श्री भैरव चालीसा Shree Bhairav Chalisa “जय जय श्री काली के लाला” एक हिन्दू धार्मिक गीत है, जो भगवान भैरव को समर्पित किया गया है। यह चालीसा उनके गुण और महिमा का गान करती है और उनके भक्तों को उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए पढ़ने का माध्यम है। इस चालीसा का पाठ भगवान भैरव की पूजा और भक्ति में किया जाता है।
विषय सूची
श्री भैरव चालीसा के लाभ (Shree Bhairav Chalisa ke Labh )
- मानसिक शांति:
श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa)का पाठ करने से मानसिक शांति और सुकून मिल सकता है। यह मान्यता है कि चालीसा का पाठ करने से तनाव और चिंता कम होती है और मानसिक स्थिति में सुधार होता है। - रोग निवारण:
श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa)का पाठ करने से भैरव बाबा की कृपा से रोगों का निवारण होता है। - रक्षा:
श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa) का पाठ करने से भैरव बाबा की कृपा से व्यक्ति को बुराईयों से बचाने में मदद मिलती है। - भाग्य और समृद्धि:
श्री भैरव चालीसा(Shree Bhairav Chalisa) का पाठ करने से व्यक्ति का भाग्य सुधार सकता है और समृद्धि प्राप्त होती है। - मानसिक स्थिति:
श्रीचालीसा का(Shree Bhairav Chalisa) पाठ करने से व्यक्ति की मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है और उनका मन प्रसन्न रहता है।
श्री भैरव चालीसा का वीडियो (Shree Bhairav Chalisa Ka Video)
श्री भैरव चालीसा लिरिक्स हिंदी में (Shree Bhairav Chalisa In Hindi)
॥ दोहा ॥
श्री गणपति गुरु गौरी पद
प्रेम सहित धरि माथ ।
चालीसा वंदन करो
श्री शिव भैरवनाथ ॥
श्री भैरव संकट हरण
मंगल करण कृपाल ।
श्याम वरण विकराल वपु
लोचन लाल विशाल ॥
॥ चौपाई ॥
जय जय श्री काली के लाला ।
जयति जयति काशी-कुतवाला ॥
जयति बटुक-भैरव भय हारी ।
जयति काल-भैरव बलकारी ॥
जयति नाथ-भैरव विख्याता ।
जयति सर्व-भैरव सुखदाता ॥
भैरव रूप कियो शिव धारण ।
भव के भार उतारण कारण ॥
भैरव रव सुनि हवै भय दूरी ।
सब विधि होय कामना पूरी ॥
शेष महेश आदि गुण गायो ।
काशी-कोतवाल कहलायो ॥
जटा जूट शिर चंद्र विराजत ।
बाला मुकुट बिजायठ साजत ॥
कटि करधनी घुंघरू बाजत ।
दर्शन करत सकल भय भाजत ॥
जीवन दान दास को दीन्ह्यो ।
कीन्ह्यो कृपा नाथ तब चीन्ह्यो ॥
वसि रसना बनि सारद-काली ।
दीन्ह्यो वर राख्यो मम लाली ॥
धन्य धन्य भैरव भय भंजन ।
जय मनरंजन खल दल भंजन ॥
कर त्रिशूल डमरू शुचि कोड़ा ।
कृपा कटाक्ष सुयश नहिं थोडा ॥
जो भैरव निर्भय गुण गावत ।
अष्टसिद्धि नव निधि फल पावत ॥
रूप विशाल कठिन दुख मोचन ।
क्रोध कराल लाल दुहुं लोचन ॥
अगणित भूत प्रेत संग डोलत ।
बम बम बम शिव बम बम बोलत ॥
रुद्रकाय काली के लाला ।
महा कालहू के हो काला ॥
बटुक नाथ हो काल गंभीरा ।
श्वेत रक्त अरु श्याम शरीरा ॥
करत नीनहूं रूप प्रकाशा ।
भरत सुभक्तन कहं शुभ आशा ॥
रत्न जड़ित कंचन सिंहासन ।
व्याघ्र चर्म शुचि नर्म सुआनन ॥
तुमहि जाइ काशिहिं जन ध्यावहिं ।
विश्वनाथ कहं दर्शन पावहिं ॥
जय प्रभु संहारक सुनन्द जय ।
