पता नहीं किस रूप में आकर (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar)

“पता नहीं किस रूप में आकर”(Pata Nhi Kis Roop Me Aakar) एक हिंदी भजन है जो भगवान विष्णु के प्रति भक्तों के प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। यह गीत भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों का वर्णन करता है, जैसे कि कृष्ण, राम, वराह, और नृसिंह। यह गीत यह भी कहता है कि भक्त को अपने जीवन में भगवान विष्णु की उपस्थिति के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए, चाहे वह किसी भी रूप में आए।

पता नहीं किस रूप में आकर वीडियो (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar Video)

पता नहीं किस रूप में आकर लिरिक्स हिंदी में (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar Lyrics in Hindi)

राम नाम के साबुन से जो,
मन का मेल छुड़ाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन  पायेगा,
राम नाम के साबुन से…….।

झूठ कपट निंदा को त्यागो,
हर इक से तुम प्यार करो,
घर आये अतिथि कोई तो,
यथा शक्ति सत्कार करो,
पता नहीं किस रूप में आकर,
नारायण मिल जाएगा,
राम नाम के साबुन से…….।

नर शरीर अनमोल रे प्राणी,
प्रभु कृपा से पाया है,
झूठे जग प्रपंच में पड़कर,
जो प्रभु को बिसराया है,
समय हाथ से निकल गया तो,
सर धुन धुन पछतायेगा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन  पायेगा,
राम नाम के साबुन से…….।

साधना तेरा कच्चा है जब तक,
प्रभु पर विश्वास नहीं,
मंजिल कर पाना है क्या,
जब दीपक में प्रकाश नहीं,
निश्चय है तो भव सागर से,
बेड़ा पार हो जाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन  पायेगा,
राम नाम के साबुन से…….।

दौलत का अभिमान का झूठा,
ये तो आनी जानी है,
राजा रंग अनेक हुए,
कितनों की सुनी कहानी है,
राम नाम प्रिय महामंत्र ही,
साथ तुम्हारे जाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन  पायेगा,
राम नाम के साबुन से…….।

राम नाम के साबुन से जो,
मन का मेल छुड़ाएगा,
निर्मल मन के दर्पण में वह,
राम का दर्शन  पायेगा,
राम नाम के साबुन से…….।


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पता नहीं किस रूप में आकर लिरिक्स अंग्रेजी में (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar Lyrics in English)

Pata Nhi Kis Roop Me Aakar Image English

Raam naam ke saabun se jo,
Man kaa mel chhudaaegaa,
Nirmal man ke darpaṇ men vah,
Raam kaa darshan  paayegaa,
Raam naam ke saabun se……..

Jhuuṭh kapaṭ nindaa ko tyaago,
Har ik se tum pyaar karo,
Ghar aaye atithi koii to,
Yathaa shakti satkaar karo,
Pataa nahiin kis ruup men aakar,
Naaraayaṇ mil jaaegaa,
Raam naam ke saabun se……..

Nar shariir anamol re praaṇii,
Prabhu kṛpaa se paayaa hai,
Jhuuṭhe jag prapanch men padakar,
Jo prabhu ko bisaraayaa hai,
Samay haath se nikal gayaa to,
Sar dhun dhun pachhataayegaa,
Nirmal man ke darpaṇ men vah,
Raam kaa darshan  paayegaa,
Raam naam ke saabun se……..

Saadhanaa teraa kachchaa hai jab tak,
Prabhu par vishvaas nahiin,
Manjil kar paanaa hai kyaa,
Jab diipak men prakaash nahiin,
Nishchay hai to bhav saagar se,
Bedaa paar ho jaaegaa,
Nirmal man ke darpaṇ men vah,
Raam kaa darshan  paayegaa,
Raam naam ke saabun se……..

Dowlat kaa abhimaan kaa jhuuṭhaa,
Ye to aanii jaanii hai,
Raajaa rang anek hue,
Kitanon kii sunii kahaanii hai,
Raam naam priy mahaamantr hii,
Saath tumhaare jaaegaa,
Nirmal man ke darpaṇ men vah,
Raam kaa darshan  paayegaa,
Raam naam ke saabun se……..

Raam naam ke saabun se jo,
Man kaa mel chhudaaegaa,
Nirmal man ke darpaṇ men vah,
Raam kaa darshan  paayegaa,
Raam naam ke saabun se……..

पता नहीं किस रूप में आकर लिरिक्स पीडीएफ (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar Lyrics PDF)

पता नहीं किस रूप में आकर से जुड़े कुछ प्रश्न (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar FAQ)

 पता नहीं किस रूप में आकर (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar) गीत का क्या अर्थ है?

 पता नहीं किस रूप में आकर गीत का अर्थ है कि भगवान विष्णु अपने भक्तों के लिए हमेशा उपलब्ध हैं, चाहे वे किसी भी रूप में हों। भक्त को हमेशा अपने जीवन में भगवान विष्णु की उपस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए, चाहे वह किसी भी रूप में आए।

पता नहीं किस रूप में आकर (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar) गीत भक्ति संगीत में क्यों महत्वपूर्ण है?

पता नहीं किस रूप में आकर गीत भक्ति संगीत में एक महत्वपूर्ण गीत है क्योंकि यह भगवान विष्णु के प्रति भक्तों के प्रेम और समर्पण को व्यक्त करता है। यह एक बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण गीत है जो अक्सर भक्ति संगीत कार्यक्रमों में गाया जाता है।

पता नहीं किस रूप में आकर (Pata Nhi Kis Roop Me Aakar) गीत के गायक कौन है ?

पता नहीं किस रूप में आकर गीत के गायक प्रकाश गाँधी है |

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