भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe) भक्ति गीत माता अम्बे को समर्पित है, जिसमे भक्तगण उनसे उनके दिव्य दर्शन और सुरक्षा की लालसा रखते है। इस गीत के वैसे तो बहुत सारे संसकरण है एवं कई गीतकारो ने इसे अपनी आवाज़ दी है लेकिन इस पोस्ट के लिए हमे प्रसिद्ध गीतकार श्री नरेंद्र चंचल जी के द्वारा गाया हुआ वीडियो इस पोस्ट में उपलब्ध कराया है।
यह भक्ति भजन नवरात्री त्योहार में अक्सर सुने जाने वाले भक्ति गीतों में से एक गीत है, यह भक्ति भजन यूट्यूब पर 168 M + से अधिक बार देखा गया है, जिससे इसकी लोकप्रियता का पता चलता है।
माँ दुर्गा की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रूप से अनेक लाभ मिलते हैं। उनकी पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में समृद्धि का आगमन होता है। इसलिए, मातारानी की पूजा को नियमित रूप से करना बहुत शुभ होता है।
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भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe) हिंदी में
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,
हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ।।
हे दरबारा वाली आरती जय माँ ।
ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ।।
काहे दी मैया तेरी आरती बनावा,
काहे दी पावां विच बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ ।।
सुहे चोलेयाँ वाली आरती जय माँ ।
हे माँ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ।।
सर्व सोने दी आरती बनावा,
अगर कपूर पावां बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ ।।
हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ।।
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया,
कौन जागेगा सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ ।।
सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ।।
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी अम्बे,
ज्योत जागेगी सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ ।।
हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ।।
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा,
जिस तेरा भवन बनाया,
मंदिर विच आरती जय माँ ।।
हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ।।
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे,
जो ध्यावे सो, यो फल पावे,
रख बाणे दी लाज,
मंदिर विच आरती जय माँ ।।
सोहनेया मंदिरां वाली आरती जय माँ ।।
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe) अंग्रेजी में
Bhor Bhai Din Chadh Gaya Meri Ambey,
Ho Rahi Jai Jai Kar Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Hai Darbara Wali Aarti Jai Maa ।
O Pahada Wali Aarti Jai Maa ॥
Kahe Di Maiya Teri Aarti Banava,
Kahe Di Pawaan Vich Baati,
Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Suhe Choleyan Wali Aarti Jai Maa ।
Hai Maa Pahada Wali Aarti Jai Maa ।।
Sarv Sone Di Aarti Banaava,
Agar Kapoor Pavaan Baati,
Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Hai Maa Pindi Rani Aarti Jai Maa ।
Hai Pahada Wali Aarti Jai Maa ।।
Kaun Suhagan Diva Baleya Meri Maiya,
Kaun Jagega Sari Raat,
Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Sachchiya Jyotan Wali Aarti Jai Maa ।
Hai Pahada Wali Aarti Jai Maa ।।
Sarv Suhagin Diva Baliya Meri Ambey,
Jyot Jagegi Sari Raat,
Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Hai Maa Trikuta Rani Aarti Jai Maa ।
Hai Pahada Wali Aarti Jai Maa ।।
Jug Jug Jeeve Tera Jammuye Da Raja,
Jis Tera Bhawan Banaya,
Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Hai Meri Ambey Rani Aarti Jai Maa ।
Hai Pahada Wali Aarti Jai Maa ।।
Simar Charan Tera Dhyanu Yash Gaave,
Jo Dhyave So, Yo Phal Paave,
Rakh Bane Di Laaj,
Mandir Vich Aarti Jai Maa ।।
Sohaneya Mandiran Wali Aarti Jai Maa ।।
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भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe) पीडीएफ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe) वीडियो
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे (Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe) गीत से जुड़े सामान्य प्रश्न
“भोर भाई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे” क्या है?
“Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe” एक हिंदी आरती, एक भक्ति भजन या गीत है, जो देवी अम्बे को समर्पित है। यह देवी के आशीर्वाद और सुरक्षा का आह्वान करने के लिए गाया जाता है।
इस आरती की रचना किसने की?
इस आरती की सटीक उत्पत्ति या रचनाकार का श्रेय हमेशा एक ही व्यक्ति को नहीं दिया जाता है, क्योंकि कई आरतियाँ पारंपरिक रूप से पीढ़ियों से चली आ रही हैं। इसे पारंपरिक आरती माना जाता है।
“भोर भाई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे” शीर्षक का क्या अर्थ है?
शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है “सुबह हो गई है, मेरी अम्बे।” यह एक नए दिन की शुरुआत का प्रतीक है और एक सफल और शुभ दिन के लिए देवी का आशीर्वाद मांगता है।
यह आरती आमतौर पर कब और कहाँ गाई जाती है?
यह आरती अक्सर सुबह की प्रार्थनाओं और पूजा के दौरान गाई जाती है, खासकर देवी अम्बे को समर्पित मंदिरों में या उन्हें समर्पित त्योहारों और विशेष अवसरों के दौरान।
“Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe” गाने का क्या महत्व है?
इस आरती को गाना भक्तों के लिए भक्ति के साथ अपने दिन की शुरुआत करने और शुभता, सफलता और सुरक्षा से भरे दिन के लिए देवी का आशीर्वाद मांगने का एक तरीका है।
क्या इस आरती के विभिन्न संस्करण या प्रस्तुतियाँ हैं?
हाँ, कई पारंपरिक आरतियों की तरह, “भोर भाई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे” को विभिन्न कलाकारों और संगीतकारों द्वारा गाया गया है, प्रत्येक ने प्रस्तुति में अपनी अनूठी संगीत व्याख्या जोड़ी है। विभिन्न संस्करण संगीत व्यवस्था में भिन्न हो सकते हैं।
क्या कोई “भोर भाई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे” गा सकता है?
हां, जो कोई भी देवी अम्बे के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करना चाहता है वह इस आरती को गा सकता है। यह किसी विशिष्ट समूह या जाति तक ही सीमित नहीं है और भक्तों द्वारा व्यापक रूप से गाया जाता है।
क्या इस आरती के माध्यम से कोई गहरा आध्यात्मिक संदेश दिया गया है?
आरती देवी अम्बे के दिव्य आशीर्वाद और सुरक्षा के लिए भक्त की श्रद्धा और लालसा को व्यक्त करती है। यह भक्ति और कृतज्ञता के साथ एक नए दिन की शुरुआत का प्रतीक है।
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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।
संजय इज़ारदार का रुझान बचपन से ही अध्यात्म की ओर रहा है। वे poojaaarti.com में मंदिरो और त्योहारों के पोस्ट में हमारा सहयोग करते है और हमसे शुरुआत से ही जुड़े हुए है।