सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein)

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) भगवान शिव को समर्पित एक लोकप्रिय गीत है, जो भगवान शिव के विवाह से सम्बंधित है। इस गीत को श्री लखबीर सिंह लक्खा ने अपने मधुर आवाज में बहुत ही सुन्दर तरीके से गया है, इस गीत के माध्यम से गीतकार ने भगवान शिव के विवाह के समय का दृश्य बताया है की कैसे भगवान शिव दूल्हा और भूतों-पिशाचों, जानवर व देवी-देवताओ सभी बाराती बने हुए है और प्रभु बारात लेकर कैसे अपने ससुराल जाते है।

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein)

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में
निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में

अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात
चले हैं संग ले कर के भूतों की बरात
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में

भेस निराला, जय हो
पीए भंग का पायला, जय हो
सर जटा चढ़ाये, जय हो
तन भसम लगाए, जय हो
ओढ़ी मृगशाला, जय हो
गले नाग की माला, जय हो
है शीश पे गंगा, जय हो
मस्तक पे चंदा, जय हो
तेरे डमरू साजे, जय हो
त्रिशूल विराजे, जय हो
भूतों की ले कर टोली चले हैं ससुराल
शिव भोले जी दिगंबर हो बैल पे सवार
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में

नित रहें अकेले शंकर अलबेले
हैं गुरु जगत के नहीं किसी के चेले
है भांग का जंगल जंगल में मंगल
भूतों की पल्टन आ गयी है बन थन
ले बांग का कठ्ठा
ले कर सिल वट्टा
सब घिस रहें है
हो हक्का बक्का
पी कर के प्याले
हो गए मतवाले
कोई नाचे गावे
कोई ढोल बजावे
कोई भौं बतावे
कोई मुंह पिचकावे
भोले भंडारी पहुंचे ससुरारी
सब देख के भागे
सब नर और नारी
कोई भागे अगाडी
कोई भागे पिछाड़ी
खुल गयी किसी की
धोती और साडी
कोई कूदे खम्बम
कोई बोले बम बम
कोई कद का छोटा
कोई एकदम मोटा
कोई तन का लम्बा
कोई ताड़ का खम्बा
कोई है इक टंगा
कोई बिलकुल नंगा
कोई एकदम काला
कोई दो सर वाला
‘शर्मा’ गुण गए
मन में हर्षाए
त्रिलोक के स्वामी
क्या रूप बनाए
भोले के साथी
हैं अजब बाराती
भूतों की ले कर टोली चले हैं ससुराल
शिव भोले जी दिगंबर हो बैल पे सवार
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में

सज रहे भोले बाबा निराले दुहले में अंग्रेजी में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein)

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saj rahe bhole baabaa niraale duulhe men
niraale duulhe men, matavaale duulhe men
saj rahe bhole baabaa niraale duulhe men

are dekho bhole baabaa kii ajab hai baat
chale hain sang le kar ke bhuuton kii baraat
saj rahe bhole baabaa niraale duulhe men

bhes niraalaa, jay ho
piie bhang kaa paayalaa, jay ho
sar jaṭaa chadhaaye, jay ho
tan bhasam lagaae, jay ho
odhii mṛgashaalaa, jay ho
gale naag kii maalaa, jay ho
hai shiish pe gangaa, jay ho
mastak pe chandaa, jay ho
tere ḍamaruu saaje, jay ho
trishuul viraaje, jay ho
bhuuton kii le kar ṭolii chale hain sasuraal
shiv bhole jii digambar ho bail pe savaar
saj rahe bhole baabaa niraale duulhe men

nit rahen akele shankar alabele
hain guru jagat ke nahiin kisii ke chele
hai bhaang kaa jangal jangal men mangal
bhuuton kii palṭan aa gayii hai ban than
le baang kaa kaṭhṭhaa
le kar sil vaṭṭaa
sab ghis rahen hai
ho hakkaa bakkaa
pii kar ke pyaale
ho gae matavaale
koii naache gaave
koii ḍhol bajaave
koii bhown bataave
koii munh pichakaave
bhole bhanḍaarii pahunche sasuraarii
sab dekh ke bhaage
sab nar owr naarii
koii bhaage agaaḍii
koii bhaage pichhaadii
khul gayii kisii kii
dhotii owr saaḍii
koii kuude khambam
koii bole bam bam
koii kad kaa chhoṭaa
koii ekadam moṭaa
koii tan kaa lambaa
koii taad kaa khambaa
koii hai ik ṭangaa
koii bilakul nangaa
koii ekadam kaalaa
koii do sar vaalaa
‘sharmaa’ guṇ gae
man men harshaae
trilok ke svaamii
kyaa ruup banaae
bhole ke saathii
hain ajab baaraatii
bhuuton kii le kar ṭolii chale hain sasuraal
shiv bhole jii digambar ho bail pe savaar
saj rahe bhole baabaa niraale duulhe men

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) Pdf

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में वीडियो (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein Video)

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) FAQ

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सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) क्या है?

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) भगवान शिव को समर्पित एक लोकप्रिय गीत है, जो भगवान शिव के विवाह से सम्बंधित है।

यह गीत को किसने गाया है?

“इस गीत को श्री लखबीर सिंह लक्खा ने अपने मधुर आवाज में बहुत ही सुन्दर तरीके से गया है, इस गीत के माध्यम से गीतकार ने भगवान शिव के विवाह के समय का दृश्य बताया है की कैसे भगवान शिव दूल्हा और भूतों-पिशाचों, जानवर व देवी-देवताओ सभी बाराती बने हुए है और प्रभु बारात लेकर कैसे अपने ससुराल जाते है।

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) कहाँ सुना जा सकता है?

आमतौर पर, यह गीत मंदिरों, साधु-संतों के सत्संगों, धार्मिक कार्यक्रमों और इंटरनेट प्लेटफॉर्मों जैसे कि YouTube आदि पर सुना जा सकता है।

क्या यह गीत सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) किसी विशेष अवसर पर गाया जाता है?

सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein) गीत विभिन्न धार्मिक अवसरों और महाशिवरात्रि जैसे पर्वों पर खासतौर पर सुना जाता है। महाशिवरात्रि पर, इस भजन को भगवान शिव की पूजा और भक्ति में समर्पित किया जाता है।

यह थे कुछ आम प्रश्न जो “सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में (Saj Rahe Bhole Baba Nirale Dulhe Mein)” भजन के बारे में हो सकते हैं। यदि आपके पास और कोई प्रश्न हैं, तो कृपया निचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछे।

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Updated on May 11, 2024

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