मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics) एक भक्तिगीत है जिसमें भगवान कृष्ण को “बांके बिहारी लाल” कहा गया है, इस भक्ति गीत को स्वर दिया है श्याम बिहारी दास जी और जय श्री देवी दासी जी ने। यह गीत कृष्ण मंदिरों में और विभिन्न धार्मिक उपासना के अवसरों पर भक्ति और उत्साह के साथ गाया जाता है। इस गीत के बोल भगवान कृष्ण की दिव्य गुणों और खिलवाड़ी स्वभाव की प्रशंसा करते हैं।
विषय सूची
मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics) Details
गीत के बोल | जबसे नैन मिले गिरधर से, अकल गयी बौराए। |
गीतकार | श्याम बिहारी दास जी और जय श्री देवी दासी जी |
म्यूजिक | श्याम बिहारी दास जी |
लिरिक्स | रविंद्र जैन जीजय श्री देवी दासी जी |
म्यूजिक लेबल | सनातन संकीर्तन |
मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स हिंदी में (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics in Hindi)
जबसे नैन मिले गिरधर से,
अकल गयी बौराए,
देख में तुझको हुआ बावरा,
बिन देखे मोहे चैन ना आए,
प्यास दरस की आखौं में,
चौखट पे रात बिताऊं,
रोज मिलन होता है स्वपन में,
कैसे ये सबको बताऊँ….
ओ मेरे प्यारे बांके बिहारी,
बस तेरे ही गुण गाऊँ,
मेरा रोम रोम तेरे नाम से महके,
मैं कृष्णमई हो जाऊँ….
कृष्ण की दीवानी राधा,
लगा प्रेम का रोग,
छोड़ के सब तेरा नाम रटू मैं,
मिलने की है होड़,
कृष्णमई हो जाऊं कान्हा,
इस संसार में,
अकल मेरी बौराई कान्हा,
तोहरे प्यार में……
पीले पीले वस्त्र तेरे,
पाँव मे पेजनिया,
मोर मुकुट साजे,
बड़ी निक लागे अखियाँ,
बांसुरी कमर पे बंधे,
श्याम रंग लाल का,
चोरी चोरी माखन खाए,
मारो गोपाल हाँ…..
ओ मेरे मन मे बसने वाले हो,
मेरे मन मे बसने वाले,
मेरे प्यारे कृष्ण कन्हैया,
उनका भी बेड़ा पार करो,
जिनकी है डूब गई नैय्या,
ओ मेरे प्यारे बांके बिहारी,
बस तेरे ही गुण गाऊँ,
मेरा रोम रोम तेरे नाम से महके,
मैं कृष्णमई हो जाऊँ…….
मैं पागल जग की रीत मे,
अपना भला समझ ना पाई,
तेरे प्रेम में सब कुछ वार दिया,
अब तुम ना करना पराई,
सौभाग्या हू जो तेरी भक्त बनी,
तेरी कृपा की दृष्टी है पाई,
तुम क्षण पल मेरे साथ रहे,
कैसी भी विपदा हो आई,
चरणों से मुझको लगा लो,
ओ प्यारे नंद के लाला,
इस जीवन का उद्धार करो,
ओ कृष्णा ओ गोपाला,
ओ मेरे प्यारे बांके बिहारी,
बस तेरे ही गुण गाऊँ,
मेरा रोम रोम तेरे नाम से महके,
मैं कृष्णमई हो जाऊँ,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण,
कृष्ण कृष्ण हरे हरे,
हरे राम हरे राम,
राम राम हरे हरे….
मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स अंग्रेजी में (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics in English)
Jabase Nain Mile Giradhar Se,
Akal Gayii Bowraae,
Dekh Men Tujhako Huaa Baavaraa,
Bin Dekhe Mohe Chain Naa Aae,
Pyaas Daras Kii Aakhown Men,
Chowkhaṭ Pe Raat Bitaauun,
Roj Milan Hotaa Hai Svapan Men,
Kaise Ye Sabako Bataauun….
