मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) दिल्ली के सबसे प्राचीन मंदिरो में से एक है। प्रियदर्शिनी कॉलोनी में बसा यह मंदिर जमुना बाजार हनुमान मंदिर के नाम से भी शहरवासियों में प्रचलित है। यहाँ पर हनुमान जी की प्रतिमा के अलावा राधाकृष्ण की भी प्रतिमा है। हनुमान जयंती के दिन यहाँ भव्य पूजा होती है और मंदिर पुरे दिन खुला रहता है।
मंदिर के आसपास रेस्टोरेंट और खाने पिने के दुकानों की कोई कमी नहीं है। लोग यहाँ भंडारे में कचौड़ी और अन्य नमकीन भी लोगो के साथ साझा करते है। यहाँ मंदिर बहुत विशाल है अगर आप दिल्ली घूमने आये है तो निश्चित तौर पर आपको यहाँ बजरंगबली का आशीर्वाद लेने आना चाहिए। कहा जाता है की जो सच्चे दिल से मरघट वाले बाबा का दर्शन करने आता है उसे यहाँ से कभी खाली हाथ नहीं लौटना पड़ता।
विषय सूची
मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) का इतिहास
यहाँ के निवासियों के अनुसार यह माना जाता है की यह मंदिर महाभारत के समय पांडवो के द्वारा बनाये गए पांच मंदिरो में से एक है। लोगो की धारणा के अनुसार जब हनुमानजी लक्षमण के लिए संजीवनी पर्वत लेकर वापस जा रहे थे तब यमुना नदी को देखकर उन्हें वह कुछ देर तक रुकने की इच्छा हुई। लेकिन जहाँ पर वो रुके थे उस जगह पर पहले शमशान हुआ करता था तो जितनी भी आत्माए वहां रुकी हुई थी, हनुमान जी के कारन उन सबको मोक्ष की प्राप्ति हुई। इसी कारण इस मंदिर का नाम मरघट हनुमान मंदिर पड़ा।
जब हनुमान जी यहाँ रुके थे तब यमुना माता उनसे मिलने आयी और हनुमानजी से कहा मैं हर वर्ष आपसे मिलने आऊँगी। और तबसे लेकर अब तक हर साल कम से कम एक बार यमुना माता किसी न किसी तरीके से मंदिर तक पहुंच जाती है। पहले यह मंदिर यमुना नदी के किनारे पर ही था , लेकिन यमुना का जलस्तर घटने के कारण वह मंदिर से काफी दूर हो गया , पर बारिश के मौसम में यमुना मंदिर तक पहुंच जाती है।
मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) के बाहर की फ़ोटो
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मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) कैसे पहुंचे?
निकटम हवाई अड्डा : बागडोगरा हवाई अड्डा यहाँ से सबसे ज्यादा नज़दीक है।
निकटतम रेलवे स्टेशन: दिल्ली जंक्शन रेलवे स्टेशन
रोड के द्वारा : दिल्ली में आप कही से भी बस के द्वारा यहाँ पहुंच सकते है , या निजी परिवहन के माध्यम से यहाँ पहुंच सकते है।
मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) के खुलने व बंद होने का समय
यह मंदिर हनुमान जयंती को पुरे दिन खुला रहता है , लेकिन बाकी दिनों में प्रातः ६ से ११ बजे तक और सायंकाल में ४ से ११ बजे तक खुला रहता है।
मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) के आसपास के घूमने की जगह
अगर आप दिल्ली में है अगर अपने इन जगहों का भभ्रमण नई किया तो आपका दिल्ली भ्रमण अधूरा है।
इंडिया गेट: एक प्रमुख ऐतिहासिक और युद्ध स्मारक, इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में खड़ा है। यह एक खूबसूरती से डिजाइन किया गया तोरणद्वार है जो अक्सर स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक सभा स्थल के रूप में कार्य करता है। आसपास का क्षेत्र पिकनिक और आरामदायक सैर के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
लाल किला: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, लाल किला एक प्रतिष्ठित ऐतिहासिक स्मारक है जो कभी मुगल सम्राटों का मुख्य निवास स्थान था। इसकी आश्चर्यजनक वास्तुकला, जटिल विवरण और प्रभावशाली लाल बलुआ पत्थर की दीवारें इसे अवश्य देखने लायक बनाती हैं। यह किला भारत के स्वतंत्रता दिवस पर प्रधान मंत्री के भाषण की भी मेजबानी करता है।
कुतुब मीनार: एक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, कुतुब मीनार दुनिया की सबसे ऊंची ईंट मीनार है। यह कुतुब कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है, जिसमें एक मस्जिद और अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं भी शामिल हैं। मीनार इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है और दिल्ली के समृद्ध अतीत की झलक पेश करती है।
मरघट हनुमान मंदिर (Marghat hanuman mandir) से सम्बंधित कुछ सामान्य प्रश्न
क्या Marghat hanuman mandir के अंदर वीडियो बनाने की अनुमति है?
नहीं, मंदिर के अंदर वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है।
Marghat hanuman mandir मंदिर कहा पर स्थित है ?
मरघट हनुमान मंदिर दिल्ली के जमुना बाजार में स्थित है।
मरघट वाले बाबा किसे कहा जाता है ?
यह नाम हनुमान जी को दिया गया है क्युकी यहाँ उन्होंने शमशान में आकर यहाँ की आत्माओ को मोक्ष प्रदान किया था। कुछ लोगो के अनुसार ‘मरघट ‘ नाम ‘मार्ग हट ‘ शब्द से बना है , क्युकी यमुना नदी अपने मार्ग से निचे हट गयी थी।
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संजय इज़ारदार का रुझान बचपन से ही अध्यात्म की ओर रहा है। वे poojaaarti.com में मंदिरो और त्योहारों के पोस्ट में हमारा सहयोग करते है और हमसे शुरुआत से ही जुड़े हुए है।