श्याम बाबा जी की आरती गीत: Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics Great benefits

घटोत्कच के पुत्र श्री खाटू श्याम बाबा भक्तो के बीच काफी प्रचलित है, और इनके दर्शनार्थी देश विदेश से आते है। राजस्थान के सीकर जिले में इनका मंदिर स्थित है। भीम के पौत्र श्री खाटू श्याम बाबा ने श्री कृष्ण के मांगने पर अपना सर दे दिया था, उनका यह त्याग देखकर श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया की कलियुग के अंत तक वे खाटूश्याम के नाम से ही जाने जाएंगे। इस पोस्ट में हम Shyam Baba Ji Ki Aarti के लाभ , उसके lyrics और कुछ सामान्य प्रश्नो की जानकारी देंगे।

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श्याम बाबा जी की आरती गीत (Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics) के लाभ

  1. आध्यात्मिक समृद्धि: श्याम बाबा की आरती करने से आपके आध्यात्मिक अनुभव में वृद्धि हो सकती है। आपका अंतरात्मा प्रशांति, सकारात्मकता और आदर्शों की दिशा में विकसित हो सकता है।
  2. शांति और आशीर्वाद: आरती करने से श्याम बाबा से आपका संबंध मजबूत होता है और आप उनके आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं। यह आपके जीवन में शांति, समृद्धि और सुख को आकर्षित कर सकता है।
  3. आत्म-विकास: श्याम बाबा की आरती(Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics) करने से आप अपने आत्म-विकास के मार्ग में आगे बढ़ सकते हैं। आपका आत्म-विश्वास बढ़ सकता है और आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
  4. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: आरती करने से मानसिक तनाव कम हो सकता है और आपके दिल में शांति की भावना हो सकती है। इसके साथ ही, आपका शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर हो सकता है क्योंकि आपके मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य का प्रभाव आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
  5. बुराईयों का नाश: श्याम बाबा की आरती करने से बुराईयों का नाश हो सकता है और आपका मार्ग साफ हो सकता है। आपकी बुरी आदतों, नकरात्मकता और अव्यवस्थितता को दूर करने में यह मदद कर सकता है।
  6. सामाजिक और पारिवारिक सुख: श्याम बाबा की आरती करने से आपके पारिवारिक और सामाजिक संबंध मजबूत हो सकते हैं। आपके परिवार और समुदाय में सुख और समृद्धि की भावना बढ़ सकती है।

श्याम बाबा की आरती पूजा से आपका आराध्य देवता के साथ दिल की गहराइयों में सम्बंध बनता है, जो आपके जीवन को प्रेरित और सकारात्मक बनाता है।

श्याम बाबा जी की आरती गीत (Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics)

ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।
खाटू धाम विराजत,
अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।
रतन जड़ित सिंहासन,
सिर पर चंवर ढुरे ।
तन केसरिया बागो,
कुण्डल श्रवण पड़े ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

गल पुष्पों की माला,
सिर पार मुकुट धरे ।
खेवत धूप अग्नि पर,
दीपक ज्योति जले ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

मोदक खीर चूरमा,
सुवरण थाल भरे ।
सेवक भोग लगावत,
सेवा नित्य करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

झांझ कटोरा और घडियावल,
शंख मृदंग घुरे ।
भक्त आरती गावे,
जय-जयकार करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

जो ध्यावे फल पावे,
सब दुःख से उबरे ।
सेवक जन निज मुख से,
श्री श्याम-श्याम उचरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

श्री श्याम बिहारी जी की आरती,
जो कोई नर गावे ।
कहत भक्त-जन,
मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

जय श्री श्याम हरे,
बाबा जी श्री श्याम हरे ।
निज भक्तों के तुमने,
पूरण काज करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत,
अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे,
बाबा जय श्री श्याम हरे ।

श्याम बाबा जी की आरती गीत पूजा विधि (Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics Pooja Vidhi):

Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics Pooja Vidhi
Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics Pooja Vidhi

Shyam Baba Ji Ki Aarti की पूजा सामग्री:

  • श्याम बाबा की प्रतिमा या मूर्ति
  • दिव्यदीप (दीपक)
  • अच्छे खासे फूल (पुष्प)
  • गंध (सुगंधित पाउडर या द्रव्य)
  • दिव्यमाला (मोती, मनी या कांस्य की माला)
  • पूजा कलश
  • गंगाजल (पवित्र जल)
  • पूजा पात्र (कटोरी, प्लेट आदि)
  • पूजा की थाली (एक छोटी पात्री)
  • प्रसाद (मिष्ठान, फल आदि)
  • धूप
  • अगरबत्ती
  • चादर या वस्त्र

Shyam Baba Ji Ki Aarti ki पूजा विधि:

  1. आरती गाना:
    पूजा की शुरुआत में आरती गाना शुरु करें। श्याम बाबा की आरती गाना आरती के समय आमतौर पर किया जाता है।
  2. प्रतिमा की सजावट:
    श्याम बाबा की प्रतिमा को सुंदर वस्त्र, माला, चांदन और कुंकुम से सजाएं।
  3. दिव्यदीप जलाना:
    दीपक में घी या तेल डालकर उसकी बत्ती जलाएं। दीपक को श्याम बाबा की प्रतिमा के सामने रखें।
  4. गंध और पुष्प:
    गंध को माला या द्रव्य के रूप में प्रतिमा को लगाएं। फिर फूलों की माला को भी प्रतिमा के गले में डालें।
  5. पूजा कलश:
    पूजा की थाली पर पूजा कलश रखें और उसमें गंगाजल डालें।
  6. पूजा पात्र में प्रसाद रखना:
    पूजा कलश के बगीचे में या पूजा पात्र में प्रसाद रखें।
  7. आरती करना:
    आरती की थाली में दीपक लिए अपने हाथों को प्रतिमा की दिशा में घुमाएं। आरती के गाने के समय आरती की थाली को प्रतिमा के सामने घुमाते रहें।
  8. धूप और अगरबत्ती:
    धूप और अगरबत्ती को आरती की थाली में दीपक के पास रखें।
  9. आरती का प्रसाद:
    आरती के बाद प्रसाद को लाकर उसे आरती की थाली में रखें और फिर उसे प्रतिमा के सामने रखें।
  10. नामस्कार और प्रणाम:
    पूजा समाप्त होने पर आपका प्रियतम श्याम बाबा की प्रतिमा के सामने प्रणाम करें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।

यह थी श्याम बाबा की आरती पूजा की सामान्य विधि। पूजा करते समय ध्यान रखें कि आप पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ कार्य करें।

Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics के सामान्य प्रश्न :

खाटू श्याम कौन हैं?

श्री खाटू श्याम भीम के पुत्र घटोत्कच का पुत्र है, वे भीम के पौत्र है, श्री कृष्ण के कहने पर इन्होने अपना सर श्री कृष्ण को अर्पित कर दिया, उनके त्याग को देखते हुए श्री कृष्ण ने उन्हें वरदान दिया की तुम कलयुग के अंत में खाटू श्याम के नाम से जाने जाओगे।

खाटू श्याम का इतिहास क्या है?

खाटू श्याम जी का महत्वपूर्ण मंदिर राजस्थान के सिकर जिले में स्थित है। उनके मंदिर में उनके अद्वितीय लीलाएं और महिमा के अनेक किस्से सुनाए जाते हैं।

खाटू श्याम का मंदिर कहाँ पर स्थित है?

श्री खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान के सिकर जिले में स्थित है। यह मंदिर भक्तों के बीच में बहुत प्रसिद्ध है और देश-विदेश से भक्त इसे दर्शन करने आते हैं।

खाटू श्याम की आरती कैसे की जाती है?

खाटू श्याम की आरती(Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics) को भक्तिमय भावना के साथ किया जाता है। आरती के दौरान भगवान की प्रतिमा को दिया, फूल, गंध, दीपक, माला, धूप और अगरबत्ती की सजावट दी जाती है।

खाटू श्याम के व्रत और महोत्सव क्या होते हैं?

खाटू श्याम भक्तों के बीच में विभिन्न व्रत और महोत्सव मनाए जाते हैं, जैसे कि फाग उत्सव, श्रवण मास के उपवास, श्रीजी जयंती, आदि।

खाटू श्याम के उपदेश क्या हैं?

खाटू श्याम जी के उपासकों को उनके उपदेश में भक्तिभाव, कर्तव्य परायणता, और समर्पण का उदाहरण मिलता है।

खाटू श्याम के मंत्र और जाप का महत्व क्या हैं?

खाटू श्याम के विशेष मंत्रों और जाप के द्वारा भक्त उनकी कृपा प्राप्त करते हैं और उनके साथ गहरा संबंध बनाते हैं।

खाटू श्याम के प्रसाद क्या होते हैं?

खाटू श्याम के मंदिर में प्रसाद के रूप में बहुत सारी खाद्य-विशेषणियाँ प्रदान की जाती हैं, जैसे कि चूड़ा मूंगफली, चना, मिश्री आदि।

खाटू श्याम के भक्तों के अनुसार कौन-कौन सी आराधना की जाती है?

खाटू श्याम के भक्त उनकी आराधना भक्ति, श्रद्धा और उपासना के साथ करते हैं। वे पूजा-अर्चना, मंत्र जाप, भजन, व्रत, आदि के माध्यम से उनके प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं।

खाटू श्याम की कहानियाँ और लीलाएँ कौन-कौन सी हैं?

खाटू श्याम की कई महत्वपूर्ण कहानियाँ और लीलाएं हैं, जैसे कि “बछड़ा गोपाल”, “कुंती नंदन”, “मृग जीवनी”, आदि। ये किस्से उनके भक्तों के बीच प्रसिद्ध हैं और उनके महत्वपूर्ण उपदेशों को दिखाते हैं।

यह थे कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर खाटू श्याम जी के बारे में। आपकी जानकारी और भक्ति को वृद्धि करने के लिए आप खाटू श्याम जी के बारे में और भी अधिक अनुसंधान कर सकते हैं।

Shyam Baba Ji Ki Aarti lyrics Pdf (श्याम बाबा जी की आरती गीत पीडीएफ)

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

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