O Mere Pyaare Baanke Bihaarii,
Bas Tere Hii Guṇ Gaauun,
Meraa Rom Rom Tere Naam Se Mahake,
Main Kṛshṇamaii Ho Jaauun….
Kṛshṇ Kii Diivaanii Raadhaa,
Lagaa Prem Kaa Rog,
Chhod Ke Sab Teraa Naam Raṭuu Main,
Milane Kii Hai Hod,
Kṛshṇamaii Ho Jaauun Kaanhaa,
Is Samsaar Men,
Akal Merii Bowraaii Kaanhaa,
Tohare Pyaar Men……
Piile Piile Vastr Tere,
Paanv Me Pejaniyaa,
Mor Mukuṭ Saaje,
Badii Nik Laage Akhiyaan,
Baansurii Kamar Pe Bandhe,
Shyaam Rang Laal Kaa,
Chorii Chorii Maakhan Khaae,
Maaro Gopaal Haan…..
O Mere Man Me Basane Vaale Ho,
Mere Man Me Basane Vaale,
Mere Pyaare Kṛshṇ Kanhaiyaa,
Unakaa Bhii Bedaa Paar Karo,
Jinakii Hai Ḍuub Gaii Naiyyaa,
O Mere Pyaare Baanke Bihaarii,
Bas Tere Hii Guṇ Gaauun,
Meraa Rom Rom Tere Naam Se Mahake,
Main Kṛshṇamaii Ho Jaauun…….
Main Paagal Jag Kii Riit Me,
Apanaa Bhalaa Samajh Naa Paaii,
Tere Prem Men Sab Kuchh Vaar Diyaa,
Ab Tum Naa Karanaa Paraaii,
Sowbhaagyaa Huu Jo Terii Bhakt Banii,
Terii Kṛpaa Kii Dṛshṭii Hai Paaii,
Tum Kshaṇ Pal Mere Saath Rahe,
Kaisii Bhii Vipadaa Ho Aaii,
Charaṇon Se Mujhako Lagaa Lo,
O Pyaare Nand Ke Laalaa,
Is Jiivan Kaa Uddhaar Karo,
O Kṛshṇaa O Gopaalaa,
O Mere Pyaare Baanke Bihaarii,
Bas Tere Hii Guṇ Gaauun,
Meraa Rom Rom Tere Naam Se Mahake,
Main Kṛshṇamaii Ho Jaauun,
Hare Kṛshṇ Hare Kṛshṇ,
Kṛshṇ Kṛshṇ Hare Hare,
Hare Raam Hare Raam,
Raam Raam Hare Hare….
मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics) Pdf
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मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics) के फायदे
- आध्यात्मिक उन्नति: “बांके बिहारी लाल” जैसे भक्तिगीत दिव्य से संबंध बनाने और आध्यात्मिक उन्नति की भावना को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। बोल अक्सर भगवान कृष्ण की गुणों और कथाओं का वर्णन करते हैं, जिससे श्रोताओं को उनके उपदेश और क्रियाएँ विचारने का अवसर मिलता है।
- तनाव कम करना: भक्तिगान में रमने से मानसिक शांति और सुकून की भावना उत्पन्न हो सकती है। यह ध्यान का एक रूप हो सकता है, जिससे तनाव और चिंता के स्तर कम हो सकते हैं।
- सांस्कृतिक संबंध: भक्तिगीत बहुत सारी संस्कृतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं, और उन्हें गाने से सांस्कृतिक पहचान और सहगमन की भावना बढ़ सकती है।
- सकारात्मक ऊर्जा: भक्तिगीत सुनने या गाने से सकारात्मक भावनाओं और खुशी की भावना उत्पन्न हो सकती है। यह जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण की ओर यात्रा करने में मदद कर सकता है।
- मानसिकता: जब आप भक्तिगीत गाते हैं या सुनते हैं, तो आप अक्सर वर्तमान क्षण में पूरी तरह से उपस्थित हो जाते हैं। यह ध्यान और केंद्रशीलता में सुधार करने में मदद कर सकता है।
