मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra)

उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी के तट पर स्थित है , महादेव का सिद्ध मनकेश्वर मंदिर , कहां जाता है कि इस मंदिर की स्थापना स्वयं भगवान शिव ने यहां आकर की थी , यहां सच्चे श्रद्धा से पूजा अर्चना कर प्रार्थना करने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं इस मंदिर में पूर्ण हो जाती है । आगरा वाले आने सभी श्रद्धालु अपनी यात्रा के दौरान एक बार मनकेश्वर मंदिर दर्शन करने जरूर जाते है।

Mankameshwar mandir agra

विषय सूची

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) पौराणिक इतिहास

लोक कथाओं के अनुसार कहा जाता है , कि भगवान शिव ने खुद द्वापर युग में इस मंदिर की स्थापना की थी , प्रचलित कथनों के अनुसार भगवान शिव भगवान विष्णु के बाल स्वरूप “कान्हा” के दर्शन करने और उन्हें गोद में खिलाने के लिए गोकुल जा रहे थे , जिन्होंने अपनी एक आगर के तट के उसी स्थान पर अपनी एक रात गुजरी थी , भगवान शिव ने यह निश्चय लिया था कि यदि उनके गोद में नन्हे कान्हा आते हैं , तो वह इस जगह में एक शिवलिंग की स्थापना करेंगे।

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) में कैसे हुई शिवलिंग की स्थापना

भगवान शिव गोकुल पहुंचे तब यशोदा माता ने उनकी भस्म में लिफ्ट रूप को देखकर कृष्ण को उनसे मिलने नहीं दिया । भगवान शिव मायूस होकर एक बरगद के पेड़ के नीचे बैठ गए और तपस्या करने लगे।

Mankameshwar mandir agra

जिसके बाद श्री कृष्ण ने उनके साथ लीला करना प्रारंभ करते हुए रोने लगे रोना जिसे देखकर यशोदा माता ने शिव को अपने पास बुलाकर नन्हे कृष्ण को गोद में लेने को कहा गोद में लेते हैं कृष्णा ने रोना बंद कर दिया। जिसके बाद भगवान शिव ने वापस लौटते वक्त अपने कथन अनुसार उसी स्थान पर उनके शिवलिंग की स्थापना स्वयं अपने हाथों से की।

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) की धार्मिक मान्यता

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra)को देवों के देव महादेव का आशीर्वाद प्राप्त है , मान्यता है की इस मंदिर से कभी कोई खली हाथ वापस नहीं लौटा है , साल के सभी दिन यहाँ भक्तो की भरी भीड़ लगी रहती है।

यहाँ की धार्मिक मान्यता है की जो भी शिव का भक्त इस मंदिर में आकर भगवन शिव को सच्चे आस्था से जल चढ़ता है और भक्ति अर्पण करता है तो मनकामेश्वर बाब उनकी सारी मनोकामनाए पूर्ण करने में देर नहीं करते है। इस मंदिर में आए सभी श्रद्धालुओं की सारी दुःख और दर समाप्त हो जाते है।

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) की पाबंदिया

यदि आप भी आगरा के मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar mandir agra) जाना कहते है तो मंदिर के गर्भ गृह के अंदर जाने के लिए आपको पारमपरिक वेश भूषा धारण करना अनिवार्य है , मंदिर के पाश्चात्य संस्कृति के कपड़े पूर्णतः वर्जित है। मंदिर के अंदर जाने के लिए दोती कुरता पहना जरुरी है , और महिलाओ के लिए सारी पहना अनिवार्य है।

जो भक्त पारम्परिक वेश भूष में नहीं है ,वे भक्त मंदिर के बहार से भगवन मनकामेश्वर के दर्शन कर सकते है। मंदिर के बहार से दर्शन करने पर कोई पाबन्दी नहीं है। तो यदि आप भी जह रहे मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) दर्शन करने तो इस बात का ध्यान अवश्य रखे।

