कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra)


कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra) हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रातः स्मरण मंत्र (Pratah Samaran Mantra) है। यह मंत्र हाथों की हथेलियों को देखने के महत्व को बताता है। हिंदू धर्म में, हाथों को एक व्यक्ति की पहचान माना जाता है। हाथों का उपयोग कार्य, दान, और दूसरों की मदद करने के लिए किया जाता है। यह मंत्र सुबह उठकर सबसे पहले हाथों की हथेलियों को देखने का आह्वान करता है। यह हमें यह याद दिलाता है कि हमारे हाथों में धन, ज्ञान, और आध्यात्मिकता के देवताओं का निवास है। यह हमें अपने हाथों का उपयोग अच्छे कार्यों के लिए करने के लिए प्रेरित करता है।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra)

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का अर्थ (Meaning of Karagre Vasate Lakshmi Mantra)

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra) का अर्थ निम्नानुसार है –

  • कराग्रे वसते लक्ष्मीः – हाथ के आगे भाग में लक्ष्मी का निवास होता है।
  • करमध्ये सरस्वती – मध्य भाग में सरस्वती का निवास होता है।
  • करमूले तु गोविन्दः – मूल भाग में गोविन्द का निवास होता है।
  • प्रभाते करदर्शनम – प्रभातकाल में हाथों का दर्शन करें।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र वीडियो (Karagre Vasate Lakshmi Mantra Video)

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र विधि (Karagre Vasate Lakshmi Mantra Vidhi)

  1. सुबह उठकर सबसे पहले अपने हाथों की हथेलियों को देखें।
  2. हाथों की हथेलियों को अपने सामने रखें।
  3. मंत्र का जाप करें।
  4. मंत्र का जाप कम से कम 10 बार करें।

यह मंत्र किसी भी समय और किसी भी स्थान पर जप किया जा सकता है। यह एक शक्तिशाली मंत्र है जो हमारे जीवन में धन, ज्ञान, और आध्यात्मिकता ला सकता है।

यह मंत्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है। यह हमारे हाथों को मजबूत और स्वस्थ बनाता है। यह हमारे मन को शांत और केंद्रित करता है।


यह मंत्र का भी जाप करें


कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra) FAQ

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का अर्थ क्या है?

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का अर्थ है “हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी का निवास है।” कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra) हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रातःस्मरण मंत्र है। यह मंत्र हमें यह याद दिलाता है कि हमारे हाथों में धन, ज्ञान, और आध्यात्मिकता के देवताओं का निवास है।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जाप कैसे करें?

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जाप निम्नलिखित विधि से किया जा सकता है:
सुबह उठकर सबसे पहले अपने हाथों की हथेलियों को देखें।
हाथों की हथेलियों को अपने सामने रखें।
मंत्र का जाप करें।
मंत्र का जाप कम से कम 10 बार करें।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र के लाभ क्या हैं?

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र के कई लाभ हैं। यह मंत्र हमें निम्नलिखित लाभ प्रदान कर सकता है:
सुबह उठकर सबसे पहले अपने हाथों की हथेलियों को देखें।
हाथों की हथेलियों को अपने सामने रखें।
मंत्र का जाप करें।
मंत्र का जाप कम से कम 10 बार करें।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जप कब करना चाहिए?

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जप किसी भी समय और किसी भी स्थान पर किया जा सकता है। हालांकि, सुबह उठकर सबसे पहले इसका जाप करना सबसे अच्छा माना जाता है।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जाप करने के लिए कोई विशेष नियम या आवश्यकताएं क्या हैं?

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र का जाप करने के लिए कोई विशेष नियम या आवश्यकताएं नहीं हैं। हालांकि, कुछ लोग मंत्र का जाप करते समय एक माला का उपयोग करते हैं।

कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र पीडीएफ (Karagre Vasate Lakshmi Mantra Pdf)

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