पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) – Great mantra for purification

पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) जिसे शुद्धि मंत्र भी कहा जाता हैं, किसी भी पूजा, हवन या आयोजन से पहले किया जाने वाला एक आवश्यक मंत्र है। ऐसा माना जाता है कि स्नान करते समय इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति शुद्ध हो सकता है और किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या अवसर के लिए खुद को तैयार कर सकता है। हिंदू धर्म में, यह मंत्र पूजा, प्रसाद, आध्यात्मिक अभ्यास और उपवास सहित विभिन्न कार्यों को पूरा करता है।

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पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra)

ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपिवा। य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्यात् भ्यन्तर: शुचि: ।।

पवित्रीकरण मंत्र का अर्थ (Meaning of Pavitrikaran Mantra)

ॐ चाहे अपवित्र हो या पवित्र, चाहे सर्व अवस्था में (उठते हुए, बैठते हुए या सोते हुए, जागते हुए)। जो कमल-नयन भगवान (कृष्ण, विष्णु, राम) का स्मरण करता है वह बाहर से भीतर तक शुद्ध हो जाता है।

पवित्रीकरण मंत्र कैसे करें (Pavitrikaran Mantra Kaise Kare)

इस पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले अपने दाहिने हाथ में पानी पकड़कर शुरुआत करें। हालाँकि गंगा जल आदर्श है, फिर भी यदि गंगा जल उपलब्ध न हो तो आप शुद्ध जल से भी यह अनुष्ठान कर सकते हैं। सच्चे मन से अपने दाहिने हाथ में जल रखें, मंत्र का सही उच्चारण करें और फिर अपने हाथ से जल अपने ऊपर छिड़कें।

पवित्रीकरण मंत्र कैसे करें वीडियो (Pavitrikaran Mantra Kaise Kare Video)

पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) के उद्देश्य और उसके लाभ निम्नलिखित हैं:

  1. आत्मशुद्धि: पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण करके, व्यक्ति अपने मानसिक और आत्मिक शुद्धि को प्राप्त करता है। यह शुद्धि उनके मानसिक स्थिति को सुधारती है और पूजा या धार्मिक क्रियाओं के लिए तैयार करती है।
  2. पूजा और हवन की तैयारी: पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) का उच्चारण करने से पूजा, हवन या किसी भी धार्मिक कार्य के लिए व्यक्ति तैयार हो जाता है। इससे धार्मिक क्रियाओं में भाग लेने की भावना और आत्मा की अधिक सुधार होती है।
  3. कर्मफल में शुद्धि: पवित्रीकरण मंत्र के उच्चारण से किए जाने वाले कर्मों का फल शुद्धि और शुभता से मिलता है। यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिणाम लाता है और उनके कर्मफल में सुधार करता है।
  4. आध्यात्मिक साधना: पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) आध्यात्मिक साधना के लिए भी उपयोगी होता है। यह व्यक्ति को अपने आध्यात्मिक सफलता की दिशा में मदद करता है और उन्हें आध्यात्मिक साधना के लिए पूर्व तैयार करता है।
  5. पितृ देवों का आशीर्वाद: इस मंत्र के उच्चारण से व्यक्ति अपने पितृ देवों के आशीर्वाद को भी प्राप्त कर सकता है और अपने पितरों की आत्मा को शांति और सुख देने में सहायक होता है।

इस प्रकार, पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) का उच्चारण धार्मिक और आत्मिक लाभ प्रदान करता है और व्यक्ति को धार्मिक क्रियाओं में भाग लेने के लिए तैयार करता है।

पवित्रीकरण मंत्र के बारे में FAQ

पवित्रीकरण मंत्र क्या है?

पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) एक धार्मिक मंत्र है जिसे पूजा, हवन और अन्य धार्मिक कार्यों से पहले उच्चरित किया जाता है। इसका उद्देश्य आत्मशुद्धि और धार्मिक कार्यों के लिए तैयारी करना होता है।

पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण कैसे किया जाता है?

पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण करते समय, व्यक्ति को शुद्ध होकर यह मंत्र उच्चरित करना चाहिए और उसके बाद अपने हाथ से पानी को अपने ऊपर छिड़कना होता है।

पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण कितनी बार करना चाहिए?

पवित्रीकरण मंत्र को आमतौर पर तीन बार उच्चरित किया जाता है, लेकिन कुछ धार्मिक प्रथाओं में इसे एक बार भी उच्चरित करने की परंपरा हो सकती है।

क्या पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण किसी विशेष समय पर किया जाता है?

पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) का उच्चारण किसी भी धार्मिक कार्य, पूजा, व्रत, यज्ञ, और अन्य धार्मिक कार्यों से पहले किया जा सकता है।

क्या गंगा जल की आवश्यकता है पवित्रीकरण मंत्र के उच्चारण के लिए?

गंगा जल पवित्र होता है, लेकिन अगर आपके पास गंगा जल नहीं है, तो आप शुद्ध पानी का उपयोग करके भी पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं।

पवित्रीकरण मंत्र के उच्चारण के क्या फायदे होते हैं?

पवित्रीकरण मंत्र के उच्चारण से आत्मशुद्धि, धार्मिक क्रियाओं के लिए तैयारी, कर्मफल में शुद्धि, और आध्यात्मिक साधना में सहायक होती है। यह भी पितृ देवों के आशीर्वाद को आकर्षित कर सकता है।

पवित्रीकरण मंत्र का उच्चारण कब किया जा सकता है?

पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) को किसी भी समय उच्चरित किया जा सकता है, लेकिन धार्मिक कार्यों से पहले या अपनी धार्मिक साधना के हिस्से के रूप में यह उच्चरित किया जाता है।

क्या पवित्रीकरण मंत्र को बिना पंडित के सहायता के उच्चरित किया जा सकता है?

हां, पवित्रीकरण मंत्र (Pavitrikaran Mantra) को बिना पंडित के सहायता के भी उच्चरित किया जा सकता है, लेकिन सही उच्चारण के लिए सहायता लेना बेहतर हो सकता है, खासकर यदि आप नवीन हैं या इसका अनुभव नहीं है।

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