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) की विशेषता

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) में बाबा का यहाँ मंदिर पुराने शहर के बीच बसा है ,कहा जाता आगरा शहर के चारो कोने में भगवन शिव की सिद्ध मंदिर स्थापित है ,पर मनकामेश्वर मंदिर से लोगो की अलग ही आस्था जुडी हुई है क्यूको की लोक कथाओ के अनुसर इस मंदिर की स्थापना स्वयं भगवन शव ने की थी।

इस मंदिर की एक विशेषता यह भी है की जो भक्त मंदिर के अंदर नहीं जा सकते वे मंदिर के बहार से ही मनकामेश्वर बाबा के दिव्य रूप का दर्शन कर सकते है , इस मंदिर का निर्माण ही कुछ इसी प्रकार से किया है की मंदिर में प्रवेश किए बिना है बाहर से दर्शन किये जा सजते है।

मनकामेश्वर मंदिर का वीडियो

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) में दर्शन का समय

मनकामेश्वर मंदिर आगरा (Mankameshwar mandir agra) मंदिर साल के सभी दिन भक्तो के लिए खुला रहता है,भक्त किसी भीं दिन आगरा आ कर बाबा मनकामेश्वर के दर्शन कर सकते है ,इस मंदिर के खुलने का समय सुबह 06 : 00 है ,जहा सुबह की आरती के बाद मंदिर भक्तो के लिए खोल दिया जाता है। मंदिर के बंद होने का समय है रात के 10 : 00 बजे है। रात्रि 10 : 00 बजे के बाद मंदिर के कपाट भक्तो के लिए बंद कर दिए जाते है।

मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar mandir agra) कब जाए

मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar mandir agra) में रोजाना भक्त का ताता लगा रहता है। बड़ी संख्या में भक्त मंदिर के सामने पूजा की थाली लिए दिखाई देते है। पर मनकामेश्वर मंदिर में सावन के महीने में सबसे अधिक भीड़ रहती है सावन के महीने में यह मेले का आयोजन भी किया जाता है।

सवान का महीना भगवन शिव को समर्पित होता है , ऐसे में मनकामेश्वर मंदिर में बाबा के दर्शन को शुभ मन जाता है , सावन के महीने में मांगी गए सारी मनोकामन को बाबा पूरा करते , सावन के अलावे यहाँ महाशिव रात्रि के दिन काफी संख्या भक्त पहुंचते है , और मनकामेश्वर बाबा के दर्शन प्राप्त करते है।

मनकामेश्वर मंदिर जाने पर कहा रुके

मनकामेश्वर मंदिर जाने पर सस्ती कीमतों अच्छे रुके के ठिकाने मिल जाते है , आगरा पर्यटन का केंद्र होने की वजह से यहाँ हजारो की संख्या में होटल और लॉज हर समय उपलब्ध रहते है।

यहाँ एक फैमली रूम 700 से 2600 रुपए के में मिल जाया करता है ,ज्यादा खोजने पर और भी काम कीमत के रूम मिल जाया करते है , जो लोग होटल यह लॉज में नहीं रुकना चाहते है, वे धर्मशाला में भी रुक सकते है पर पर्यटकों की संख्या अधिक होने की वजह से यहाँ आम तौर पर धर्मशाला हमेशा फुल रहते है। असुविधा से बचने के लिए यहाँ आने से पहले अपना रूम या धर्मशाला ऑनलाइन बुक कर सकते है।

मनकामेश्वर मंदिर कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग

मनकामेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा , आगरा एयरपोर्ट जो मंदिर से लगभग 7 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है ,जहा टेक्सी के माधयम से आसानी से जाया जा सकता है।

रेल मार्ग

मनकामेश्वर मंदिर से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन आगरा कैंट रेलवे स्टेशन है , यहाँ रेलवे स्टेशन देश के सबसे व्यस्तम रेलवे स्टेशन में एक है ,इस स्टेशन के माध्यम से आप देश के किसी भी कोने से रेल मार्ग से आगरा मनकामेश्वर मंदिर पहुंच सकते है ,रेलवे स्टेशन से मंदिर तक ऑटो रिक्क्षा से पंहुचा जा सकता है।

