खुड़िया रानी मंदिर (Khudiya rani mandir)

छत्तीसगढ़ का जसपुर जिला प्राकृतिक दृश्यों और मंदिरो के लिहाज से अन्य जिलों से काफी अग्रणी रहा है। इन्ही मंदिरो में से एक प्रचलित मंदिर है खुड़िया रानी मंदिर (Khudiya rani mandir) । खुड़िया रानी मंदिर घने जंगलो से घेरा हुआ है और अभी चर्चा का विषय बना हुआ है। हमारे इस पोस्ट में हम आज इस मंदिर , खुड़िया रानी , उसके आस पास घूमने वाले प्रसिद्ध स्थलों के बारे में और वह तक पहुंचने के विभिन्न रास्तो के बारे में जानेंगे।

खुड़िया रानी मंदिर की विस्तृत जानकारी

खुड़िया रानी मंदिर जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक में एक छोटे से गांव छिछली के मनोरम गहन जंगलो के अंदर विराजमान है। यह मंदिर एक गुफा के अंदर बसा हुआ है जो हज़ारो वर्षो से चट्टानों में पानी से रिसाव से बना है। गुफा के मुख्य द्वार में प्रवेश होते ही आपको भगवान् शिव, नंदी महाराज, भैरव बाबा और काली माँ की प्रतिमाए देखने को मिलेंगी।

गुफा के अंदर की शानदार कलाकृतियों को देखने के लिए अपने साथ टोर्च या मोबाइल ले जाना न भूले। गुफा के अंदर का दृस्य बहुत ही शानदार नक्कासियो से भरा हुआ है, और गुफा में प्रवेश होने के बाद देवी की दर्शन के लिए कुछ दुरी तक आपको पदयात्रा करनी पड़ेगी। यह भारत के उन मंदिरो में से है जिनमे देवी को खुश करने हेतु बकरे की बलि दी जाती है, कहा जाता है की यहाँ बकरे की बलि देने से और देवी की पूजा अर्चना करने से भक्त जानो की सारी इच्छाए पूरी होती है और कष्ट दूर होते है।

Khudiya Rani mandir

Khudiya rani mandir में पूजा पाठ करने की विधि

यहाँ पूजा पाठ करने के पीछे यहाँ के स्थानीय लोगो की मान्यताए जुडी है जैसे की पूजा हमेशा मंदिर के बाहर ही की जानी चाहिए। इस सन्दर्भ में यहाँ के निवासी कहते है की एक बार एक बैगा (पुजारी ) ने यहाँ देवी को भोग लगाने के बाद मंदिर के बहार आ रहा था , तभी उसे याद आया की उसने मंदिर में अपना कुछ जरूरी सामान रखा हुआ है और वो उसे लेने जाता है।

तभी मंदिर के अंदर उसे देवी भोग को खाते हुए दिखती है, इससे देवी गुस्सा हो जाती है और कहती है “जाओ अबसे मेरी पूजा मंदिर के बाहर ही करना ” और यह कहकर पहाड़ो में कही गायब हो जाती है। तबसे यहाँ लोगो की यही मान्यता है की पूजा Khudiya rani mandir के बहार ही कराई जाए।

Khudiya rani mandir की मान्यताए

यहाँ के लोग मानते है की यहाँ की नदी में एक मछली है जो सोने की नथुनी पहले रहती है, वह बहुत की काम लोगो को दिखती है यहाँ के लोगो के अनुसार वही खुड़िया रानी देवी है। दूसरी मान्यता यह है की यहाँ देवी को भोग लगते हुए यहां के पुजारी ने देख लिया था जिससे क्रोधवश देवी यहाँ के पर्वतो में विलीन हो गयी.

खुड़िया रानी माँ की आरती हिंदी में (Khudiya Rani maa aarti lyrics in Hindi)

जय हो खुड़िया रानी माँ, तुम हो जगदम्बा।
तुम हो शक्ति की खान, तुम हो भवानी।

तुम हो वन की रानी, तुम हो पर्वतों की देवी।
तुम हो जंगली जानवरों की रक्षक, तुम हो सभी की आश्रय।

तुम हो भक्तों की लाडली, तुम हो दुखियों की सहेली।
तुम हो रोगियों की दवा, तुम हो सभी की आशा।

जय हो खुड़िया रानी माँ, तुम हो जगदम्बा।
तुम हो शक्ति की खान, तुम हो भवानी।

आरती करूं तुम्हारी, हाथ जोड़कर विनती।
मुझ पर अपनी कृपा करो, मेरी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करो।

जय हो खुड़िया रानी माँ, तुम हो जगदम्बा।
तुम हो शक्ति की खान, तुम हो भवानी।

खुड़िया रानी माँ की आरती अंग्रेजी में (Khudiya Rani maa aarti lyrics in English)

jay ho khudiya raanee maan, tum ho jagadamba.
tum ho shakti kee khaan, tum ho bhavaanee.

tum jangal kee raanee ho, tum pahaadon kee devee ho.
aap jangalee jaanavaron ke rakshak hain, aap sabhee ke aashray hain.

aap bhakton ke priy hain, aap dukhiyon ke mitr hain.
aap rogiyon ke lie dava hain, aap sabhee ke lie aasha hain.

jay ho khudiya raanee maan, tum ho jagadamba.
tum ho shakti kee khaan, tum ho bhavaanee.

aaratee karoon tumhaaree, haath jodakar vinatee.
mujh par daya karo, meree sabhee ichchhaen pooree karo.

jay ho khudiya raanee maan, tum ho jagadamba.
tum ho shakti kee khaan, tum ho bhavaanee.