जय उन्नत हर उमा नन्द जय ॥
भीम त्रिलोचन स्वान साथ जय ।
वैजनाथ श्री जगतनाथ जय ॥
महा भीम भीषण शरीर जय ।
रुद्र त्रयम्बक धीर वीर जय ॥
अश्वनाथ जय प्रेतनाथ जय ।
स्वानारुढ़ सयचंद्र नाथ जय ॥
निमिष दिगंबर चक्रनाथ जय ।
गहत अनाथन नाथ हाथ जय ॥
त्रेशलेश भूतेश चंद्र जय ।
क्रोध वत्स अमरेश नन्द जय ॥
श्री वामन नकुलेश चण्ड जय ।
कृत्याऊ कीरति प्रचण्ड जय ॥
रुद्र बटुक क्रोधेश कालधर ।
चक्र तुण्ड दश पाणिव्याल धर ॥
करि मद पान शम्भु गुणगावत ।
चौंसठ योगिन संग नचावत ॥
करत कृपा जन पर बहु ढंगा ।
काशी कोतवाल अड़बंगा ॥
देयं काल भैरव जब सोटा ।
नसै पाप मोटा से मोटा ॥
जनकर निर्मल होय शरीरा ।
मिटै सकल संकट भव पीरा ॥
श्री भैरव भूतों के राजा ।
बाधा हरत करत शुभ काजा ॥
ऐलादी के दुख निवारयो ।
सदा कृपाकरि काज सम्हारयो ॥
सुन्दर दास सहित अनुरागा ।
श्री दुर्वासा निकट प्रयागा ॥
श्री भैरव जी की जय लेख्यो ।
सकल कामना पूरण देख्यो ॥
॥ दोहा ॥
जय जय जय भैरव बटुक स्वामी संकट टार ।
कृपा दास पर कीजिए शंकर के अवतार ॥
श्री भैरव चालीसा लिरिक्स अंग्रेजी में (Shree Bhairav Chalisa Lyrics In English)
॥ Doha ॥
Shri Ganapati Guru Gauri Pad
Prem Sahit Dhari Math ।
Chalisa Vandan Karo
Shri Shiv Bhairavanath ॥
Shri Bhairav Sankat Haran
Mangal Karan Kripal ।
Shyam Varan Vikaral Vapu
Lochan Laal Vishal ॥
॥ Chaupai ॥
Jai Jai Shri Kali Ke Lala ।
Jayati Jayati Kashi-kutawala ॥
Jayati Batuk-bhairav Bhay Hari ।
Jayati Kaal-bhairav Balakari ॥
Jayati Nath-bhairav Vikhyata ।
Jayati Sarv-bhairav Sukhdata ॥
Bhairav Roop Kiyo Shiv Dharan ।
Bhav Ke Bhar Utaran Karan ॥
Bhairav Rav Suni Havai Bhay Doori ।
Sab Vidhi Hoy Kamana Poori ॥
Shesh Mahesh Aadi Gun Gayo ।
Kashi-kotwal Kahalayo ॥
Jata Joot Shir Chandra Virajat ।
Bala Mukut Bijayath Sajat ॥
kati Karadhani Ghungharoo Bajat ।
Darshan Karat Shakat Bhaya Bhajat ॥
Jeevan Daan Daas Ko Deenhyo ।
Keenhyo Kripa Nath Tab Cheenhyo ॥
Vasi Rasna Bani Sarad-kali ।
Dinhyo Var Rakyo Mam Lali ॥
Dhany Dhany Bhairav Bhay Bhanjan ।
Jai Manaranjan Khal Dal Bhanjan ॥
Kar Trishool Damaroo Shuchi Koda ।
Kripa Kataksh Suyash Nahin Thoda ॥
Jo Bhairav Nirbhay Gun Gavat ।
Ashtasiddhi Nav Nidhi Phal Pavat ॥
Roop Vishal Kathin Dukh Mochan ।
Krodh Karal Laal Duhun Lochan ॥
Aganit Bhut Pret Sang Dolat ।
Bam Bam Bam Shiv Bam Bam Bolat ॥
Rudrakay Kali Ke Lala ।
Maha Kalahoo Ke Ho Kala ॥
Batuk Nath Ho Kal Gambhira ।
Shvet Rakt Aru Shyam Sharira ॥
Karat Ninahoon Roop Prakasha ।
Bharat Subhaktan Kahan Shubh Aasha ॥
Ratna Jadit Kanchan Sinhasan ।
Vyaghr Charm Shuchi Narm Suanan ॥
Tumahi Jai Kashihin Jan Dhyavahin ।
Viswanath Kahan Darshan Pavahin ॥
Jai Prabhu Sanharak Sunand Jai ।
Jai Unnat Har Uma Nand Jai ॥
Bhim Trilochan Svan Sath Jai ।
Vaijanath Shri Jagatanath Jai ॥
Maha Bhim Bhishan Sharir Jai ।
