हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra), जिसे हनुमान कवच के नाम से भी जाना जाता है, भगवान हनुमान को समर्पित एक पवित्र प्रार्थना है। ऐसा माना जाता है कि भक्तिपूर्वक इसका पाठ करने से सुरक्षा, शक्ति और आशीर्वाद मिलता है। इस मंत्र के संदर्भ में “जंजीरा” शब्द एक सुरक्षा कवच या कवच को संदर्भित करता है, जो दर्शाता है कि इस मंत्र का पाठ हनुमान जी की सुरक्षा पाने के लिए किया जाता है।
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हनुमान जंजीरा मंत्र के बारे में (About Hanuman Janjira Mantra)
हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) अपनी शक्ति के लिए जाना जाता है और अक्सर भक्तों द्वारा भगवान हनुमान की दिव्य ऊर्जा और आशीर्वाद का आह्वान करने के लिए इसका जाप किया जाता है। यह किसी के जीवन में नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी शक्तियों और बाधाओं को दूर करने में प्रभावी माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जाप भक्त के चारों ओर एक सुरक्षा कवच बनाता है, जो उन्हें नुकसान और नकारात्मक प्रभावों से बचाता है। इसके पूर्ण लाभ के लिए अक्सर इस मंत्र को ध्यान, भक्ति और हृदय की पवित्रता के साथ जपने की सलाह दी जाती है।
किसी भी मंत्र या प्रार्थना की तरह, हनुमान जंजीरा मंत्र को भी ईमानदारी और श्रद्धा के साथ अपनाना महत्वपूर्ण है। लोग इस मंत्र को अपने दैनिक आध्यात्मिक अभ्यास के हिस्से के रूप में शामिल कर सकते हैं, खासकर यदि उनकी भगवान हनुमान के प्रति गहरी भक्ति है और वे सुरक्षा और शक्ति के लिए उनका आशीर्वाद चाहते हैं।
यह ध्यान देने योग्य बात है कि इस मंत्र के उच्चारण और उपयोग में भिन्नता हो सकती है, क्योंकि यह विभिन्न परंपराओं और वंशों से चला आ रहा है। यदि आप इस मंत्र को अपने आध्यात्मिक अभ्यास में शामिल करने में रुचि रखते हैं, तो आप एक जानकार शिक्षक या गुरु से परामर्श लेना चाह सकते हैं जो आपकी विशिष्ट आध्यात्मिक परंपरा के भीतर इसके सही उच्चारण और उपयोग पर मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra)
ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान,
हाथ में लड्डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान,
अंजनी का पूत, राम का दूत,
छिन में कीलौ नौ खंड का भूत, जाग जाग हड़मान हुँकाला,
ताती लोहा लंकाला, शीश जटा डग डेरू उमर गाजे,
वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला, आगे अर्जुन पीछे भीम,
चोर नार चंपे ने सींण, अजरा झरे भरया भरे,
ई घट पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुँवर हड़मान करें।
हनुमान जंजीरा मंत्र विधि (Hanuman Janjira Mantra Vidhi):
- हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) का जाप सुबह उठकर निर्दिष्ट समय पर अथवा आपके दिनचर्या के अनुसार किया जा सकता है।
- पूजा के लिए एक शुद्ध और स्वच्छ स्थान चुनें और अपने इष्ट देवता और गुरु का स्मरण करें।
- प्रारंभ करने से पहले अपने मन को शांति दें और अपने उद्देश्य को स्पष्ट करें – क्या आप मंत्र का जाप कर रहे हैं, उसके लिए क्या संकल्प लेना चाहते हैं।
- अब मंत्र की माला को अपने मन्त्रानुसार एक माला में पढ़ें, हर बार जप करते समय माला की एक मोती को आवृत्त करें।
- मंत्र की पूर्ण अवृत्ति के बाद, अपने मन को फिर से शांति और ध्यान में लाएं।
- अपने इष्ट देवता और गुरु का आभार करते हुए, अपनी प्रार्थना को जारी रखें और जीवन के किसी विशेष संदर्भ में हनुमान जी की रक्षा और शक्ति के लिए आशीर्वाद प्राप्त करने का अनुरोध करें।
- अंत में, अपने आहार का संकल्प लें और ध्यान से आशीर्वाद प्राप्त करने का धन्यवाद दें।
सावधानियां:
- हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) का जाप पूर्ण श्रद्धा और अद्भुत विश्वास के साथ करें।
- जप के दौरान मानसिक शांति और ध्यान बनाए रखें।
- यह मंत्र किसी शुभ मुहूर्त में भी जपा जा सकता है, लेकिन नियमितता और परिश्रम से इसका जप करना फायदेमंद होता है।
सुख-शांति और आपके जीवन की सभी समस्याओं के निवारण के लिए हनुमान जंजीरा मंत्र की शक्ति का उपयोग करें, परंतु याद रखें कि हर किसी के लिए इसका प्रभाव अलग-अलग हो सकता है, और आपके आत्मविश्वास और भक्ति की गुणवत्ता के आधार पर बढ़ सकता है.
