जय गणेश गणनाथ दयानिधि (Jai Ganesh Gananath Dayanidhi-Bhajan)

जय गणेश गणनाथ दयानिधि (Jai Ganesh Gananath Dayanidhi-Bhajan) भगवान श्री गणेश को समर्पित भक्ति भजन है। इस भक्ति भजन को स्वर दिया है श्री जगजीत सिंह जी ने। श्री जगजीत सिंह जी के मधुर स्वर में भक्तगण झूमते हुए इस भक्ति भजन का आनंद लें और भगवान श्री गणेश की जय जयकार करें। है। यह भजन गणेश चतुर्थी, गणेश मंदिरो एवं अन्य धार्मिक उत्सव में सुना जाता है।

भगवान गणेश की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रूप से अनेक लाभ मिलते हैं। उनकी पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए, गणेश भगवान की पूजा को नियमित रूप से करना बहुत शुभ होता है।

विषय सूची

जय गणेश गणनाथ दयानिधि (Jai Ganesh Gananath Dayanidhi-Bhajan) हिंदी में

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे,
जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे ।

प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो,
तिसके पूरण कारज सारे,
जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे ।

लंबोदर गजवदन मनोहर,
कर त्रिशूल परशू वर धारे,
जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे ।

ऋद्धि सिद्धि दोऊ चमर ढुलावे,
मूषक वाहन परम सुखारे,
जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे ।

ब्रहादिक सुर ध्यावत मन में,
ऋषि मुनिगण सब दास तुम्हारे,
जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे ।

ब्रह्मानंद सहाय करो नित
भक्तजनो के तुम रखवारे,
जय गणेश गणनाथ दयानिधि,
सकल विघन कर दूर हमारे ।

जय गणेश गणनाथ दयानिधि (Jai Ganesh Gananath Dayanidhi-Bhajan) अंग्रेजी में

Gururbrahma Grururvishnuh Gururdevo Maheshwarah ।
Guruh Sakshat Paran Brahm Tasmai Shri Gurave Namah ॥

Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare,
Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare ।

Pratham Dhare Jo Dhyan Tumharo,
Tiske Puran Karaj Sare,
Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare ।

Lambodar Gajvadan Manohar,
Kar Trishool Parshoo Var Dhare,
Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare ।

Riddhi Siddhi Dou Chamar Dhulave,
Mooshak Vahan Param Sukhare,
Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare ।

Brahadik Sur Dhyawat Man Mein,
Rishi Munigan Sab Daas Tumhare,
Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare ।

Brahmanand Sahay Karo Nit
Bhaktjano Ke Tum Rakhware,
Jai Ganesh Gananath Dayanidhi,
Sakal Vighan Kar Door Hamare ।

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श्री गणेश जी महाराज के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न व उनके उत्तर

गणेश जी को क्यों मुख हाथ से प्रसन्न किया जाता है?

गणेश जी को मुख हाथ से प्रसन्न किया जाता है क्योंकि उन्होंने माता पार्वती की आज्ञा के विरुद्ध उसके द्वारवास को रोकने की कोशिश की थी और भगवान शिव ने उनके सिर को काट दिया था। गणेश जी ने उस समय अपने सिर को फिर से लगा लिया था, इससे उनका मुख हाथ से प्रसन्न हो गया।

गणेश जी के चार हाथ क्या प्रतीक हैं?

गणेश जी के चार हाथ बुद्धि, अहंकार, मन, और अहंकार की प्रतिष्ठा को दर्शाते हैं। उनके चार हाथ इन चार गुणों को संतुष्ट करते हैं और भक्तों को ध्यान के साथ कार्य करने का संदेश देते हैं।

गणेश जी को मोदक क्यों प्रसाद में चढ़ाते हैं?

मोदक गणेश जी के प्रिय प्रसाद में से एक है। मोदक गणेश जी के विशेष भोग के रूप में प्रसिद्ध हैं, और उन्हें समर्पित किया जाता है क्योंकि उन्हें बहुत पसंद होते हैं। भगवान गणेश को मोदक खिलाने से उनकी कृपा मिलती है और भक्त के सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

गणेश जी का वाहन क्या है?

गणेश जी का वाहन मूषक (माउस) है। मूषक गणेश जी के सदृश अवगुणों को दर्शाता है, और उन्हें बुद्धि और संवेग (विगत की स्मृति) के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करता है।

Ganesh Chaturthi क्यों मनाई जाती है?

Ganesh Chaturthi भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान भक्त गणेश जी की पूजा, अर्चना, और व्रत करते हैं और उन्हें समर्पित कार्यक्रम आयोजित करते हैं। यह त्योहार भक्तों के बीच भक्ति, श्रद्धा, और आनंद का संदेश देता है।

गणेश जी का परिवार कैसा है?

गणेश जी के परिवार में उनके माता-पिता, माता पार्वती (शक्ति) और भगवान शिव (महादेव) होते हैं। उनके भाई और बहन हैं कार्तिकेय (स्कंद) और विघ्नराजा (विघ्नहर्ता) भी।

गणेश जी के विभिन्न नाम क्या हैं?

गणेश जी के विभिन्न नाम वेद और पुराणों में दिए गए हैं। कुछ प्रमुख नाम हैं – विघ्नहर्ता (विघ्न का नाश करने वाला), विनायक (विशेष अधिकारी), गणपति (गणों के प्रमुख), एकदंत (एक दंत वाला), लम्बोदर (लंबे पेट वाला) आदि।

गणेश जी की पूजा का महत्व क्या है?

गणेश जी की पूजा का महत्व भक्तों के जीवन में खुशियाँ और समृद्धि को लाने में है। गणेश जी को विघ्नहर्ता के रूप में पूजने से कठिनाइयाँ दूर होती हैं और सफलता की प्राप्ति होती है।

Ganesh Chaturthi कैसे मनाई जाती है?

Ganesh Chaturthi भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसे भारत भर में धूमधाम से मनाया जाता है। लोग गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर उनकी पूजा अर्चना करते हैं, विशेष भजन-कीर्तन करते हैं, और विभिन्न अनुष्ठानों का पालन करते हैं। त्योहार के दौरान मेले, रस्मों, और कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

गणेश जी का मंत्र क्या है?

गणेश जी के विभिन्न मंत्र हैं, जो उनकी पूजा में उच्चारित किए जाते हैं। कुछ प्रमुख मंत्र हैं – “ॐ गं गणपतये नमः” और “ॐ श्री गणेशाय नमः”। ये मंत्र भक्तों को गणेश जी की कृपा और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

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