शंकर चौड़ा रे (Shankar Chaura Re) गीत एक हिंदू भजन है जो देवी दुर्गा की स्तुति करता है। यह गीत उत्तर भारत के कई हिस्सों में लोकप्रिय है, विशेष रूप से राजस्थान और मध्य प्रदेश में।शंकर चौड़ा रे गीत एक शक्तिशाली और भावनात्मक गीत है जो देवी दुर्गा के भक्तों के बीच लोकप्रिय है।
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शंकर चौड़ा रे लिरिक्स हिंदी में (Shankar Chaura Re Lyrics in Hindi)
शंकर चौड़ा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
माथे उनके बिंदिया सोहे,
टिकली की बलिहारी राम,
सिंदूर लगा रही रे,
मांग में सिंदूर लगा रही रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे,
शंकर चौरा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
कान में उनके कुण्डल सोहे,
नथनी की बलिहारी राम,
हरवा पहन रही है,
गले में हरवा पहन रही है,
सिंगार माई कर रही सोला रे,
शंकर चौरा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
हाथों उनके कंगना सोहे,
चूड़ी की बलिहारी राम,
मुंदरी पहन रही रे,
हाथ में मुंदरी पहन रही रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे,
शंकर चौरा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
कमर उनके करधन सोहे,
झूलों की बलिहारी राम,
कुछ ना पहन रही रे,
कमर में कुछ ना पहन रही रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे,
शंकर चौरा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
पाँव में उनके पायल सोहे,
बिछिया की बलिहारी राम,
महावर लगा रही रे,
पाँव में महावर लगा रही रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे,
शंकर चौरा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
अंग में उनके चोला सोहे,
घगरा की बलिहारी राम,
चुनरी ओढ़ रही रे,
लाल रंग चुनरी ओढ़ रही रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे,
शंकर चौरा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
शंकर चौड़ा रे,
महामाई कर रही सोला रे,
सिंगार माई कर रही सोला रे ॥
शंकर चौड़ा रे लिरिक्स अंग्रेजी में (Shankar Chaura Re Lyrics in English)
Shankar Chauda Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Mathe Unke Bindiya Sohe,
Tikli Ki Balihari Ram,
Sindoor Laga Rahi Re,
Maang Mein Sindoor Laga Rahi Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re,
Shankar Chaura Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Kaan Mein Unke Kundal Sohe,
Nathni Ki Balihari Ram,
Harva Pahan Rahi Hai,
Gale Mein Harva Pahan Rahi Hai,
Singar Mai Kar Rahi Solah Re,
Shankar Chaura Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Hathon Unke Kangna Sohe,
Chudi Ki Balihari Ram,
Mundri Pahan Rahi Re,
Hath Mein Mundri Pahan Rahi Re,
Singar Mai Kar Rahi Solah Re,
Shankar Chaura Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Kamar Unke Kardhan Sohe,
Jhoolon Ki Balihari Ram,
Kuch Na Pahan Rahi Re,
Kamar Main Kuch Na Pahan Rahi Re,
Singar Maai Kar Rahi Shola Re,
Shankar Chaura Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Paanv Main Unke Payal Sohe,
Bichhiya Ki Balihari Ram,
Mahavar Laga Rahi Re,
Paanv Mein Mahavar Laga Rahi Re,
Singar Maai Kar Rahi Shola Re,
Shankar Chaura Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Ang Mein Unke Chola Sohe,
Ghagra Ki Balihari Ram,
Chunri Odh Rahi Re,
Laal Rang Chunari Odh Rahi Re,
Singar Maai Kar Rahi Shola Re,
Shankar Chaura Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
Shankar Chauda Re,
Mahamai Kar Rahi Solah Re,
Singar Maai Kar Rahi Solah Re ॥
कृपया यह मंत्र भी पढ़िए
शंकर चौड़ा रे वीडियो (Shankar Chaura Re Video)
शंकर चौड़ा रे लिरिक्स पीडीएफ (Shankar Chaura Re Lyrics PDF)
शंकर चौड़ा रे से सम्बंधित कुछ प्रश्न (Shankar Chaura Re FAQ)
शंकर चौड़ा रे गीत का अर्थ क्या है?
शंकर चौड़ा रे गीत एक हिंदू भजन है जो देवी दुर्गा की स्तुति करता है। यह गीत उत्तर भारत के कई हिस्सों में लोकप्रिय है, विशेष रूप से राजस्थान और मध्य प्रदेश में।
शंकर चौड़ा रे गीत के कुछ महत्वपूर्ण अंश क्या हैं?
शंकर चौड़ा रे गीत के कुछ महत्वपूर्ण अंश इस प्रकार हैं:
शंकर चौड़ा रे, महामाई कर रही
चौड़े चौड़े मंदिर, मूर्तियां बैठी
मां दुर्गा की महिमा, गीत गा रही
शंकर चौड़ा रे गीत का संगीत कैसा है?
शंकर चौड़ा रे गीत का संगीत बहुत ही सुंदर और प्रभावशाली है। यह संगीत देवी दुर्गा की शक्ति और महिमा को व्यक्त करता है। गीत की धुन धीमी और मधुर है। गीत में कुछ उच्च स्वर भी हैं, जो देवी दुर्गा की शक्ति और दया का प्रतीक हैं।
शंकर चौड़ा रे गीत किसके द्वारा गाया गया हैं |
शंकर चौड़ा रे गीत शहनाज़ अख्तर द्वारा गाया गया हैं |
शंकर चौड़ा रे गीत का क्या महत्व है?
शंकर चौड़ा रे गीत देवी दुर्गा के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण गीत है। यह गीत देवी दुर्गा की महिमा और उनकी भक्तों के प्रति उनकी दया और करुणा को व्यक्त करता है। गीत को अक्सर दुर्गा पूजा के दौरान गाया जाता है। यह गीत देवी दुर्गा की शक्ति और प्रेम का जश्न मनाता है
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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी कीपुष्टिनहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले.
रेखा डनसेना इकोनॉमिक्स में स्नातकोत्तर है और poojaaarti.com के मंदिर , त्यौहार और चालीसा के पोस्ट के अध्ययन और लेख में हमारा सहयोग करती है।