हनुमान जंजीरा मंत्र के लाभ (Benefit of Hanuman Janjira Mantra)
- सुरक्षा की प्राप्ति: हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) का जाप करने से व्यक्ति को दुर्भाग्य, बुरी शक्तियों, और नकारात्मक प्रभावों से बचाने की सुरक्षा मिलती है।
- शक्ति और साहस: यह मंत्र व्यक्ति को भगवान हनुमान की तरह अद्भुत शक्ति और साहस की प्राप्ति में मदद कर सकता है, जिससे वह जीवन के सभी पहलुओं में सफल हो सकता है।
- गतिविद्या और उद्योग: हनुमान जंजीरा मंत्र का जाप करने से विद्यार्थियों को शिक्षा में सफलता और उद्योग में सफलता प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
- दुखों का निवारण: यह मंत्र व्यक्ति को जीवन के दुःखों और चुनौतियों से राहत प्रदान कर सकता है और उन्हें आनंदमय और सुखी जीवन की दिशा में मदद कर सकता है।
- आत्मविकास और ध्यान: हनुमान जंजीरा मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का मानसिक और आध्यात्मिक विकास हो सकता है। यह मन, शरीर, और आत्मा की सामंजस्य और सुखद विकास में मदद कर सकता है।
यह जरूरी है कि हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) का जाप शांत मन से और गहरी भक्ति के साथ किया जाए ताकि इसके लाभ पूरे रूप से प्राप्त हो सकें। यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि मंत्रों के प्रयोग के प्रभाव हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकते हैं, और इसलिए आपके आत्मविश्वास और भक्ति के साथ इसे प्रयोग करना चाहिए।
हनुमान जंजीरा मंत्र वीडियो (Hanuman Janjira Mantra Video)
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हनुमान जंजीरा मंत्र पीडीएफ (Hanuman Janjira Mantra Pdf)
हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) के सामान्य प्रश्न (FAQs) –
हनुमान जंजीरा मंत्र क्या है?
हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) एक प्राचीन और पवित्र मंत्र है जो भगवान हनुमान को समर्पित किया जाता है। यह मंत्र भक्तों को सुरक्षा, शक्ति, और आशीर्वाद प्रदान करने के लिए जपा जाता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र का उद्देश्य क्या है?
हनुमान जंजीरा मंत्र का उद्देश्य व्यक्ति को दुर्भाग्य, बुरी शक्तियों, और नकारात्मक प्रभावों से बचाना, शक्ति प्राप्त करना, और भगवान हनुमान की कृपा और सुरक्षा की प्राप्ति करना है।
क्या हनुमान जंजीरा मंत्र का जाप किसी विशेष दिन और समय पर करना चाहिए?
हनुमान जंजीरा मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह उठकर या श्रद्धापूर्वक एक निर्दिष्ट समय पर किया जाता है। यह व्यक्ति की प्राथमिकताओं और आराम के आधार पर निर्धारित किया जा सकता है।
क्या मंत्र को कितनी बार जपना चाहिए?
हनुमान जंजीरा मंत्र (Hanuman Janjira Mantra) को आमतौर पर 108 बार जपा जाता है, लेकिन आप अपनी साधना के अनुसार इसे अधिक बार भी जप सकते हैं।
क्या इस मंत्र को जपने के लिए किसी विशेष आवश्यकता है?
इस मंत्र को जपने के लिए आपको श्रद्धा और भक्ति के साथ इसे जपना चाहिए। यह ध्यान और मन की शांति के साथ किया जाता है।
क्या हनुमान जंजीरा मंत्र को अन्य मंत्रों के साथ जप सकता है?
हां, आप हनुमान जंजीरा मंत्र को अन्य मंत्रों के साथ जप सकते हैं, यदि आपकी साधना की विशेषता के अनुसार यह आपको सहायक लगता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र के जप के बाद क्या ध्यान देना चाहिए?