Khudiya Rani maa aarti lyrics pdf

कब और कैसे जाए खुड़िया रानी मंदिर(Khudiya Rani mandir)

खुड़िया रानी मंदिर जाने का सबसे मनोरम समय शीत ऋतू है, कयूकि बारिश में पर्वते फिसलनदार हो जाती है और चढ़ाई काफी मुश्किल हो जाती है एवं गर्मी में नदी और झरने का पानी समाप्त हो जाता है। यह गुफा जशपुर से बस १३५ km है आप यहाँ खुद की कार या बाइक से भी आ सकते है। यहाँ मंदिर आने के बाद आपको ४०० सीढीया उतरनी पड़ेगी , यह मंदिर दो पहाड़ियों के बीच है और दोनों पहाड़ियों से बीच में एक नदी भी बहती है, थोड़े दूर में एक झरना है और यही देवी विराजित है।

  • निकटतम रेल मार्ग – रांची या अंबिकापुर स्टेशन
  • निकटतम हवाई मार्ग – रांची या रायपुर एयरपोर्ट
  • निकटतम बस स्टैंड – बगीचा बस स्टैंड

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खुड़िया रानी मंदिर के आस पास घूमने की प्रसिद्ध जगह (Famous places near Khudiya Rani mandir)

  • कैलाश गुफा – अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो निश्चित तौर पर यह जगह आपको काफी पसंद आएगी। यह जशपुर के सबसे मनोरम स्थलों में से एक है। यह अलकनंदा जलप्रपात के करीब है , यहाँ आकर आप यहाँ के वानरों को केला खिला सकते है , चिडियो की चहचहाट सुन सकते है और झरने की मधुर ध्वनि का भी आनंद उठा सकते है।
Kailash gufa ki photo
  • कैथोलिक चर्च – यह चर्च कुनकुरी में स्थित है और एशिया का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा चर्च है। यहाँ पर एक साथ 10000 लोग रह सकते है। कुनकुरी से बगीचा लगभग 55 km है।
Catholic church ki photo
  • रानीदाह जलप्रपात – यहाँ की लोगो के अनुसार ओडिसा के एक प्रसिद्ध राजा की बेटी सिरोमानिया ने इस जलप्रपात में कूदकर अपनी जान दे दी थी, इसीलिए लोग इसे रानीदाह जलप्रपात कहते है। यह महाकालेश्वर मंदिर के समीप है और यह झरना वर्ष के बारह महीने लबालब भरा रहता है।
Ranidah jalprapat photo
  • राजपुरी झरना – बगीचा में स्थित यह झरना भी लोगो के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह लगभग 100 फ़ीट का है और शिव मंदिर के समीप है लोग यहाँ आते हुए शिव मंदिर की भी पूजा करते है ।
Rajpuri jharna ki photo

Khudiya rani mandir से सम्बंधित सामान्य प्रश्न

खुड़िया रानी मंदिर क्या है?

Khudiya rani mandir एक हिंदू मंदिर है जो देवी खुदिया रानी को समर्पित है, जिन्हें जंगलों और वन्यजीवों की रक्षक माना जाता है। यह मंदिर भारत के छत्तीसगढ़ में जशपुर जिले के घने जंगलों में एक गुफा में स्थित है।

मंदिर का नाम कैसे पड़ा?

“खुड़िया रानी” नाम स्थानीय गोंडी भाषा से लिया गया है। “खुड़िया” का अर्थ है “छोटी लड़की” । ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर एक स्थानीय गोंडी राजा ने अपनी बेटी के सम्मान में बनवाया था, जो देवी की समर्पित भक्त थी।

क्या है मंदिर का इतिहास?

Khudiya rani mandir का सटीक इतिहास अज्ञात है, लेकिन माना जाता है कि यह सदियों पुराना है। मंदिर का उल्लेख कुछ प्राचीन हिंदू ग्रंथों में किया गया है और कहा जाता है कि यह कई वर्षों से एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल रहा है। हालाँकि, 19वीं सदी में मंदिर की स्थिति बहुत ख़राब हो गयी थी और उसे छोड़ दिया गया। इसे 20वीं सदी की शुरुआत में पुनःनिर्मित कराया गया ।

Khudiya rani mandir इतना लोकप्रिय क्यों है?

Khudiya rani mandir कई कारणों से लोकप्रिय है। यह एक सुंदर और शांत वातावरण में स्थित है, और कहा जाता है कि इस गुफा में उपचार करने की शक्तियां हैं। देवी खुदिया रानी को भी बहुत शक्तिशाली और परोपकारी माना जाता है, और कई लोग उनके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करने के लिए मंदिर में आते हैं।

Khudiya rani mandir से जुड़े अनुष्ठान और परंपराएं क्या हैं?

Khudiya rani mandir में सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान वार्षिक नवरात्रि उत्सव है, जो सितंबर या अक्टूबर में मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान, मंदिर को फूलों से सजाया जाता है और देवी को प्रसाद चढ़ाया जाता है। लोग अपने परिवार और प्रियजनों के लिए देवी का आशीर्वाद लेने के लिए भी मंदिर में आते हैं।

मैं खुदिया रानी मंदिर कैसे पहुंच सकता हूं?

Khudiya rani mandir जशपुर जिले के बगीचा शहर से लगभग 17 किलोमीटर दूर छिछली नाम गांव में स्थित है। निकटतम हवाई अड्डा रायपुर में है, जो लगभग 250 किलोमीटर दूर है। रायपुर और छत्तीसगढ़ के अन्य प्रमुख शहरों से भी नियमित बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।

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