गुरूजी मंत्र (Guruji Mantra)


निर्मल सिंहजी महाराज
(Nirmal Singhji Maharaj) एक भारतीय आध्यात्मिक गुरु हैं। उनका जन्म 7 जुलाई 1954 को पंजाब के मालेरकोटला जिले के डुग्री गांव में हुआ था। उनके पिता एक सिख थे और उनकी माँ एक हिंदू थीं, यहाँ गुरूजी मंत्र (Guruji Mantra) के बारे में उल्लेख किया है.

गुरूजी मंत्र (Guruji Mantra) के दो पंक्ति निम्नानुसार है –

ॐ नमः शिवाय,
शिव जी सदा सहाय,
ॐ नमः शिवाय,
गुरु जी सदा सहाय।

निर्मल सिंहजी महाराज के बारे में (About Nirmal Singhji Maharaj)

निर्मल सिंहजी महाराज ने अपने बचपन से ही आध्यात्मिकता में रुचि दिखाई। उन्होंने कई वर्षों तक विभिन्न गुरुओं और संतों के साथ अध्ययन किया। 1990 में, उन्हें एक आध्यात्मिक अनुभव हुआ, जिसके बाद उन्होंने एक गुरु के रूप में अपनी यात्रा शुरू की।

निर्मल सिंहजी महाराज को उनके “तीसरी आंख के सत्संग” या द थर्ड आई ऑफ निर्मल बाबा (Third Eye of Nimal Baba) के लिए जाना जाता है। इन सत्संगों में, वे अपने अनुयायियों को आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन देते हैं। वे एक लोकप्रिय वक्ता भी हैं और उन्होंने दुनिया भर में कई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए हैं और इनके आश्रम में एक बड़ा सा शिवलिंग भी है, भक्तों के अनुसार सच्चे मन से अगर गुरूजी से कुछ भी माँगा जाय तो वो उसे अवश्य पूर्ण करते है. बाबाजी के प्रवचन देश और विदेशो में भी प्रचलित थी, वर्ष २०१२ में बाबाजी का प्रवचन 30 से अधिक टीवी चैनलों में प्रसारित किया गया था.

निर्मल सिंहजी महाराज के अनुयायियों का मानना ​​है कि वे एक महान आध्यात्मिक शिक्षक हैं। वे उन्हें अपने जीवन में आध्यात्मिकता और शांति प्राप्त करने में मदद करते हैं।

निर्मल सिंहजी महाराज के कुछ प्रमुख विचार और सिद्धांत निम्नलिखित हैं:

  • आध्यात्मिकता एक व्यक्तिगत यात्रा है। हर किसी को अपनी आध्यात्मिक यात्रा खुद तय करनी चाहिए।
  • प्रेम और करुणा आध्यात्मिकता के मूल हैं। जब हम दूसरों से प्रेम और करुणा करते हैं, तो हम अपने आप को और दूसरों को भी बेहतर बनाते हैं।
  • शांति और आनंद आध्यात्मिकता के लक्ष्य हैं। जब हम आध्यात्मिक रूप से विकसित होते हैं, तो हम अपने जीवन में शांति और आनंद प्राप्त करते हैं।

निर्मल सिंहजी महाराज के अनुयायियों की संख्या लाखों में है। वे भारत, अमेरिका, यूरोप और दुनिया भर के अन्य देशों में फैले हुए हैं।

गुरूजी मंत्र लिरिक्स (Guruji Mantra Lyrics)


ॐ नमः शिवाय,
शिव जी सदा सहाय,
ॐ नमः शिवाय,
गुरु जी सदा सहाय।

शिव भोले का रूप है,
मेरे गुरु जी,
चरणों में मैं तेरे सदा रहूं जी,
गुरु जी गुरु जी।

खुशिया ही खुशिया तू मेरी,
झोली दे विच पाइयाँ,
तेरी बरकत दे नाल सतगुरु,
घर विच खुशियां आईयाँ,
तू ही मेरा रब है तू ही मेरा सैयां,
छड़ के मैं सब कुछ,
तेरे दर ते आइयाँ,
गुरु जी गुरु जी।

गुरु गुरु मैं जपता जाऊ,
गुरु गुरु मैं गाऊ,
तन मन धन से सेवा करके,
सेवक बन के निहारु,
तेरी ही सेवा कर्म हो मेरा,
तेरी ही सेवा धर्म हो मेरा,
गुरु जी गुरु जी।

चरण तेरे दी धूल है गुरु जी,
तू मैनु गल नाल लाया,
तेरी रेहमत दा ही सदका,
मैनु तू अपनाया,
कर्ज मैं तेरा किवे उतारा,
अपनी ज़िंदगी तेरे उतो वारा,
गुरु जी गुरु जी।

नूर तेरा ऐसा गुरु जी,
दिल विच जो ठण्ड पावे,
तेरे वर्ग होर न होना,
होर समझ न आवे,
इक वरि आजा दर्श दिखा जा ,
गुरु जी तू नैना दी,
प्यास भुजा जा,
गुरु जी गुरु जी।

दुरो दुरो सत्संग ले,
सब तेरे दर ते आउंदे,
इको थल च लंगर करके,
भेद भाव मिटांदे,
तेरे दर ते अमृत पी के,
निर्मल मन हो जांदे,
तू ही मेरा प्यार है,
तू ही परिवार है,
तू ही मेरी ज़िंदगी है,
तू ही सारा सार है,
गुरु जी गुरु जी।।

गुरूजी मंत्र वीडियो (Guruji Mantra Video)


यह मंत्र का भी जाप करें


गुरूजी मंत्र लिरिक्स पीडीएफ (Guruji Mantra Lyrics Pdf)

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