कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe) गीत एक हिंदू भक्ति गीत है जो देवी दुर्गा की स्तुति करता है। कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत गुलशन कुमार द्वारा गाया गया है। यह गीत देवी दुर्गा की महिमा का गुणगान करता है।यह नवरात्रि के दौरान गाया जाता है। गीत को अक्सर मंदिरों और घरों में गाया जाता है।

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यह भक्ति भजन नवरात्री त्योहार में अक्सर सुने जाने वाले भक्ति गीतों में से एक गीत है, यह भक्ति भजन यूट्यूब पर 10 M + से अधिक बार देखा गया है, जिससे इसकी लोकप्रियता का पता चलता है।

माँ दुर्गा की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रूप से अनेक लाभ मिलते हैं। उनकी पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए, मातारानी की पूजा को नियमित रूप से करना बहुत शुभ होता है।

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे लिरिक्स हिंदी में (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe Lyrics In Hindi)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना |
कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना |
जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ||
कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना |

ना छत्र बना सका सोने का, ना चुनरी घर मेरे तारों जड़ी |
ना पेडे बर्फी मेवा है माँ, बस श्रद्धा है नैन बिछाए खड़े ||
इस श्रद्धा की रख लो लाज हे माँ, इस अर्जी को ना ठुकरा जाना |
जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ||

जिस घर के दिए मे तेल नहीं, वहां जोत जगाऊँ मैं कैसे |
मेरा खुद ही बिछोना धरती पर, तेरी चोंकी सजाऊँ मै कैसे ||
जहाँ मै बैठा वही बैठ के माँ, बच्चों का दिल बहला जाना |
जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ||

तू भाग्य बनाने वाली है, माँ मै तकदीर का मारा हूँ |
हे दाती संभालो भिकारी को, आखिर तेरी आँख का तारा हूँ ||
मै दोषी तू निर्दोष है माँ, मेरे दोषों को तूं भुला जाना |
जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ||

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना |
कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे ||

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे लिरिक्स अंग्रेजी में (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe Lyrics In English)

Kabhi Fursat Ho To Jagdambe1

Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jaana
Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jaana
Jo Rukha-Sukha Diya Hamein
Kabhi Uska Bhog Laga Jana
Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jana

Na Chatter Bana Saka Sone Ka
Na Chunri Ghar Mere Taaron Jadhi
Na Pede, Burfi, Meva Hai Maa
Bas Sharadha Hai Nain Bichaiye Khadi
Iss Sharadha Ki Rakh Lo Laaj He Maa
Is Arzi Ko Na Thukra Jaana
Jo Rukha-Sukha Diya Hamein
Kabhi Uska Bhog Laga Jana

Jis Ghar Ke Diye Mein Tail Nahi
Wahan Jyoti Jalaun Main Kaise
Mera Khud Hi Bichauna Dharti Par
Teri Chaoki Sajaaun Main Kaise
Jahan Main Baitha Wahi Baith Ke Maa
Bacchon Ka Dil Behla Jaana
Jo Rukha-Sukha Diya Hamein
Kabhi Uska Bhog Laga Jana

Tu Bhagya Banane Wali Hai
Maa Main Taqdeer Ka Maara Hun
Hey Daati Sambhalo Bhikhari Ko
Aakhir Teri Aankh Ka Tara Hun
Main Doshi Tu Nirdosh Hai Maa
Mere Doshon Ko Tu Bhula Jaana
Jo Rukha-Sukha Diya Hamein
Kabhi Uska Bhog Laga Jana

Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jana
Kabhi Fursat Ho To Jagdambe

Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jaana
Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jaana
Jo Rukha-Sukha Diya Hamein
Kabhi Uska Bhog Laga Jana
Kabhi Fursat Ho To Jagdambe
Nirdhan Ke Ghar Bhi Aa Jana

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे लिरिक्स पीडीएफ (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe Lyrics PDF)


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कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे वीडियो (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe Video)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे से जुड़े कुछ प्रश्न (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe FAQ)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत किसके द्वारा गाया गया है ?

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत गुलशन कुमार द्वारा गाया गया है।

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत किसको समर्पित है ?

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत माँ दुर्गा को समर्पित है।

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत कब गाया जाता है ?

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे गीत नवरात्री के दौरान गाया जाता है।

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