सड़क मार्ग

देश के सभी कई बड़े शहरो जैसे , दिल्ली, भोपाल ,ग्वालियर और जयपुर से बस सीधा आगरा पंहुचा देती है ,एंटर स्टेट बस टर्मिनल , ईद गहा बस डिपो , तजा डिपो ,फोर्ट डिपो यहाँ के मुख्य बस अड्डों में से एक है। टेक्सी यह निजी वाहन से भी यहाँ बड़ी आसानी से पंहुचा जा सकता है ,देश के कई मुख्य राष्ट्र राजमार्ग के जाल से आगरा जुड़ा हुवा है।

मनकामेश्वर मंदिर के आस पास घूमने की जगह

देश के इतिहास को सहेजे हुए आगरा भारत का पर्यटकों का सबसे मनपसंद जगहों में से एक है , इतिहास में रूचि रखने वालो के लिए आगरा हीरो के खान के सामान है। भारत ही नहीं विदेशो से भी आगरा घूमने के लिए पर्यटक पहुंचते है , धार्मिक उदेश्य से आए श्रद्धालुवो की यात्रा मनकामेश्वर के दर्शन के बाद ही पूर्ण मानी जाती है। यहाँ आस पास घूमने की और कई सारी जगाए मैजूद है।

ताज महल

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में यमुना नदी के तट पर स्तिथ है ,दुनिया के सात अजूबो में से एक ताज महल इसे बादशाह शाहजहाँ ने अपनी सबसे प्रिय बेगम मुमताज के मृत्यु के बाद उसकी याद ताज महल बनवाया था ,ताज महल के बड़े से द्वार के अंदर राजा और रानी की कब्र एक साथ बनाए गए है।

हाथियों के दांतो सा सफ़ेद यह ताज महल मुग़ल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है , जिसे देखने खालो की संख्या में पर्यटक यहाँ आते है। ताज महल के यूनेस्को ने वैश्विक धरोहर मनाया है। तजा महल भारत का सबसे अधिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने वाला स्मारक है , जिसे प्यार का प्रतीक कहा जाता है।

आगरा का किला

आगरा का शान कहा जाने वाला यहाँ किला आगरा के ताज महल के पास स्तिथ है ,जिसका क्षेत्र फल 380 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है। इतिहास कारो के अनुसार यह किला मुग़ल साम्राज्य के भारत आने से पहले निर्माण करवाया गया था जिसका पुनर्निर्माण बादशाह अकबर ने 16 वीं सदी में करवाया था।

आगरा का यहाँ किला ऐसे नजाने कितने इतिहास अपने अन्दर समेटे आगरा में खड़ा है , आगरा में घूमने की जगहों में यहाँ किला सैलानियों के घूमने लिस्ट में दूसरे नंबर पर अत है।किले आए पर्यटकों के लिए घूमने लाया कई आकर्षण मैजूद है , जैसे निजी दर्शकों का हॉल , दिल्ली गेट , मोती मस्जिद , नगीना मस्जिद ,और लोधी गेट आदि।

अंगूरी बाग

आगरा में मौजूद विभिन्न सुंदर जगह में से एक है ,अंगूरी बाग है, जिसे अंगूरों का बगीचा भी कहते है , विभिन्न लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से अलग या बाग अपनी सुंदरता से लोगों का मन मोह लेता है, उत्तर पश्चिम की तरफ से बलवा पत्थर से सजा यह उद्यान अत्यंत मन को मोह लेने वाला है, अंगूरी बाग में असंख्य उद्यान मौजूद है , जिसमें सुंदर पौधे लगाए गए हैं , बाग में एक भव्य फवारा इसकी शोभा को और बढ़ा देता है ।

जो भी पर्यटक आगरा आते हैं , वह एक बार इस जगह में घूमना पसंद करते हैं , विदेश से आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद अंगूरी बाग रहता है, क्योंकि यहां के सुंदरता देख उनका मन इस स्थान पर आ जाता है।

