इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra)

वर्तमान समय में हर मनुष्य के मन में कुछ न कुछ इच्छा रहती है, मनुष्य की इच्छाएं कभी समाप्त नहीं होती है, चाहे वह गरीब हो या अमीर, मनुष्य जो अपनी इच्छा रखता है वो कई बार बहुत मेहनत के पश्चात भी उसकी इच्छाएं पूर्ण नहीं हो पाती है, इस प्रकार के मामलो में इच्छा की पूर्ति के लिए हिन्दू धर्म में एक बड़ा सरल सा मंत्र बताया गया है, जिसे इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti mantra) कहा जाता है.

किन्तु यह बात जानने योग्य है की आज के समय है हर एक मनुष्य मेहनत करने से बचता है और मेहनत नहीं करने से भगवान भी उनकी इच्छाएं पूरी नहीं करते है, भगवान उन्ही की इच्छाएं पूरी करते है, जो मेहनत करते है.

यदि आप इच्छापूर्ति मंत्र का जाप करने में रुचि रखते हैं, तो किसी योग्य आध्यात्मिक पंडित या पुरोहित से परामर्श करना सबसे अच्छा है। वे आपको मंत्र का अर्थ समझने और इसका प्रभावी ढंग से जप करने में मदद कर सकते हैं।

इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra)

नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥
मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय।
मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥
शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।
श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:॥
अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्।
अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्॥

इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra) “नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय” एक मंत्र है, जो भगवान शिव को समर्पित एक संस्कृत भजन है। मंत्र का अर्थ इस प्रकार है:

नागेंद्रहारय: वह जो सांपों की माला पहनता है
त्रिलोचनाय: जिसकी तीन आंखें हों
भस्मांग रागाय: वह जिस पर राख लगी हो
महेश्वराय: महान स्वामी
यह मंत्र शिव की शक्ति और उपस्थिति का एक शक्तिशाली आह्वान है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग इसका भक्तिपूर्वक जाप करते हैं, उन्हें शांति, समृद्धि और सुरक्षा मिलती है।

इच्छापूर्ति मंत्र विधि (Icchapurti Mantra Vidhi )

Advertisement

मंत्र का जाप किसी भी भाषा में किया जा सकता है, लेकिन इसका जाप सबसे अधिक संस्कृत में किया जाता है। इसका जप चुपचाप या ज़ोर से किया जा सकता है, और इसे कितनी बार जपना चाहिए इसकी कोई निश्चित संख्या नहीं है।

मंत्र का जाप करने के लिए एक शांत जगह ढूंढना जरूरी है जहां आपको कोई परेशानी न हो। अपनी रीढ़ सीधी करके आरामदायक स्थिति में बैठें। अपनी आंखें बंद करें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। मंत्र का जाप धीरे-धीरे और एकाग्रता से करें। आप अपने मन की आंखों में भी भगवान शिव की कल्पना कर सकते हैं।

मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह के समय या सोने से पहले इसका जाप करना विशेष रूप से शक्तिशाली होता है। इसका जाप शिवरात्रि या महाशिवरात्री जैसे विशेष अवसरों पर भी किया जा सकता है।

यदि आप मंत्र जाप में नए हैं, तो छोटे मंत्र से शुरुआत करना एक अच्छा विचार है, जैसे “नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय” मंत्र। जैसे-जैसे आप मंत्र जप से अधिक परिचित हो जाते हैं, आप धीरे-धीरे जप की अवधि बढ़ा सकते हैं।

मंत्रों का जाप परमात्मा से जुड़ने और देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है। “नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय” मंत्र भगवान शिव का एक सुंदर और शक्तिशाली आह्वान है। यदि आप अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सुरक्षा लाने के लिए कोई मंत्र ढूंढ रहे हैं, तो शुरुआत करने के लिए यह एक महान मंत्र है।

इच्छापूर्ति मंत्र वीडियो (Icchapurti Mantra Video)

इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra) FAQ

इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra)क्या है?

इच्छापूर्ति शिव मंत्र एक संस्कृत मंत्र है जो विनाश और पुनर्जनन के हिंदू देवता भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंत्र इच्छाओं की पूर्ति करता है और इसका जाप अक्सर भौतिक या वित्तीय लाभ के लिए किया जाता है।
*इच्छाओं की पूर्ति
*धन और समृद्धि की प्राप्ति
*प्रेम और करुणा की प्रचुरता
*नुकसान और दुर्भाग्य से सुरक्षा
*आध्यात्मिक विकास और ज्ञानोदय
हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra) का जाप इस बात की गारंटी नहीं है कि आपकी इच्छाएँ पूरी होंगी। यह एक मंत्र है जो आपको अपनी ऊर्जा और इरादे पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है, लेकिन अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए कार्रवाई करना आप पर निर्भर है।

इच्छापूर्ति शिव मंत्र का जाप कैसे करें?

इच्छापूर्ति शिव मंत्र का जाप करने के लिए साफ मन और केंद्रित इरादे से ऐसा करना जरूरी है। मंत्र का जाप धीरे-धीरे और एकाग्रता से करना चाहिए। यह विश्वास भी जरूरी है कि मंत्र काम करेगा। इच्छापूर्ति मंत्र (Icchapurti Mantra) का जाप कितनी बार करना चाहिए इसकी कोई निश्चित संख्या नहीं है। हालांकि कहा जाता है कि मंत्र का जाप 108 बार करना विशेष शुभ होता है। आप जब तक सहज महसूस करें तब तक मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।

मैं इच्छापूर्ति शिव मंत्र के बारे में और अधिक कहां जान सकता हूं?

इच्छापूर्ति शिव मंत्र के बारे में अधिक जानने के लिए कई संसाधन उपलब्ध हैं। आप किताबें, वेबसाइट और यहां तक कि ऐप्स भी पा सकते हैं जो आपको मंत्र के बारे में और इसका प्रभावी ढंग से जाप करना सिखा सकते हैं। आप किसी योग्य आध्यात्मिक शिक्षक से भी परामर्श ले सकते हैं जो आपको मंत्र को समझने और अपने जीवन में इसका उपयोग करने में मदद कर सकता है।


यह भी मंत्र पढ़े

Advertisement

इच्छापूर्ति मंत्र पीडीएफ (Icchapurti Mantra Pdf)

आज का हमारा लेख पढ़ने के लिए हम आपकी सराहना करते हैं। कृपया अपने अनुभव हमसे साझा करने के लिए हमारे facebook group पर जुड़े और हमारे facebook page को like करे। अगर आप इस लेख में कुछ सुधार चाहते है, तो कृपया comment के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते है।

disclaimer

इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

Updated on May 11, 2024

Leave a Comment