- समुदाय और एकता: समूह में गाने में भाग लेने या भक्तिगीत सुनने से समुदाय और एकता की भावना उत्पन्न हो सकती है, सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देती है।
- आस्था की अभिव्यक्ति: भक्तिगीत एक तरीका प्रदान करते हैं कि व्यक्तियों अपने चयनित देवता के प्रति अपनी आस्था और भक्ति की अभिव्यक्ति कर सकें, अपने आध्यात्मिक संबंध को गहरा करने में मदद करते हैं।
- प्रेरणा: भक्तिगीत में भगवान कृष्ण के साथ जुड़ी कथाएँ और उपदेश प्रेरणा का स्रोत सकती है जो एक धार्मिक और मानवीय जीवन जीने के लिए एक स्रोत बन सकते हैं।
- आत्म-शुद्धि: कभी-कभी, भक्तिगीत के साथ में भावनाओं को रिहा करने और आत्म-शुद्धि की भावना का एक स्रोत प्रदान कर सकते हैं, जिससे व्यक्तियों को अपनी भावनाओं को बाहर निकालने का एक माध्यम मिलता है।
मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स वीडियो (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics Video)
मेरे प्यारे बांके बिहारी लिरिक्स (Mere Pyare Banke Bihari Lyrics) से सम्बंधित सामान्य प्रश्न
बांके बिहारी कौन हैं?
बांके बिहारी, जिन्हें बड़ी भक्ति से “बांके बिहारी लाल” भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध भगवान कृष्ण की मूर्ति हैं। वे मुख्य रूप से मथुरा के श्री बनके बिहारी मंदिर में पूजे जाते हैं।
बांके बिहारी मंदिर कहां स्थित है?
श्री बनके बिहारी मंदिर मथुरा, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है। यह मंदिर श्री कृष्ण के आदर्श रूप “बांके बिहारी लाल” की मूर्ति की विशेष पूजा के लिए प्रसिद्ध है।
बांके बिहारी मंदिर के क्या महत्वपूर्ण उपवास हैं?
बांके बिहारी मंदिर में कई महत्वपूर्ण उपवास हैं, जैसे कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी (पारणा एकादशी), कार्तिक मास में बड़ी एकादशी, माघ मास में जानकी जान्मोत्सव (विवाह पंचमी) आदि।
बांके बिहारी के विशेष भक्ति संग्रहलय की बातें?
बांके बिहारी मंदिर में एक विशेष भक्ति संग्रहलय है जो उनके लीलाओं, कथाओं, और उनके विभिन्न आवतारों को प्रस्तुत करता है। यहां विभिन्न प्रकार की पूजा सामग्री, आरतियाँ, भजनों की चित्रण, आदि देखने को मिलती है।
कौन सी आरती बांके बिहारी मंदिर में आदिकाल से की जाती है?
बांके बिहारी मंदिर में “श्री ठाकुर जी की आरती” नामक आरती आदिकाल से की जाती है और यह एक महत्वपूर्ण पूजा प्रथा है।
बांके बिहारी की कहानियों में क्या खास है?
बांके बिहारी की कई प्रसिद्ध कहानियाँ हैं, जिनमें उनकी बचपन की लीलाएँ, नंद किशोर की कथाएँ, और उनके भक्तों के साथ विशेष संबंधों की कहानियाँ शामिल हैं।
बांके बिहारी के भक्तों की कौन-कौन सी विशेष परंपराएँ हैं?
बांके बिहारी के भक्तों की कई परंपराएँ हैं, जैसे कि श्री चैतन्य महाप्रभु और संत तुलसीदास जी आदि। इनमें से एक प्रमुख परंपरा है गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय, जिसने बांके बिहारी के भक्ति में विशेष रूप से योगदान किया।
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