Rudr Trayambak Dhir Veer Jai ॥
Ashwanath Jai Pretanath Jai ।
Svanarudh Sayachandr Nath Jai ॥
Nimish Digambar Chakranath Jai ।
Gahat Anathan Nath Hath Jai ॥
Treshalesh Bhootesh Chandr Jai ।
Krodh Vats Amaresh Nand Jai ॥
Shri Vaman Nakulesh Chand Jai ।
Krtyaoo Kirati Prachand Jai ॥
Rudr Batuk Krodhesh Kaladhar ।
Chakr Tund Dash Panivyal Dhar ॥
Kari Mad Pan Shambhu Gunagavat ।
Chaunsath Yogin Sang Nachavat ॥
Karat Kripa Jan Par Bahu Dhanga ।
Kashi Kotaval Adabanga ॥
Deyan Kaal Bhairav Jab Sota ।
Nasai Paap Mota Se Mota ॥
Janakar Nirmal Hoy Sharira ।
Mitai Sakal Sankat Bhav Pira ॥
Shri Bhairav Bhooton Ke Raja ।
Badha Harat Karat Shubh Kaja ॥
Ailadi Ke Dukh Nivarayo ।
Sada Kripakari Kaj Samharayo ॥
Sundar Daas Sahit Anuraga ।
Shri Durvasa Nikat Prayaga ॥
Shri Bhairav Ji Ki Jai Lekhyo ।
Sakal Kamna Pooran Dekhyo ॥
॥ Doha ॥
Jai Jai Jai Bhairav Batuk Svami Sankat Tar ।
Kripa Daas Par Kijie Shankar Ke Avtar ॥
श्री भैरव चालीसा लिरिक्स पीडीएफ (Shree Bhairav Chalisa Lyrics PDF)
कृपया यह आरती भी पढ़े
श्री भैरव चालीसा से जुड़े कुछ सामान्य प्रश्न (Shree Bhairaw chalisa FAQ)
श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa) क्या है?
श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa)भगवान भैरव के प्रति भक्ति और श्रद्धा का अभिवादन करने वाला एक प्रमुख भगवान भैरव का भजन है। यह हिन्दू पौराणिक साहित्य में मिलने वाले भगवान भैरव के गुणों और महत्व को प्रकट करता है।
श्री भैरव चालीसा का(Shree Bhairav Chalisa) पाठ कैसे किया जाता है?
श्री भैरव चालीसा(Shree Bhairav Chalisa) को भगवान भैरव की पूजा के समय पढ़ा जाता है। व्यक्ति इसे रोज़ाना या उनकी पूजा विधि के अनुसार पढ़ सकते हैं।
श्री भैरव चालीसा(Shree Bhairav Chalisa) के क्या फायदे हैं?
श्री भैरव चालीसा(Shree Bhairav Chalisa) का पाठ करने से भक्त भगवान भैरव से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और उनकी दुर्भावनाओं और संकटों का निवारण होता है। यह भक्त को शांति, सुख, और समृद्धि प्रदान करने में मदद कर सकता है।
श्री भैरव चालीसा(Shree Bhairav Chalisa) कब पढ़ी जाती है?
श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa)को बजरंग बाण के पढ़ने के बाद पढ़ा जा सकता है, या फिर किसी भगवान भैरव की पूजा के समय भी पढ़ा जा सकता है।
आज का हमारा लेख पढ़ने के लिए हम आपकी सराहना करते हैं। कृपया अपने अनुभव हमसे साझा करने के लिए हमारे facebook group पर जुड़े और हमारे facebook page को like करे। अगर आप इस लेख में कुछ सुधार चाहते है, तो कृपया comment के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते है।
इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।
रेखा डनसेना इकोनॉमिक्स में स्नातकोत्तर है और poojaaarti.com के मंदिर , त्यौहार और चालीसा के पोस्ट के अध्ययन और लेख में हमारा सहयोग करती है।