मंत्र के जप के बाद, आपको अपने मन को ध्यान में लाना चाहिए और भगवान हनुमान की कृपा और सुरक्षा के लिए अपनी प्रार्थना जारी रखनी चाहिए।
क्या हनुमान जंजीरा मंत्र का कोई विशेष प्रभाव होता है?
हनुमान जंजीरा मंत्र का जप सुरक्षा, शक्ति, और सुख-शांति की प्राप्ति में मदद कर सकता है। यह व्यक्ति को नकारात्मक प्रभावों से बचाने में मदद करता है और उन्हें उनके उद्देश्यों को प्राप्त करने में साहस और शक्ति प्रदान करता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र के जप के बाद क्या खास सुझाव दिए जाते हैं?
मंत्र के जप के बाद, आपको आशीर्वाद प्राप्ति के लिए भगवान हनुमान का आभार देना चाहिए।
आपको जीवन के लक्ष्यों और उद्देश्यों को साधने के लिए संकल्प बनाना चाहिए और उन पर काम करना चाहिए।
ध्यान और समर्पण के साथ, आपको अपने इष्ट देवता और गुरु के प्रति आपके भावनाओं का अभिवादन करना चाहिए।
हनुमान जंजीरा मंत्र का व्यक्ति के जीवन में क्या महत्व है?
हनुमान जंजीरा मंत्र का जाप व्यक्ति को दुर्भाग्य से बचाने में मदद करता है, उन्हें शक्ति और साहस प्रदान करता है, और उनके जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति में मदद करता है। यह मंत्र भगवान हनुमान के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए भक्तों द्वारा जपा जाता है और उन्हें उनके जीवन के मुश्किल समयों में समर्थन प्रदान करता है।
क्या हनुमान जंजीरा मंत्र का व्यक्ति के आत्मविकास में भी कोई महत्व हो सकता है?
हां, हनुमान जंजीरा मंत्र का जाप व्यक्ति के आत्मविकास और मानसिक शांति में मदद कर सकता है। यह मन, शरीर, और आत्मा की सामंजस्य और सुखद विकास में मदद कर सकता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है?
इस मंत्र का उपयोग सुरक्षा, शक्ति, सुख-शांति, और आत्मा के विकास के लिए किया जा सकता है। यह भगवान हनुमान के आशीर्वाद को प्राप्त करने और उनके सुरक्षा के लिए भक्तों द्वारा अधिक अच्छा बना सकता है।
क्या हनुमान जंजीरा मंत्र को अन्य मंत्रों के साथ जप सकता है?
हां, आप हनुमान जंजीरा मंत्र को अन्य मंत्रों के साथ जप सकते हैं, यदि आपकी साधना की विशेषता के अनुसार यह आपको सहायक लगता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र का जप करने से आता है क्या विशेष आदर्श और विचारधारा?
हनुमान जंजीरा मंत्र का जप आत्मविश्वास, भक्ति, और आत्मा के उद्देश्यों की प्राप्ति में मदद करने के लिए किया जाता है। यह भगवान हनुमान के ध्यान और भक्ति की गुणवत्ता को प्रकट करता है और व्यक्ति को उनके जीवन के महत्वपूर्ण मामलों में सफल बनाने में मदद करता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र का जप करने के बाद क्या उपवास आदि की आवश्यकता होती है?
यह मंत्र बिना उपवास और खास व्रत के भी जपा जा सकता है, लेकिन यदि आपका इच्छित तो आप उपवास और खास व्रत भी मना सकते हैं जिन्हें भगवान हनुमान को समर्पित कर सकते हैं।
हनुमान जंजीरा मंत्र को किस तरह से पढ़ा जाता है?
हनुमान जंजीरा मंत्र को माला के माध्यम से पढ़ा जा सकता है। माला के माध्यम से हर बार मंत्र को पढ़ते समय माला की एक मोती को आवृत्त किया जाता है।
क्या हनुमान जंजीरा मंत्र का कोई विशेष विधि होती है?
यह मंत्र विशेष श्रद्धा और भक्ति के साथ जपना चाहिए। मंत्र को ध्यान और मन की शांति के साथ पढ़ा जाता है।
हनुमान जंजीरा मंत्र के अलावा क्या अन्य हनुमान मंत्र हैं?
हनुमान जंजीरा मंत्र के अलावा, “ॐ हनुमते नमः” और “हनुमान चालीसा” जैसे अन्य हनुमान मंत्र भी प्रसिद्ध हैं।
इन सभी मंत्रों का जाप भगवान हनुमान की कृपा और सुरक्षा प्राप्त करने में मदद कर सकता ह
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