,
Sankat Nivaro Meri Bigdi Sawaro,
Jagdambe Bhawani, Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani ॥

Pahli Navratri Mere, Paap Nash Karna,
Dusri Navratri Kasht, Santap Harna,
Teesri Navratri Bhram, Man Ke Mitana,
Chouthi Navratri Meri, Kismet Chamkana,
Panchvi Navrati Dosh, Awgun Bisharo,
Jagdambe Bhawani, Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani ॥

Chaati Navratri Chutkara, Ho Mooh Jaal Se,
Sathvi Navratri Gaau, Mahima Surtaal Se,
Ashtami Ko Aana, Rup Ashtbhuji Dharkar,
Navmi Ko Nishkaam, Bhakti Ka Dena Var,
Tum Ho Taranhar Maiya, Meri Bhi Taro,
Jagdambe Bhawani, Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani ॥

Karti Ho Maiya Sabki, Puri Manokamna,
Hum Sab Ke Dil Me Tere, Darshan Ki Bhawana,
Tute Na Vishwash, Ki Ye Doori,
Taras Rahe Kaan Mere, Sunne Ko Loori,
Apne ‘Saral’ Ko Beta, Kahke Pukaro,
Jagdambe Bhawani, Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani ॥

Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani,
Angna Padharo Mere Sankat Nivaro,
Maiya Angna Padharo Mere Sankat Nivaro,
Angna Padharo Mere Sankat Nivaro,
Sankat Nivaro Meri Bigdi Sawaro,
Jagdambe Bhawani, Ab Ke Navrat Mere,
Angna Padharo Jagdambe Bhawani ॥

अब के नवरात मेरे अंगना पधारो -भजन (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo) पीडीएफ


यह भक्ति भजन गीत भी देखे


अब के नवरात मेरे अंगना पधारो -भजन (Ab Ke Navrat Mere Angna Padharo) वीडियो

आज का हमारा लेख पढ़ने के लिए हम आपकी सराहना करते हैं। कृपया अपने अनुभव हमसे साझा करने के लिए हमारे facebook group पर जुड़े और हमारे facebook page को like करे। अगर आप इस लेख में कुछ सुधार चाहते है, तो कृपया comment के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते है।

disclaimer

इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।

Leave a Comment