सुर सरोवर पक्षि अभ्यारण

आगरा दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर दो सिलेबस 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है 400 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला सूर्य सरोवर पक्षी अभ्यारण 27 मार्च 1991 को को इस अभ्यारण के रूप में नियमित किया गया था सुर सरोवर अभ्यारण विभिन्न पक्षियों का घर है , जैसे कॉमन टिल, द कैटल एग्रेट और पर्पल हेरॉन जैसे 100 से अधिक प्रजाति हर साल यहां प्रवास के लिए आते हैं।

इसके अलावा हजारों प्रजातियों के पक्षियों का यह अभ्यारण घर है पर्यटन के लिए सुकून वातावरण वाला या सबसे उत्तम स्थल माना जाता है जहां पहुंचने के लिए दिल्ली आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर दो क्रमांक से कुछ ही दूर कर से जाया जा सकता है।

फतेहपुर सीकरी

लाल बलुआ पत्थर से बना पूरा शहर का निर्माण मुगल शासक सम्राट अकबर ने 15वीं सदी के आसपास करवाया था । यह आगरा से लगभग 38 किलोमीटर दूरी पर स्थित , एक ऐतिहासिक जगह है। इतिहास में रुचि रखने वाले पर्यटक इस शहर को काफी पसंद करते हैं , कहां जाता है कि डेढ़ दशक से अधिक समय तक यह शहर मुगल साम्राज्य की राजधानी थी ,

जिससे मुग़ल पूरा हिंदुस्तान को चलाया करते थे , यह स्थान यूनेस्को द्वारा वैश्विक धरोहर स्मारक के रूप में प्रसिद्ध है । यदि आप भी फतेहपुर सीकरी जाना चाहते हैं , तो आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन से फतेहपुर सीकरी तक रेल मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं , या फिर गाड़ी और टैक्स से भी सड़क मार्ग से सीधा फतेहपुर सीकरी पहुंच सकते हैं । इसके अलावा आगरा ईदगाह बस स्टेशन से फतेहपुर सीकरी के लिए बस हर घंटे उपलब्ध रहती है।

अकबर का मकबरा

सन 1605 से 1613 के बीच अकबर के बेटे जहांगीर में आगरा में अकबर की मृत्यु के बाद उनका मकबरा 119 एकड़ की जमीन पर बनवाया था। जहां मकबरा आगरा के उपनगर इलाके से मथुरा रोड रष्ट्रीय राजमार्ग 02 पर शहर से 8 किलोमीटर पश्चिम की ओर स्थित है।

मकबरे का स्वरूप चार स्तंभ वाले लाल सफेद गुंबद वाला है, जिसमें मुलगी वास्तु कला देखने को मिलता है। हरे भरे बगीचों से सुशोभित यह मकबरा मुगल साम्राज्य के शान का प्रतीक माना जाता है। यहां पहुंचने के लिए राष्ट्रीय मार्ग दो से सीधा पहुंचा जा सकता है।

यह मंदिर भी देखे

मनकामेश्वर मंदिर आगरा क्यों प्रशिद्ध है ?

मनकामेश्वर मंदिर का निर्माण लोक कथाओ के अनुसार भगवन शिव में अपने हाथो से द्वापर युग में किया गया। इस मान्यता की वजह से मनकामेश्वर मंदि आगरा समेत सम्पूर्ण देश में प्रशिद्ध है।

मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar mandir agra) कहा स्थित है ?

मनकामेश्वर मंदिर उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी के तट पर स्थित है।

मनकामेश्वर मंदिर आगरा में दर्शन करने के क्या नियम है ?

मनकामेश्वर मंदिर के अंदर प्रवेश करने से पहले पारम्परिक वस्त्र धारण करना अवश्य है, विदेशी सस्कृति के वस्त्र पहने हुए मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं किया जा सकता है।

मनकामेश्वर मंदिर कब खुलता है ?

मनकामेश्वर मंदिर भक्तो के लिए सुबह 06 : 00 खुलता है और रात में 10 : 00 बजे बंद होता है।

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