सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) एक संस्कृत मंत्र है, यह मंत्र अत्यधिक प्रशिद्ध है, जो माँ दुर्गा को समर्पित महत्वपूर्ण मंत्रो में से एक है, यह मंत्र नवरात्री में माँ दुर्गा की आठवीं शक्ति माँ महागौरी हेतु समर्पित है. यह मंत्र मांगलिक शक्तियों को स्तुति करने वाला है और सभी मंगल कार्यो में इस मंत्र की स्तुति की जाती हैं। इस मंत्र में की सहायता से सभी समस्याओं को हल करने और सभी इच्छाओं को पूरा करने की प्रार्थना की गई है।
विषय सूची
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra)
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते।।
Sarva Mangala Mangalye Shive Sarvartha Saadhike
Sharanye Trayambake Gauri Narayani Namostute
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र अर्थ (Sarva Mangala Mangalye Mantra Meaning)
ॐ सर्व मंगल मांगल्ये= सभी मंगलों में मंगल
शिवे= कल्याणकारी
सर्व अर्थ साधिके= सभी मनोरथों को सिद्ध करने वाली
शरण्ये = शरणागत वत्सला , शरण ग्रहण करने योग्य
त्रयम्बके= तीन नेत्रों वाली
गौरी= शिव पत्नी
नारायणी= विष्णु की पत्नी
नमः अस्तु ते = तुम्हे नमस्कार हैं
आप सभी प्रकार के वरदान देने वाली, कल्याण करने वाली और सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली हैं। आप तीन नेत्रों वाली भूत, वर्तमान और भविष्य को देखने वाली हैं। आप ही शिव की पत्नी और नारायण की पत्नी हैं, जो सभी रूपों में दिव्यता के साथ मिलन का प्रतीक हैं। आप ही अभिव्यक्ति से जुड़े हुए हो, आपको नमस्कार है।
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र की विधि (Sarva Mangala Mangalye Mantra Ki Vidhi)
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र का विधि इस प्रकार है:
- सबसे पहले, पूजा स्थल को शुद्ध करें। यह स्थल साफ़ और शुद्धता से भरा होना चाहिए।
- ध्यान लगाएं और मां दुर्गा को याद करें। मन में स्थिरता और शांति बनाए रखें।
- प्रारंभ करने से पहले, अनुष्ठान के लिए शुद्ध और साफ़ रहने का संकल्प लें।
- फिर, प्रारंभ करने के लिए ध्यान में बैठें। अपने मन में मां दुर्गा की छवि को ध्यान में लें।
- फिर से मन्त्र का जाप करें: “सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
- मंत्र के जाप के दौरान मां दुर्गा की अर्चना कर सकते हैं, जैसे पुष्प, दीप, धूप, लाल फूल (मंदार) और नारियल अर्पित करके।
- सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) के जाप के बाद, मां दुर्गा को प्रणाम करें और उनसे आशीर्वाद मांगें।
- अंत में, आरती करें और फिर प्रसाद बांटें।
- हर दिन पूजा करते समय सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) का उच्चारण करे।
यह समारोह मान्यताओं और धार्मिक आदर्शों के अनुसार होता है, लेकिन ध्यान और श्रद्धा से किया जाए तो यह अत्यंत शुभ होता है।
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र के फायदे (Benefit of Sarva Mangala Mangalye Mantra)
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र के नियमित जाप से कई लाभ होते हैं। ये निम्नलिखित प्रमुख फायदे हो सकते हैं:
- शुभकामनाएं: मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को अनेक शुभकामनाएं मिलती हैं।
- समृद्धि: सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) का नियमित जाप करने से धन, संपत्ति और समृद्धि में वृद्धि हो सकती है।
- स्वास्थ्य और सुख: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को स्वास्थ्य और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
- रक्षा: मान्यता है कि यह मंत्र व्यक्ति को सभी प्रकार के कष्टों और दुर्भाग्य से रक्षा करता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: इस मंत्र का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा और शांति मिलती है, जो व्यक्ति के चित्त को शांति और स्थिरता प्रदान करती है।
- आत्मिक विकास: यह मंत्र व्यक्ति के आत्मिक विकास में सहायक होता है और उसकी आत्मा में शांति और सकारात्मकता भरता है।
- आशीर्वाद: सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र के जाप से देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो व्यक्ति को सुरक्षा और उत्तम भविष्य की प्राप्ति में मदद करता है।
यह लाभ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) जाप के नियमित और निष्ठापूर्वक अनुसरण के परिणामस्वरूप हो सकते हैं।
इन मंत्रो का भी जाप करें
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र पीडीएफ (Sarva Mangala Mangalye Mantra Pdf)
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) FAQ
सर्वमंगल मांगल्ये मंत्र एक प्राचीन हिंदू मंत्र है जो माता दुर्गा को समर्पित है। इस मंत्र का जाप सम्पूर्णता और शुद्धता के साथ किया जाता है ताकि व्यक्ति दुर्गा माता से कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सके। यहां कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर हैं:
सर्वमंगल मांगल्ये मंत्र का महत्व क्या है?
यह मंत्र माता दुर्गा की कृपा को प्राप्त करने और नेगेटिविटी से मुक्ति प्राप्त करने में मदद करता है। इसका जाप शुभ फल देता है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि को आमंत्रित करता है।
मंत्र को कैसे जपा जाता है?
यह मंत्र ध्यानपूर्वक और एकाग्रचित्त से जप किया जाता है। इसे दिन में कुछ निश्चित समयों पर जपा जाना चाहिए।
मंत्र का फल क्या होता है?
सर्वमंगल मांगल्ये मंत्र का जाप सुख, समृद्धि, और सुरक्षा को बढ़ावा देता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और शुभ फल प्रदान करता है।
मंत्र का उच्चारण कैसे किया जाता है?
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणी नमोऽस्तु ते॥ यह मंत्र सुनील किलोरिया द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (Sarva Mangala Mangalye Mantra) नियमित जप व्यक्ति को आत्मिक शक्ति और सुरक्षा की अनुभूति कराता है।
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