घोर कष्ट स्तोत्र (Ghor Kashta Stotra)

घोर कष्ट स्तोत्र (Ghor Kashta Stotra) एक हिंदू स्तोत्र है जो भगवान दत्तात्रेय की स्तुति करता है। भगवान दत्तात्रेय हिंदू धर्म के देवताओं में से एक हैं। घोर कष्ट स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को अपने जीवन में आने वाली सभी प्रकार की कठिनाइयों और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। घोर कष्ट स्तोत्र का पाठ आमतौर पर गुरुवार के दिन करना शुभ माना जाता है।

घोर कष्ट स्तोत्र लिरिक्स (Ghor Kashta Stotra Lyrics)

श्रीपाद श्रीवल्लभ त्वं सदैव । श्रीदत्तास्मान्पाहि देवाधि देव ।
भावग्राह्य क्लेशहारिन्सुकीर्ते । घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥१॥

त्वं नो माता त्वं पिताप्तोऽधिपस्त्वं । त्राता योगक्षेमकृत्सदगुरूस्त्वं ।
त्वं सर्वस्वं ना प्रभो विश्वमूर्ते । घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥२॥

पापं तापं व्याधिंमाधिं च दैन्यं । भीतिं क्लेशं त्वं हराऽशुत्व दैन्यम् ।
त्रातारं नो वीक्ष ईशास्त जूर्ते । घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥३॥

नान्यस्त्राता नापि दाता न भर्ता । त्वतो देव त्वं शरण्योऽकहर्ता ॥
कुर्वात्रेयानुग्रहं पुर्णराते । घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥४॥

धर्मेप्रीतिं सन्मतिं देवभक्तिम् । सत्संगप्राप्तिं देहि भुक्तिं च मुक्तिम् ।
भावासक्तिर्चाखिलानंदमूर्ते । घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥५॥

॥श्लोकपंचकमेतद्यो लोकमंगलवर्धनम् ॥
॥प्रपठेन्नियतो भक्त्या स श्रीदत्तप्रियोभवेत् ॥

श्रीवासुदेवानंदसरस्वती स्वामीविरचितं घोरकष्टोद्धरण स्तोत्रम्

घोर कष्ट स्तोत्र लिरिक्स अंग्रेजी में (Ghor Kashta Stotra Lyrics In English)

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shriipaad shriivallabh tvam sadaiv . shriidattaasmaanpaahi devaadhi dev .
bhaavagraahy kleshahaarinsukiirte . ghoraatkashṭaaduddharaasmaannamaste ॥१॥

tvam no maataa tvam pitaaptoऽdhipastvam . traataa yogakshemakṛtsadaguruustvam .
tvam sarvasvam naa prabho vishvamuurte . ghoraatkashṭaaduddharaasmaannamaste ॥२॥

paapam taapam vyaadhinmaadhin ch dainyam . bhiitin klesham tvam haraaऽshutv dainyam .
traataaram no viiksh iishaast juurte . ghoraatkashṭaaduddharaasmaannamaste ॥३॥

naanyastraataa naapi daataa n bhartaa . tvato dev tvam sharaṇyoऽkahartaa ॥
kurvaatreyaanugraham purṇaraate . ghoraatkashṭaaduddharaasmaannamaste ॥४॥

dharmepriitin sanmatin devabhaktim . satsangapraaptin dehi bhuktin ch muktim .
bhaavaasaktirchaakhilaanandamuurte . ghoraatkashṭaaduddharaasmaannamaste ॥५॥

॥shlokapanchakametadyo lokamangalavardhanam ॥
॥prapaṭhenniyato bhaktyaa s shriidattapriyobhavet ॥

shriivaasudevaanandasarasvatii svaamiivirachitam ghorakashṭoddharaṇ stotram


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घोर कष्ट स्तोत्र वीडियो (Ghor Kashta Stotra Video)

घोर कष्ट स्तोत्र विधि (Ghor Kashta Stotra Vidhi)

  • स्तोत्र शुरू करने से पहले एक साफ और शांत स्थान पर बैठना चाहिए।
  • अपने सामने भगवान दत्तात्रेय की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करे।
  • अगर तस्वीर या मूर्ति नहीं है, तो आप अपने मन में भगवान दत्तात्रेय का ध्यान करें।
  • अपने हाथों को जोड़कर भगवान दत्तात्रेय का ध्यान करना चाहिए।
  • इस स्तोत्र का पाठ गुरुवार को करना शुभ माना जाता है
  • स्तोत्र का पाठ करते समय, अपने मन को एकाग्र रखें और भगवान दत्तात्रेय की आराधना करें।
  • स्तोत्र का पाठ सुबह या शाम किसी भी समय किया जा सकता है।
  • इस स्तोत्र का पाठ कम से कम 11 बार करना चाहिए।

घोर कष्ट स्तोत्र लाभ (Ghor Kashta Stotra Benefit)

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  1. इस स्तोत्र के पाठ करने से जीवन में आने वाली सभी परेशनियों से मुक्ति मिल जाती है।
  2. इस स्तोत्र के नियमित पाठ करने से सभी प्रकार के दुःख दर्द पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
  3. स्तोत्र का पाठ करने से मानसिक शान्ति और संतुलन मिल सकता है।
  4. स्तोत्र का पाठ करने से भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है।
  5. स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को जीवन के कठिनाईयों का सामना करने की ताकत मिल सकती है।
  6. स्तोत्र का पाठ गुरुवार के दिन 11 बार करने से बहुत की शुभ फल प्राप्त होते है।

घोर कष्ट स्तोत्र PDF

घोर कष्ट स्तोत्र FAQ

घोर कष्ट स्तोत्र क्या है?

घोर कष्ट स्तोत्र (Ghor Kashta Stotra) एक हिंदू स्तोत्र है जो भगवान दत्तात्रेय की स्तुति करता है। भगवान दत्तात्रेय हिंदू धर्म के देवताओं में से एक हैं। उन्हें ज्ञान, ऋद्धि-सिद्धि और मोक्ष के दाता के रूप में जाना जाता है। घोर कष्ट स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को अपने जीवन में आने वाली सभी प्रकार की कठिनाइयों और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। घोर कष्ट स्तोत्र का पाठ आमतौर पर गुरुवार के दिन किया जाता है।

घोर कष्ट स्तोत्र का पाठ कब करना चाहिए?

घोर कष्ट स्तोत्र (Ghor Kashta Stotra) का पाठ आप किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन गुरुवार के दिन इसका पाठ करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

घोर कष्ट स्तोत्र के रचयिता कौन है ?

घोर कष्ट स्तोत्र (Ghor Kashta Stotra) के रचयिता श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी है।

घोर कष्ट स्तोत्र किसको समर्पित है ?

घोर कष्ट स्तोत्र (Ghor Kashta Stotra) भगवान श्री दत्तात्रेय के पहले अवतार प्रभु श्रीपाद श्रीवल्लभ को समर्पित है।

घोर कष्ट स्तोत्र को कितनी बार करे ?

घोर कष्ट स्तोत्र का पाठ प्रतिदिन 11 बार करना चाहिए।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

Updated on May 11, 2024

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