शांति मंत्र (Shanti Mantra)

शांति मंत्र (Shanti Mantra) एक विशेष मंत्र होता है जो शांति, सुकून और समृद्धि को प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मंत्र हमारे पवित्र ग्रन्थ यजुर्वेद से लिया गया है। यह मंत्र ध्यान और धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग किया जाता है ताकि व्यक्ति और समाज में शांति और समृद्धि की प्राप्ति हो सके। इसमें शांति, सुकून और प्रेम की प्रार्थना होती है और इसे अलग-अलग रूपों में उपलब्ध किया जाता है जो ध्यान और आध्यात्मिकता की दिशा में मदद करते हैं।

शांति मंत्र की विधि (Shanti Mantra Ki Vidhi)


“शांति मंत्र” की विधि विभिन्न तरीको से जाप किया जा सकता है, यहां पर सामान्य विधि दी गई है जो इस मंत्र का जाप करने का एक माध्यम हो सकता हैं, जो निम्नानुसार है :

  1. पहले ध्यान स्थिर करें:
    शांति मंत्र का जाप करने से पहले, आपको ध्यान को स्थिर करना होगा। इसके लिए, ध्यानाभ्यास या गहरी सांस लेना मददगार हो सकता है।
  2. मंत्र का चुनाव करें:
    आपको चाहिए कि आप किस शांति मंत्र को जाप करना चाहते हैं। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया, “ॐ द्यौः शान्ति: अन्तरिक्षं शान्ति:” यह मंत्र एक प्रसिद्ध शांति मंत्र है।
  3. पूजा सामग्री की तैयारी:
    मंत्र जाप करने से पहले, आपको आवश्यक पूजा सामग्री तैयार करनी होगी, जैसे कि पूजा के लिए थाली, दीपक, धूप, फूल, नैवेद्य, और अन्य सामग्री।
  4. उच्चारण और मंत्र जाप:
    आप पूजा सामग्री को लेकर ध्यान में बैठें और फिर मंत्र का उच्चारण करें। मंत्र को ध्यानपूर्वक और श्रद्धापूर्वक जाप करें।
  5. ध्यान और आध्यात्मिकता:
    मंत्र का जाप करते समय, ध्यान और आध्यात्मिकता में एकाग्रता बनाए रखें। आप मन को शांति और स्थिरता में रखकर मंत्र का जाप कर सकते हैं।

यहां यह ध्यान देने वाला बात है कि शांति मंत्र का जाप करने की विधि व्यक्ति की विशेष आध्यात्मिक प्राथमिकताओं और प्राकृतिक प्रवृत्तियों पर निर्भर करती है। इसलिए, यह बेहतर होगा कि आप इसे ध्यान, श्रद्धा और आध्यात्मिक संबंध में गहराई से समझें और इसे अपनी आध्यात्मिक योग्यता और अनुभव के आधार पर जाप करें।

शांति मंत्र (Shanti Mantra)

ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:,
पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति: ।

वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥

शांति मंत्र का अर्थ (Definition of Shanti Mantra)

ॐ दियोः शांति, अंतरिक्ष में शांति हो, पृथ्वी पर शांति हों, जल में शांति हो, औषधि में शांति हो,

वनस्पति में शांति हो, विश्व में शांति हो, सभी देवताओं में शांति हो, ब्रह्म में शांति हो,

सब में शांति हो, चारों और शांति हो, शांति हो, शांति हो, शांति हो।
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥

इस मंत्र के अर्थ से स्पष्ट है की संसार के सभी स्थलों में शांति बनी रहनी चाहिए।

शांति मंत्र पीडीएफ (Shanti Mantra PDF)

शांति मंत्र के फायदे (Benefit of Shanti Mantra)

“शांति मंत्र” के जाप से कई लाभ हो सकते हैं, जो की निम्नानुसार है :

  1. मानसिक शांति:
    शांति मंत्र (Shanti Mantra) के जाप से मानसिक चिंताओं को कम करके एक नयी ऊर्जा पैदा कर मानसिक शांति को प्राप्त की जा सकती है।
  2. ध्यान और आत्म-संयम:
    इस मंत्र का जाप करने से ध्यान और आत्म-संयम की शक्ति में वृद्धि हो सकती है साथ ही मनुष्य को दूसरो को देखने का नजरिया में भी बदलाव आता है।
  3. प्राकृतिक चैतन्यता:
    शांति मंत्र के जाप से व्यक्ति की आत्मिक और प्राकृतिक चैतन्यता में सुधार हो सकता है।
  4. व्यक्तिगत और पारिवारिक समृद्धि:
    इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति और परिवार में समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति हो सकती है और जीवन में खुशहाली बढ़ती है।
  5. सामाजिक एवं सांस्कृतिक :
    शांति मंत्र का जाप करने से सामाजिक और सांस्कृतिक संतुलन बना रहता है।

यह मंत्र ध्यान, शांति, और समृद्धि के लिए आध्यात्मिक उन्नति के माध्यम के रूप में माना जाता है और इसे नियमित रूप से जाप करने से व्यक्ति को आत्मिक शांति और ध्यान में स्थिरता मिल सकती है।


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शांति मंत्र (Shanti Mantra) FAQ

शांति मंत्र क्या है?

शांति मंत्र वे मंत्र होते हैं जो शांति, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति के लिए उच्च उद्देश्य के साथ जपा जाते हैं। ये मंत्र विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में प्रचलित हैं।

शांति मंत्र का महत्व क्या है?

शांति मंत्र का महत्व शांति, समृद्धि, सकारात्मकता, और अंतरात्मा की ऊँची शक्तियों को जागृत करने में होता है। ये मंत्र व्यक्ति को मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने में मदद करते हैं।

शांति मंत्र कैसे जपा जाता है?

शांति मंत्र को ध्यानपूर्वक, एकाग्र होकर और ध्यान लगाकर जपा जाता है। इसे ध्यान में लेकर शांति के लिए निश्चित संख्या में बार बोला जाता है।

शांति मंत्र का उद्देश्य क्या होता है?

शांति मंत्र का प्रमुख उद्देश्य चित्त शुद्धि, मानवीय संबंधों में सुलह, शांति, और सहयोग को बढ़ावा देना होता है। इसका उद्देश्य अंतरात्मा की शांति और विश्व शांति की प्राप्ति होती है।

शांति मंत्र कौन-कौन से होते हैं?

शांति मंत्र विभिन्न धर्मों, जैसे कि हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म आदि में होते हैं। उनमें “ॐ शांति शांति शांति” (Om Shanti Shanti Shanti) जैसे मंत्र प्रसिद्ध हैं।

क्या शांति मंत्र का प्रभाव होता है?

जी हाँ, शांति मंत्र का जप करने से ध्यान, चित्त शुद्धि, और शांति महसूस होती है। यह मानवीय संबंधों में समझौता, सहयोग और सामंजस्य को बढ़ावा देता है।

शांति मंत्र कब जपा जाना चाहिए?

शांति मंत्र (Shanti Mantra) को जब भी चाहें, उस समय जपा जा सकता है। सुबह, शाम, या किसी भी शुभ कार्य के पहले इसे जपा जा सकता है। ध्यान या योग के साथ भी इसे जपा जा सकता है।

शांति मंत्र कहाँ से लिया गया है?

शांति मंत्र (Shanti Mantra) हमारे पवित्र ग्रन्थ यजुर्वेद से लिया गया है।

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